सोमवार, 27 जुलाई 2009

वे अविस्मरणीय लम्हे -खग्रास सूर्यग्रहण ,अस्सी घाट बनारस

नहीं ,सूर्यग्रहण पर एक और लम्बी पोस्ट नही -बस और चित्रों को देखिये -और ख़ुद समझ लीजे कि इन पर कुछ भी शब्दों में कह पाना कितना मुश्किल है -अनिर्वचनीय !


अस्सी घाट प्रातः ,२२ जुलाई ०९ ,आगत की अधीर प्रतीक्षा


शुरू हुआ सूर्योदय



और बादलों की लुकाछिपी भी


लो शुरू हो गया ग्रहण भी



और यह खग्रास ग्रहण -छुप गये सूर्य





और तुंरत बाद यह स्वर्ण जटित हीरक अंगूठी -डायमंड रिंग


डायमंड रिंग को देखता ग्रुप -मुझसे भी व्यूइंग ग्लास छीन कर


ग्रहण के समय उमडा आस्था का सैलाब


और यह रही हमारी छोटी सी ग्रहण प्रेक्षण टीम
बाएँ से अभिषेक ,संध्या मिश्रा ,मैं ,ज़ाकिर हुसेन कालेज डी यू की
प्रोफ .मधु प्रसाद ,कौस्तुभ मिश्रा ,नीचे प्रियेषा मिश्रा ,इजराईल की नोआ
और कैलिफोर्निया की सांद्रा

सभी फोटो कनिष्क प्रसाद के हैं जो दिल्ली से फ्लाईट से केवल सूर्यग्रहण कवर करने माँ के साथ आए थे -अपने को अमेच्योर फोटोग्राफर कहते हैं मगर हुनर में किसी प्रोफेसनल को भी मात करते हैं !





18 टिप्‍पणियां:

  1. अति सुन्दर चित्र ।
    मैंने भी बमुश्किल एक चित्र खींच ही लिया था -
    सूर्य और चन्द्र का मिलन

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  2. ख़ूबसूरत तस्वीरों के साथ आपने इतने सुंदर से सूर्यग्रहण को प्रस्तुत किया है जो प्रशंग्सनीय है!

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  3. वाह डाक्टर साहब क्या गजब कि फोटो है I और सबसे अच्छी डायमंड रिंग कि फोटो लग रही है !!

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  4. Achanak Kolkata yatra ke plan se is vishay par meri agli post prakashandhin hi hai. Ek avishmarniya anubhav se judi ye tasvirein smritiyon mein sada jeevant rahengin.

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  5. लाजवाब, सुन्दर चित्र ............... एक अविस्मरनीय द्रश्य ......

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  6. सचमुच अद्भुत दृश्य. धन्यवाद और बधाई इन अविस्मरणीय लम्हों के साक्षी बनने के लिये.

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  7. वाकई आपने अदभुद काम किया जो यह चित्र दिखाये. हमारे यहां तो बस बरसात के अलावा उस दिन कुछ नही था. बहुत २ धन्यवाद आपको और आपकी पूरी टीम को.

    रामराम.

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  8. अलौकिक. आप कितने भाग्यवान हैं. हमें तो ईर्षा हो रही है.

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  9. वह दिन यादगार था और आपकी पोस्टों ने उसे और भी बना दिया।
    धन्यवाद।

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  10. यह सभी चित्र अद्भुत हैं ही -सब से अनोखा daimond रिंग वाला लगा..क्योंकि एक दम जैसा टी वी पर दिखा रहे थे वैसा ही है..ऐसा नज़ारा देखना अपने आप में अविस्मरनीय अनुभव रहा होगा.
    शुक्रिया इन तस्वीरों को हम से बांटने के लिए.

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  11. सूर्यग्रहण के यह श्रृंखलाबद्ध चित्र अत्यन्त मनोहारी हैं । मैं तो बार बार उस क्षण की कल्पना कर रहा हूँ जब सूर्य पूर्णतः ढंक गये थे । मन घबरा कर सोच रहा था कि यदि सूर्य जैसा शक्तिमान भी इतना विवश तो फिर हम सबका अस्तित्व ही क्या ?

    डायमंड रिंग का चित्र तो अद्भुत है । आभार ।

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  12. इलाहाबाद में मौसम खराब हो जाने की वजह से सूर्य ग्रहण का पूरा आनन्द नही उठा सके मगर यह फोटो देखने के बाद अब कोई अफसोस नही रहा। खास तौर पर डायमंड रिग। अति सुंन्दर।
    धन्यवाद।

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  13. बादल न होते तो मज़ा कुछ और ही होता !

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  14. thanks for showing us these beautiful pictures and praising my gazal.

    safar shuru hi kiya aur jhulas utthi dharti,
    main ghar se nikli to suraj bhi aasman main tha.

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