सोमवार, 20 अगस्त 2012

ईद मुबारक!


दोस्तों,हमारे पास सहिष्णु साहचर्य के बिना और कोई चारा नहीं है -हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई सभी को भारतीय जीवन की इस सच्चाई को समझना होगा... यह देश हम  सभी का और हम  सब इस देश के हैं.. अब यह विवशता है तो एक धुर सच्चाई भी है -हम इससे अगर मुंह चुरायेगें तो नुक्सान अपना करेगें ..हर तरह का नुक्सान, जानोमाल का नुक्सान जो आगामी पीढ़ियों तक को भी ग्रसित करेगा... जिम्मेदारी  सभी कौमों के सरपरस्तों और समझदार लोगों की है कि वे इस सच्चाई से सबको आगाह करते रहें ....आज हमारे बहुत से साथियों की ईद मनाने की इच्छा नहीं है ..कल किसी को होली दिवाली मनाने की इच्छा नहीं रहेगी ...एक आजाद और बहुरंगी संस्कृति के देश के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है ...देश का संविधान धर्मनिरपेक्ष बनाये जाने के पीछे के गहन विचार मंथन को ऐसे ही कारणों में देखा और समझा जा सकता है ......आईये क्या हिन्दू क्या मुस्लिम सभी को आगे बढ़ कर ईद की शुभकामनायें दें और जम कर सेवईयां जीमें :-) 
लगता है आज तो इतने से चल जाएगा ...कोई जरुरी तो नहीं कि हर पोस्ट एक  निश्चित सीमा के मापदंड हलांकि अघोषित, तक पहुँच ही जाए ....बात कभी कभी संक्षिप्त ही भली लगती है और संक्षिप्त बातें प्रायः सारगर्भित भी होती हैं -वो कहते भी हैं कि संक्षिप्ति वक्तृता/वाक्पटुता की आत्मा है ....तो आज इतना ही ..एक बार फिर आप सभी को ईद मुबारक हो! 

23 टिप्‍पणियां:

  1. सामाजिक समरसता और आपसी भाई -चारा पर बेहतरीन लेख |ईद मुबारक हो सर

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  2. 'हमारे पास सहिष्णु साहचर्य के बिना और कोई चारा नहीं है.'
    -मजबूरी है !

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  3. ये जहर उगलते लोग तुम्हे
    आपस में, मरवा डालेंगे !
    ना हिन्दू हैं,ना मुसलमान
    ये मानवता के दुश्मन हैं !
    पहचान करो शैतानों की, जो हम दोनों के बीच रहें !
    तू आँख खोल पहचान इन्हें,जयचंद बहुत दिख जायेंगे !

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  4. बहुत ही शानदार और सराहनीय प्रस्तुति....
    बधाई

    इंडिया दर्पण
    की ओर से ईद की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।

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  5. हम तो जाते हैं लन्दन में अपने मुस्लिम दोस्तों के घर सेवइयां खाने.
    ईद मुबारक.

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  6. ईद,होली संग मनाएं,
    काश ऐसा दिन बनायें !

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  7. ईद होली दिवाली .सब एक से रंग लगते हैं मुझको .ईद मुबारक ...लेख अच्छा लगा .

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  8. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  9. सबको सम्मति दे भगवान.ईद मुबारक.

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  10. सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः
    सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःख भाग भवेत

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  11. पड़ोस के कुछ मक्कार लोगों ने दिलों में इतनी नफरत घूल दी है कि अब
    "यह देश हम सभी का और हम सब इस देश के हैं."
    ये पंक्ति बेमानी लगती है. देश के लिए हम ही करें जो करें, बाकि तो सब तोड़-फोड में विशेषज्ञता प्राप्त कर चुके हैं.

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  12. बहरहाल ईद मुबारक.

    आज सुबह पार्क गया था तो नमाज़ी प्रस्सन चित्त नमाज़ पढ़ने जा रहे थे, मन बहुत खुश हुआ उनकी खुशी देख कर...
    सोच रहा था पोस्ट लिखने की, पर नहीं लिख पाया.... काश मुल्क की सलामियत की दुआ के लिए हाथ उठे होते,

    कसम से रामजान के बाद खुदा भी खुले दिल से नियाम्नते लुटाता है.

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  13. लगता है, पहली वाली टीप स्पैम में चली गयी, डाक्साब हो सके तो निकाल लाइयेगा.

    आभार.

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  14. शुभकामनायें सभी को..... हमारी एकता से बढ़कर कुछ नहीं....

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  15. अमन चैन से खुशियों का त्योहार बीत गया -सकूं मिला ! सेवईयां तो आज भी मिलाती रहेगीं!
    आमीन!

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  16. मीठी सेंवईयों पगी ईद की शुभकामनायें !

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  17. @ अमन चैन से -

    http://in.jagran.yahoo.com/news/national/general/5_1_9582987.html

    वैसे हमने तो कल सेंवई खाकर अपने स्तर पर ईद मना ली थी, ईद मुबारक|

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  18. ईद की बहुत बहुत मुबारक ... सही सन्देश देती आपकी पोस्ट ...

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