रविवार, 23 मई 2010

उनसे मिली खबर तो मेरे होश उड़ गए ....

जी हाँ हाथों के तोते और होश उड़ जाना शायद  ज्ञानी जन इसी को कहते हैं ..लफड़े की शुरुआत तब हुई जब सिद्धार्थ जी ने चैटियाया के उन्होंने अपनी पोस्ट पर मेरी एक  टिप्पणी को डिलीट कर दिया है ..मैं ऐसे निर्णयों को सहज भाव से लेने की इम्यूनिटी हासिल कर चुका हूँ वैसे भी इस समय गीता पठन मनन चल रहा है ......फिर भी औपचारिकता वश पूंछ बैठा कौन सी टिप्पणी -प्रायः सम्पादक लोग आपके लेख से उसी हिस्से और ब्लॉग मालिक उसी टिप्पणी को हटा /उड़ा देते हैं जो आपको बेहद प्रिय होती  हैं -यह अब तक तमाम अनजानी बातों में से ही एक है ,रहस्य सरीखी ही! 

सिद्धार्थ जी के उत्तर के पहले मैंने मानसिक रूप से अपने को एक प्रत्याशित जवाब के लिए तैयार कर लिया था ...मगर उनका जवाब हैरत में डाल गया .वे किसी ऐसी टिप्पणी के बारे में बात कर रहे थे जो दरअसल मैंने की ही नहीं थी ....मगर और हैरानी की बात थी कि मेरा ब्लॉगर प्रोफाईल फोटो भी वहां मौजूद था ...जो अब भी है! रात गयी बात गयी मगर सुबह ही मेरे एक परम मित्र ने चेताया और खबर दी कि आपका मेल हैक हो गया लगता है ..तो सुनते ही दो चार धड़कने जो बंद हुईं तो हुईं ही होश और तोते सब उड़ से गए ..और हम लुटे लुटे सा महसूस करते हुए पाबला जी को क्लांत कर बैठे ..आगे का विवरण पाबला जी ने यहाँ लिख ही दिया है ...आखिर ऐसा  अधोकर्म कौन कर सकता है और क्यूं ? और वह भी केवल लड़ाई झगडे को चिंगारी देने के लिए ?

मुझे किसी तरह का नैतिक प्रवचन नहीं देना है ...मेरा कुछ अपना इतना निहायत गोपनीय  भी नहीं है ..इच्छा तो है कि अपना बदला हुआ पासवर्ड भी यहाँ दे दूं जिसका भी मन  हो  मेरे मेल बाक्स की  सैर कर आये..यह आई डी किसी कारूं के खजाने  से भी नहीं जुडी है और नही किसी गोपनीय दस्तावेज से -हाँ कुछ ब्लॉगर मित्रों से अन्तरंग वार्ताएं हुईं हैं जिनकी जानकारी दूसरों को विचलित कर सकती हैं . मैं जीवन में अपने किये धरे की हमेशा पूर्ण जिम्मेदारी लेता आया हूँ . जितना छोटा कद है मेरा उससे मेरे किये सत्कर्म और दुष्कर्म भी शायद छोटे ही हैं -इसलिए उनका बोझ उठाने का साहस संकल्प है मुझमे....

मेरे ब्लॉग मित्रों में तकनीकी जानकारों का कहना है कि मेरी आई डी हैक हुए बिना मेरी फोटो सहित  ब्लॉग प्रोफाईल से टिप्पणी नहीं की जा सकती ....यह अंतर्जाल युग है कुछ भी घटित  अघटित हो सकता है यहाँ! यहाँ मध्यमार्गी बन कर ज्यादा  दिन नहीं रहा जा  सकता -पूर्ण वीतराग या बल्लम लाठी फरसे से लैस रहिये तभी रहायिश है -वीतराग हो जाना तो खैर सर्वोत्तम है .....टंकी पर चढ़ कर फिर  उतर जाना भी मुझे तो कतई रास नहीं आता..... ..

31 टिप्‍पणियां:

  1. जिन्दगी के 70 वर्षों तक नाटी इमली पर भरत मिलाप करने/देखने न जाइएगा। आगे कुछ हुआ तो आप का कोई अजीज शक के दायरे में आ जाएगा। शक करने वाले भी आप ही होंगे।
    ऐसा मुझे किसी ज्योतिषी ने बताया है(मुझे पता है कि मैं और आप दोनों ज्योतिष में यकीन नहीं रखते लेकिन लगता है अब कभी कभी करना पड़ेगा :))

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  2. चिन्ता जायज़ है....जानकारी दे कर सावधान करने का शुक्रिया

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  3. तो जी देर किस बात की जो हुआ सो हुआ, अब आप अपना पासपोर्ट बदल ले, ताकि कोई फ़िर से यह सब ना कर सके

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  4. एक जमाना था जब जिस के यहाँ चोरी होती थी उसे सम्मान का पात्र समझा जाता था।

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  5. ओह ...ये तो बेहद गम्भीर घटना हो गई ! पर कैसे ?

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  6. हमेशा चेक करें--एक तो sent folder
    --दूसरा आप के account की एक्टिविटी --:
    इस लिंक पर जानकारी है-
    http://mail.google.com/support/bin/answer.py?ctx=gmail&answer=45938
    ----------
    और अपना पासवर्ड recovery प्रश्न भी मुश्किल रखें या न रखें.
    ----
    आप के साथ तो यह बहुत ही बुरा हुआ लेकिन शुक्र मानिये समय रहते मालूम चल गया .
    उन सब के लिए जो असावधान रहते हैं यह पोस्ट एक सन्देश है की
    पासवर्ड को मिश्रित और मुश्किल बनायें
    ------
    एक बार मेरा होट्मेल का अकाउंट ऐसे हेक हो चुका है मुझे मालूम हुआ जब मैं ने sent folder चेक किया और देखा इमेल जो मैं ने भेजे ही नहीं थे.
    खैर वो सब किसी साईट की promotion के लिए थे .लेकिन यह स्थिति भयावह हो सकती है.
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  7. यह संदेश देखने के लिए है कि क्या वास्तव में ही कोई बिना इ-मेल हैक किये ही यूं किसी के नाम से भी टिप्पणी दे सकता है?

    देखिये...यह किया जा सकता है. (अरविन्द जी नि:संदेह यह टिप्पणी आपकी नहीं है)

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  8. ऊपर की सातवीं टिप्पणी जिस विद्वान ने की है उन्हें सामने आकर यह बताना चाहिए कि यह विद्या कैसे प्रयुक्त होगी जिससे किसी दूसरे ब्लॉगर का नाम और प्रोफाइल फोटो बिना उसका पासवर्ड जाने टिप्पणीकार के रूप में दर्ज किया जा सकता है। उससे भी जरूरी इस दुरुपयोग को रोकने के उपाय जानना है।

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  9. एक खतरनाक युग की तरफ बढ़ते हम!!

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  10. अरविन्द जी के नाम से की गई उपर की फर्जी टिप्पणी का ब्लॉगर प्रोफाइल आइ डी आता है: http://www.blogger.com/profile/12027528199347837854

    जब कि उनका वास्तविक प्रोफाइल आइ डी यह है:
    http://www.blogger.com/profile/02231261732951391013

    इस सज्जन ने उक्त प्रोफाइल का ऐक्सेस भी नहीं दे रखा है। ब्लॉगर पर कोई भी किसी के नाम से प्रोफाइल बना कर और उस व्यक्ति का चित्र लगा कर यह काम कर सकता है।
    लेकिन सिद्धार्थ जी की पोस्ट पर की गई टिप्पणी में अरविन्द जी का वास्तविक प्रोफाइल आइ डी ही दिखता है:http://www.blogger.com/profile/02231261732951391013
    स्पष्ट है कि हैक द्वारा यह काम किया गया है।
    हाँ, जहाँ तक मेरी अनुमान है बिना ई मेल अकाउंट में प्रवेश किए ब्लॉगर अकाउंट को हैक कर उस व्यक्ति के नाम से टिप्पणी की जा सकती है।

    एक दूसरा खतरनाक पक्ष यह भी है कि यहाँ भारत में बैठे बैठे ही इस तरह से टिप्पणी की जा सकती है कि वह अमेरिकन आइ पी दिखाए। यह साइबर क्राइम है और जो भी ऐसा कर रहे हैं उनसे अनुरोध है कि बाज आएँ। अंतत: यह किसी के हित में नहीं होगा।

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  11. हम सभी धृतराष्ट्र की तरह पूँछ रहे हैं, "यह क्या हो रहा है संजय" ।

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  12. बधाई हो चोरी होने से आपका रुतबा बढा है, मालदार आसामी हैं आप. हमारी तो ये भी औकात नही कि कोई हमारा ही पासवर्ड चोरी कर लेता.:)

    वैसे लगता है हम पूर्णरुपेण गटरगंगा युग में प्रविष्ठ हो चुके हैं.

    रामराम.

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  13. @ गिरिजेश राव जी

    आप सही कह रहे हैं. ऐसी कई साईट्स और तकनीक हैं जिनके सहारे जानकार कुछ भी कर सकता है. परंतु अगर साईबर क्राईम में रिपोर्ट दर्ज करवाई जाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है. पता नही इन मामलों में रिपोर्ट दर्ज हो भी सकती है या नही. अब तो लगता है सब कुछ गटरगंगा ही हो चुका है.

    रामराम.

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  14. गिरिजेश जी के विश्लेषण से सहमत

    ऐसा ही काम कल फिरदौस के ब्लॉग पर भी हुआ था। उनकी पोस्ट http://firdaus-firdaus.blogspot.com/2010/05/blog-post_22.html पर डॉ अनवर जमाल का नकली प्रोफ़ाईल http://www.blogger.com/profile/13224993056673646800 बना कर किसी ने टिप्पणी कर दी थी। इस नकली प्रोफ़ाईल को एक नज़र देख कर कोई भी इस नतीज़े पर पहुँच जाएगा कि यह उनका असली प्रोफ़ाईल है। जबकि उनका असली प्रोफ़ाईल यह है http://www.blogger.com/profile/06580908383235507512

    इन सब बातों का ठंडे दिमाग से सामना किया जाना चाहिए

    बी एस पाबला

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  15. dr mishra
    few blogger in hindi blog world who proclaim to be best in the technique are hacking other email and passwords . blog is also being hacked and i dont want to take names because i have forwarded one such complaint to cyber crime cell . My professional blog was hacked and the complete data was changed .
    when you log in to your email account always check at the bottom of the page you will find a place where its given last log in from which IP . Once you can see that log in you can understand who tried to go into your account

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  16. There is nothing called as a proxy profile because 100 people can have 100 names . Proxy profile can be created very easily by any one .

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  17. siddarth

    Very simple make a new blog
    disable show profile
    put any ones name
    and proxy profile is ready
    on the same keep changing the name { the identification as given http://www.blogger.com/profile/12027528199347837854
    will alwasy remain the same yet the name can be changed from arvind to siddarth in few seconds

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  18. ओह मैं तो सर थाम के बैठ रहा हूँ !
    एक खबर मेरे एक मित्र की और से यहाँ भी है
    http://in.groups.yahoo.com/group/indiansciencefiction/message/3633

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  19. किस्सा अभी खत्म नहीं हुआ है आगे पढ़ें

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  20. सिद्धार्थ जी ने बता दिया तो आपको पता चल गया वर्ना आपको बिना बताये आपके नाम का ढिंढोरा भी पीटा जा सकता था ...
    बहुत गंभीर मामला है ...!!

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  21. एक बात अच्छे से पता लगी इस घपले में ... कि जब भी कोई टिप्पणी कंट्रोवर्शियल बनने लगे तो झट से नट जाओ -"मेरी नहीं है, मेरी नहीं है"
    :-))

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  22. काजल कुमार जी से निवेदन : कल का कार्टून इसी विषय पर होना चाहिये.

    रामराम.

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  23. बात चिंताजनक है. बीच में "अरविन्द मिश्र" के नाम की एक फर्जी टिप्पणी और गिरिजेश राव की (बाद वाली) टिप्पणी से सारी कारगुजारी स्पष्ट हो गयी है. ऐसा लगता है की यह हैकिंग का नहीं बल्कि मिलती-जुलती ID बनाकर गुमराह करने का मामला है. हिन्दी में टिप्पणी भी की गयी है इससे लगता है की उद्देश्य भी नाइजीरिया आदि में बैठे आर्थिक अपराधियों वाला न होकर छवि मलिन करने भर का है. व्यावसायिक हैकरों को हैक्ड अकाउंट से टिप्पणी करने की फुर्सत कहाँ होगी? क्या भारतीय साइबर कानूनों में इससे बचने के प्रावधान हैं - यदि हैं तो उनका उपयोग कैसे किया जाए? हो सके तो इस बात पर प्रकाश डालिए.

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  24. अंतरजाल के इस युग में क्या कुछ संभव नहीं है....मगर हमें सावधान रहना होगा...पाबला जी से एक दम सहमत हूँ मैं "इन सब बातों का ठंडे दिमाग से सामना किया जाना चाहिए"

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  25. यह संदेश देखने के लिए है कि क्या वास्तव में ही कोई बिना इ-मेल हैक किये ही यूं किसी के नाम से भी टिप्पणी दे सकता है?

    जी दे सकता है, जब आप ने अनामी/ ओर Name/URL Anonymous
    को बन्द ना किया हो, इस से कोई भी किसी का भी लिंक डाल कर उसी के नाम से टिपण्णी भी दे सकता है, लेकिन इस मै भी आप टिपण्णी वाले को पकड सकते है, अगर वो बहुत ज्यादा चलाक नही तो..... कैसे? यह मेल से बता सकता हुं, वर्ना चोर को भी रास्ता मिल जायेगा,

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  26. World is full of hi-tech people. Its easy to trouble the simple ones. We cannot do much. Its not easy for us to match the brains of hackers. Let's hope for the best but it will be wise to be prepared for the worst.

    Rachna ji has given a fine advice. It will be helpful.

    Last month i faced the same problem. I got a mail saying 'You must watch this V-clip". The moment i clicked on it, the link was sent to everyone on my list. The first thing that i did was to send a group message to everyone asking them not to click on the link coming from my ID as my ID has been hacked. And then i changed my password. Everything is fine since then.

    Some sick mentality people play such games for sadistic pleasure. We simple people cannot do much in this regard.

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  27. सावधान करने का शुक्रिया .

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  28. यह तो बहुत गम्भीर मामला है,इसका सदुपयोग कम ,लोग दुरूपयोग करेंगे.इसकी पुनरावृत्ति न हो इसका उपाय लोंगों को सोचना होगा.

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  29. बहुत कठिन है डगर ब्लॉगिंग की। अब तो हर समय लाठी, बल्लम लेकर होशियार रहना पडेगा, तभी काम बनेगा।

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  30. सचमुच में कुछ गड़बड़ है मिश्रा जी , कुछ लोग है जो बहुत ही गिरी हरकते कर रहे है ! मैं तो कल दिन में यह देख हैरान ही रह गया कि ब्लॉग प्रोफाइल से मेरी फोटो ही गायब है, आज सुबह दोबारा लोड की !

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