सोते रहिये ब्लॉगर भाईयों -...हम सैकड़ो साल ऐसे ही गुलाम नहीं रहे ...राष्ट्रीय मुद्दों की आकस्मिकता के बजाय लोग अपने आमोद प्रमोद घर परिवार और प्रेम प्रणय मनुहारों में लगे रहते आये हैं तो अगर हमारे ब्लॉगर भाई भी अपने इस सनातन चरित्र का निर्वहन कर रहे हैं तो किम आश्चर्यम? आश्चर्य है लाल लाल चौक पर तिरंगे के मुद्दे ने कईयों को संवेदित नहीं किया -न तो खाए पिए अघाए लोगों को और न ही शायद उचित ही गमें रोजगार,गमें मआश से मारे लोगों को ..कुछ तटस्थ खड़े तमाशे देखते रहे और फिर अपने बाल बीबी बच्चों की फ़िक्र में लग गए तो कुछ अपने ही जयचंद अलग ढपली अलग राग बजाते रह गए ...एक और गुलामी करीब से दस्तक देकर चली गयी दुबारा आने और शायद रुकने के लिए भी ..तो क्या आप कहीं उस कटेगरी में तो नहीं जो अभी तक भी कुछ नहीं समझे ? - तो जाईये पूरी बहस को पढ़िए .आज तो बहस का समापन है -
लाल चौक पर तिरंगे को फहराए जाने का राज्य द्वारा विरोध अखंड भारत के इतिहास का एक काला दिन बन गया है -मैंने जनपक्ष पर इस बहस का उपसंहार करते हुए लिखा है -
लाल चौक पर तिरंगा! बहस का समापन
१-स्पष्ट है यहाँ विमर्श रत लोग अपने अपने निहितार्थों के चलते वैचारिक खेमे बना लिए हैं ....कुछ को तो जम्मू कश्मीर सरकार का ब्रैंड अम्बेसडर पद आसानी से हासिल हो जाएगा ..और उन्हें बिना देर आवेदन कर देना चहिये .......
२-कुछ भावना विहीन लोग लोगों की सहज भावनाओं का मजाक उड़ाते फिर रहे हैं -यह भूल गए की इसी झंडे के लिए कितनी जाने लोगों ने न्योच्छावर कर दी ....शहीद सैनिक का शव इसी तिरंगे में यूं ही नहीं सहेजा जाता .... आधुनिक वृहन्नलाओं की पहचान ऐसे ही मौकों पर होती हैं...
३-यहाँ सायास अयोध्या का मुद्दा लाने की भी कोशिश हुयी है -मन का चोर सारे राज खोल रहा है -स्पष्ट है कुछ लोग गहरे ब्रेन वाश हो चुके हैं -निज समाज पहचान से कटे हुए भ्रमित लोग ..जिनसे सचमुच समाज राष्ट्र को कोई अपेक्षा नहीं करनी चाहिए
४-अध्ययन ,वक्तृता का ऐसा पतन कहीं माँ सरस्वती को भी गहरा सदमा देता ही होगा -
..सर धुन गिरा लाग पछताना
अंततः
जिसको न निज गौरव तथा निज देश का अभिमान है वह नर नहीं है पशु निरा है , और मृतक समान है ! ...
और मृतकों से कैसा संवाद ?
मित्रों संविधान के अपमान को ,अपने तिरंगे के अपमान को हम कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं -झंडा संहिता भी तार तार हो गयी ..आज तो यह तात्कालिक प्रतिक्रिया है ..हम इस मुद्दे पर सिलसिलेवार जल्दी कुछ लेकर आ रहे हैं ..तनिक इंतज़ार करिए ....