गुरुवार, 24 जून 2010

इस मनभावने गीत में सौदाई का अर्थ क्या है ?यह पोस्ट उर्दू की कम जानकारी वाले दोस्तों के लिए है !

मुझे क्लासिकल ज्यादा अच्छे  लगते हैं मगर कभी कभी कोई सुगम गीत संगीत भी मन  में गहरे पैठ  जाता है जैसे कि दो चार दिनों से फिल्म जोशीला का यह गीत -किसका रस्ता देखे ऐ दिल ऐ सौदाई .....मन  में गूंजता जा रहा है -किशोर कुमार की जादुई आवाज ने इस ग़ीत की तासीर और भी बढा   दी है ..मेरी सिफारिश पर इस गीत का वीडियो आप तनिक देखिये और इस यादगार गीत में थोड़ी डेर डूबिये ना! तब मैं कुछ निवेदन और करुँ ! नहीं नहीं पहले गीत को सुन आईये प्लीज! हाँ तो आगे बढ़ते हैं हम ...आप पर विश्वास करके कि आपने मेरा विश्वास नहीं तोडा होगा और अब तक गीत सुन लिए होंगे मैं अब  कुछ आगे अर्ज करता हूँ -इस मनभावने गीत में सौदाई का अर्थ क्या है ? देखिये यह गीत आप पहली बार  थोड़े ही सुन रहे/रही  हैं ,कितनी बार पहले भी इस गीत ने आपको यादों की वादियों में पहुंचाया होगा -क्या कभी भी आपके मन  में नहीं आया कि सौदाई का मतलब क्या है ? ..तो आज हम आपसे पूछते हैं सौदाई माने क्या ? नहीं नहीं डिक्शनरी नहीं ऐसे ही बताईये न ..बाद में तो हम इस शब्द की व्याख्या कर ही देगें ...चलिए बताईये !

उर्दू भाषा- साहित्य के अनेक शब्द है जिन्हें हम अक्सर सुनते हैं  और इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकते मगर सही अर्थ नहीं मालूम होता जबकि बिना जाने किसी भी भाषा के शब्द का गलत इस्तेमाल बहुत हास्यास्पद हो सकता है और बड़ी शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ सकती है ..इसलिए जिस शब्द के बारे में आपको पक्का पता न हो उसे इस्तेमाल में न लायें -रोब गांठने और इम्प्रेसन जमाने के लिए तो बिलकुल भी नहीं क्योंकि तब तो आपकी अज्ञानता और भी आपकी इज्जत खराब कर सकती है ....कहीं आप मेरी बात को मानने  से इनकार तो नहीं कर रहे तो चलिए लगे हाथ  उर्दू के इन शब्दों का भी  अर्थ तो बताते चलिए ...
रुसवाई ,इरशाद , इस्तकबाल ,सनम,उल्फत ,कयाम ,कफस ,बागबाँ,यल्गार,मजरूह   

चलिए आम बोलचाल और फिल्मो से लिए ये दस शब्द आज आपके  उर्दू शब्दज्ञान  की परीक्षा के लिए हैं ......सूक्ष्म भावनाओं के इज़हार में इस जुबान की कोई सानी नहीं ...तो क्यों न हम उर्दू का शब्द ज्ञान बढायें ..आज से यह नई श्रृंखला शुरू हो रही है मगर नियमित नहीं यदा कदा ही आपको  उर्दू शब्दों की चर्चा को आमंत्रित करेगी ....

मैं सौदाई के साथ ऊपर के दस शब्दों का अर्थ आपसे जानने को बेकरार हूँ .....

44 टिप्‍पणियां:

  1. @ अरविन्द जी
    क्या ये प्रविष्टि मुझ से अल्पज्ञ के लिये भी है !

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  2. सौदाई के साथ दस माने कुल मिलाकर ग्यारह शब्द तो फिर... बेक़रार हूं वाला बारहवां काहे छोड दिये :)

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  3. चलिए आपके ब्‍लॉग के माध्‍यम से हमारा भी ज्ञानवर्द्धन हो जाएगा !!

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  4. @महानुभावों ,गुजारिश है इस चर्चा में जरा मन से लगे न !

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  5. यह पक्ष कमज़ोर है, हमें भी मज़बूत करना है ।

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  6. Interesting!
    :) It is really a good topic to discuss...:D

    I tell you here meanings in my knowledge-:D
    सौदाई का अर्थ --Dil सौदाई hai..means sauda karne wala...So..such selfish heart has to suffer loneliness...meelon tak khamoshi..

    रुसवाई-wife of ruswa
    इरशाद-name
    इस्तकबाल-kind of baal[hair]
    सनम-with moisture
    उल्फत-not meant for sensitive people
    कयाम -anything related to mango[aam]?

    कफस -obstructing something
    बागबाँ-garden's parents
    यल्गार-aliens' dictionary has it.
    मज रूह-A soul which enjoys

    tell me my score..100% correct :D

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  7. by the way
    'किसका रस्ता देखे ऐ दिल ऐ सौदाई ..[heart broken sings it...
    a sad song...
    दो चार दिनों से मन में गूंजता रहा '..

    Is everything ok??

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  8. @कृतिका ,
    डेढ़ इंच मुस्कान भी संभल नहीं रही -हा हा हा हा
    देखो हंसी भी बेसाख्ता फूट पडी ..
    १०० परसेंट करेक्ट ......
    मुझे तो अब यही अर्थ याद रहेगें ! :)
    और हाँ कहाँ सब ठीक है ? आप मेरी पोस्टों पर इतना कम जो आती हैं ! :)

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  9. सौदाई का सही और सबसे आम अर्थ है 'दीवाना' या 'पागल'.

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  10. सौदाईः पागलपन
    रुसवाईः बदनामी
    इसतकबालः स्वागत
    सनमः प्रेमी या प्रेमिका
    उल्फ़तः प्यार
    क़फसः पिंजड़ा
    बाग़बाँः माली जो हिफ़ाज़त भी करे बाग की
    यल्ग़ारः आक्रमण
    क़यामः ठहरना
    इरशादः कहना

    पास या फ़ेल बता दीजिएगा पंडित जी!!

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  11. १५ मिनट से सुनने का प्रयास कर रहा हूँ...जब सुन सकूँ तब न....
    तब तक कुछ के अर्थ बताने का प्रयास करता हूँ..
    १-रुसवाई=बेवफाई
    २-इरशाद=कृपया दोहराएँ
    ३-इस्तकबाल=स्वागत है
    ४-सनम=प्रियतम
    ५-उल्फत=प्रेम
    ६=कफस=पिंजड़ा

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  12. सौदाई .... दिवाना, पागल, सर फ़िरा
    रुसवाई.... नाराजगी,किसी को नाराज करना, या किसी से नाराज होना.
    इरशाद.... हां क्यो नही, जरुर जी....
    इस्तकबाल.... स्वागत, सर माथे पर...
    सनम... प्रियतम
    उल्फत..... चाहत
    कयाम
    कफस
    बागबाँ,
    यल्गार
    मजरूह...... किसी काम मै लगे होना( विजी)

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  13. जब से आपने ये पोस्ट पब्लिश की है, मैं तीं बार आ चुकी हूँ...इस बार कुछ सही जवाब मिले हैं... चलिए ज्ञानवर्धन हुआ.

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  14. हो रहा है हमारा भी ज्ञानवर्धन ...
    कल ही तो संस्कृत कक्षा में भी प्रवेश लिया हैं ...
    अच्छी पोस्ट ...

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  15. यह गीत पुराने प्रेम को याद करने वाले को बहुत जँचता है।...
    शब्दों के अर्थ पूछने इरशाद भाई के पास गया था लेकिन वे टूटी खटिया पर सौदाई के माफिक बैठे थे। इस्तकबाल करना तो दूर देखते ही कहने लगे कि रूह कफस में बन्द मैना सी तड़प रही है। सनम की उल्फत में रुसवाई की परवा नहीं लेकिन ये मजरूह कमीनेपन पर उतर आया है। कहता है शादी करेगा तो उसी से। अब क्या करूँ? दोनों अजीज हैं।
    उदास से खड़े हो उन्हों ने ये शेर पढ़ा:
    है बागबाँ को मालूम कि कोई यल्गार नहीं
    चमन को उजाड़ने में लगे हैं उसी के बन्दर।
    फिर चुप हो गए। मुझे समझ में नहीं आया कि क्या करूँ?... कयाम को तोड़ते हुए मैने उनसे टूटी खटिया माँग ली और अब उस पर बैठ सोच रहा हूँ कि अपनी अधूरे लेखों को पूरा करूँ कि नहीं?

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  16. गिरजेश जी का वाक्य प्रयोग प्रशंसनीय है.

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  17. सौदाई = बावला, पागल
    रुसवाई = बदनामी
    इरशाद = आरम्भ करें, शुरू करें
    इस्तकबाल = स्वागत
    सनम = हृदयेश्वर, हृदयेश्वरी, हृदय को प्यारा लगने वाला लगने वाला या वाली
    उल्फत = प्रेम, प्रणय
    कयाम = मौन, चुप्पी
    कफस = पिंजरा
    बागबाँ = माली
    यल्गार = युद्ध, आक्रमण, हमला

    मजरूह का अर्थ तो मुझे पता नहीं किन्तु रूह का अर्थ आत्मा है और मजरूह में रूह के साथ मज उपसर्ग लग जाने से क्या अर्थ होता है यह जानने की मुझे भी जिज्ञासा है।

    गिरिजेश जी की टिप्पणी बहुत सुन्दर लगी!

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  18. कुछ पता था अर्थ कुछ यहाँ से जान लिया ..अब तो कहेंगे बस शुक्रिया

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  19. सौदाई से मुझे एक ही चीज याद आती है. इधर रही -

    "क्या इंशा जी सौदाई हैं..."

    और ये रहा वीडियो -

    http://www.youtube.com/watch?v=uqf_FigH_qk

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  20. @सनम का एक अर्थ और होता है कोई बताएगा ?
    पत्थर के सनम ...तुझे मैंने ....

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  21. @घोस्ट बस्तर ,
    इंशा अल्लाह ,क्या खूब ....गुलाम अली को घर पर सुन पायेगें -यहाँ स्पीकर नहीं है !

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  22. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  23. 1.सौदाई == जिसे सौदा या पागलपन हुआ हो, पागल, बावला, सौदाई होना=किसी के प्रेम में पागल—सा हो जाना


    2.रुसवाई == रुस्वा होने की अवस्था या भाव, बदनामी, निंदा


    3.इरशाद == किसी को ठीक मार्ग बतलाना, मार्ग-प्रदर्शन करना, किसी को यह बतलाना कि अमुक काम कैसे करना चाहिए, आज्ञा, आदेश


    4.इस्तक़बाल == स्वागत, व्याकरण में, भविशष्यत् काल


    5.सनम == . प्रेमपात्र अथवा प्रियतम, देवमूर्ति--- यही है ना दूसरा अर्थ


    6.उलफत == प्रेम, प्रीति


    7.कयाम == किसी स्थान पर ठहरने, रुकने या विश्राम करने की क्रिया या भाव. वह स्थान जहाँ ठहरा, रुका या विश्राम किया जाय. स्थिरता,निश्चय


    8.कफस == . पिंजरा, दरबा, बंदीगृह, कैदखाना, बहुत तंग और सँकरी जगह, शरीर या उसका पिंजर(आध्यात्मिक पक्ष में)


    9.बागबान == वह व्यक्ति जो बाग में पेड़-पौधे उगाता तथा रोपता हो और उनकी देखभाल तथा सेवासुश्रुषा करता हो, बाग का माली


    10.यल्गार == शायद आक्रमण को कहतें है. पहले टीपू सुल्तान सीरियल देखते थे तो उसमें टीपू सुल्तान तलवार निकालकर आक्रमण करने का आदेश यलगार बोलकर ही देता था . क्या सही है?????


    11.मजरूह == चोट खाया हुआ, आहत, घायल, जख्मी, बयान जो जिरह में बिगड़ गया हो

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  24. वाह अमित जी ,अगर सनम बुत (मूर्ति) है तो मुजस्समा क्या है ?

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  25. @अमित जी आपकी टिप्पणी कहाँ गयी?

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  26. गिरिजेश जी की टिप्पणी बहुत सुन्दर लगी!

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  27. अमित जी ,गिरिजेश जी हरफनमौला हैं !

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  28. मुजस्समा == शायद मुजस्सिमा होता है जिसका मतलब है --- मूर्ति, प्रतिमा. ------ जबकि सनम देवमूर्ति को कहते है, प्रियतम को सनम शायद देवता मानने के कारण कहते हों

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  29. पत्थर के सनम...... मैंने तुझे मुहब्बत का देवता था जाना.................. मतलब की मैंने तो तुझे मुहब्बत का "देवता" समझा था, पर तू तो सिर्फ पत्थर का "देवता" निकला............... इसलिए सनम == देवमूर्ति और मुजस्सिमा सिर्फ मूर्ति

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  30. “पत्थर के सनम तुझे मैंने मोहब्बत का खुदा माना”
    सही कहते हैं अमित मुझे भी ऐसा ही लगे है !

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  31. पत्थर के सनम...... मैंने तुझे मुहब्बत का देवता था जाना.................. को सही करने के लिए धन्यवाद् . गाने सुनना वापस चालू करना पड़ेगा अब ............

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  32. सौदाई ...मतलब सौ दाईयां एक साथ ..

    रुसवाई-जब बालों से रुसियां बाई कहती हैं

    इरशाद-ये तो वो हलकट नाई है जो सबकी गजनी कट बनाता रहता है ।

    इस्तकबाल-गजनी कट कराने से पहले की प्रकिया है इसमें आपके सभी बाल इस्ते इस्ते (आहिस्ते ) से निकल लेते हैं

    सनम-ये एक प्रकार का मसाला है जिसे मिक्स करके आप बहुत सारी हिट फ़्लौप पिक्चरें और गाने बना सकते हैं जैसे ..बेवफ़ा सनम ,.संगदिल सनम , तंगदिल सनम, फ़टेहाल हाल सनम , बेहाल सनम आदि आदि

    उल्फत-उल्लू फ़ट से कोई काम करे तो .

    कयाम -क्या आम ............नहीं आम नहीं बिल्कुल खास , खासमखास ।

    कफस -ये कबज का उलटा है ,,यानि भावार्थ ये कि जो तकलीफ़ किसी को कबज में होती है उसका उलटा उसे कफ़स में आनंद ही आनंद आता है हां पैजामा खराब होने का रिस्क तो होता है जरूर

    बागबाँ-यानि मुर्गा आजकल बाग में जाकर बांग दे रहा है ,इसलिए मुर्गी अंडे भी वहीं देगी , घर में जरूर बर्ड फ़्लू का खतरा है ।

    यल्गार-ये एक महाफ़्लौप पिक्चर थी , संजय दत्त , और फ़िरोज़ खान की । एक निहायत ही घटिया सा गाना भी था इसमें जो नग्मा जी पर फ़िल्माया गया था । बाद में टीपू सुल्तान ने भी ये पिक्चर देखी और adopt कर लिया इसे एक सिग्नेचर ट्यून की तरह

    मज रूह-ये एक नया फ़्लेवर है जिसे माजा(मज) और रूहअफ़्ज़ा (रूह) को मिला कर बनाया जा रहा है अभी मार्केट में नहीं आया है ये फ़्लेवर ।

    देखा कित्ता सिंपल था , आप और पूछिए हमें तो सब आता है जी ।

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  33. सौदाई अरबी शब्द है जिसका अर्थ होता है पागल, प्रेमी, विक्षिप्त .
    रुसवाई फ़ारसी है जिसका अर्थ है बदनामी, कुख्याति, निंदा.
    इस्तक़बाल का सही उच्चारण इस्तिक्बाल होता है यह भी अरबी का लफ्ज़ है और अर्थ इसका स्वागत के अतिरिक्त अभिनन्दन के लिए आगे बढ़ना , आगे जाना, सूर्य और चंद्रमा का आमने -सामने होना ऐसा पूर्णमासी की रात ही होता है , एक अर्थ इसका भविष्य ही होता है.
    सनम भी अरबी है और अर्थ है प्रेमी,प्रेमिका,प्रेयसी, मूर्ति और प्रतिमा
    उल्फ़त भी अरबी शब्द है , अर्थ होता है प्रेम,स्नेह .
    क़याम का शुद्ध उच्चारण क़ियाम है और ये भी अरबी लफ्ज़ है ,जिसका अर्थ होता है अस्थायी निवास,किसी जगह थोड़े दिनों के लिए रुकना ठहरना,किसी संस्था आदी की स्थापना , नमाज़ में खड़े होने की अवस्था, निश्चय.
    क़फ़स भी अरबी है और अर्थ है पिंजडा, कारागार,कैदखाना.
    बाग़बाँ यानी बाग़बान फ़ारसी शब्द है और अर्थ है बाग़ की रखवाली करने वाला यानी माली
    यलग़ार तुर्की शब्द है और वहाँ इसका उच्चारण यलग़र होता है .अर्थ है आक्रमण,धावा,चढ़ाई .
    मजरूह भी अरबी ही है और अर्थ है घायल, क्षत, आहात.उर्दू के एक ख्यात कवी हुए इस नाम के जिन्होंने फिल्म के लिए भी खूब गीत लिखे मजरूह सुल्तानपुरी.

    संभव है आपकी परेशानी कुछ इस ख़ाकसार ने हल कर दी हो.

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  34. गिरिजेश राव का अंदाज़ और अजय कुमार झा की मासूमियत पसंद आयी , इन दोनों को ईनाम दिया जाए !

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  35. इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.

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  36. बहुत ही रोचक शब्द चर्चा रही -मैं लाभान्वित हुआ .गिरिजेश जी के वाक्य प्रयोग से लेकर संवेदना के स्वर ,बेचैन आत्मा ,अवधिया साहब ,मात्र सौदाई शब्द की प्रमाणिक व्याख्या लिए घोस्ट बस्टर,अमिटीअमित शर्मा जी और शहरोज जी ने अपनी विद्वतापूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई....स्प्रिंगमेलाडी (कृतिका ) और अजय झा साहब ने मसखरी भी खूब की जैसी की हम आम जन शब्दों का मनमाना अर्थ लगाए बैठे रहते हैं ....बहरहाल और भी अतिथि जिम्होने इस चर्चा में भाग लिया सबका बहुत आभार ....ये शमा जलती रहेगी ....
    अंत में ये शेर आदाब अर्ज है -
    जिसके बदले में लुटा आये हैं दुनियाए निशात
    वह खलिश दिल में छुपाये तेरा सौदाई है .....

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  37. देर से आने का फायदा उठा रहा हूँ...गिरिजेश जी ने तो मस्त अंदाज में बात कही है....बाकी तो अब अगली कड़ी का इंतजार है।

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  38. जिसके बदले में लुटा आये हैं दुनियाए निशात
    वह खलिश दिल में छुपाये तेरा सौदाई है .
    वाह! क्या शेर कहा है..
    पोस्ट पर देर से आने का फायदा हुआ.
    अगले दस शब्दों [के पाठ ]का इंतज़ार है .

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