तुम वो नहीं
तसव्वुर में थी बसी एक तस्वीर जो
मुद्दत से था जिसका ख़याल
था सदियों से इंतज़ार जिसका
तुम वो नहीं
पास तुम आये जो
लगा सच हुआ ख्वाब मेरा
मगर जल्द ही टूटे भरम
तुम वो नहीं
शुक्र है उन
नजदीकियों का
होती गयी हर हकीकत बयां
तुम वो नहीं
तिश्नगी फिर से वही अब
इंतज़ार फिर उस प्यार का
ताकि हो ताबीर उस ख्वाब का
तुम वो तो नहीं!
तसव्वुर में थी बसी एक तस्वीर जो
मुद्दत से था जिसका ख़याल
था सदियों से इंतज़ार जिसका
तुम वो नहीं
पास तुम आये जो
लगा सच हुआ ख्वाब मेरा
मगर जल्द ही टूटे भरम
तुम वो नहीं
शुक्र है उन
नजदीकियों का
होती गयी हर हकीकत बयां
तुम वो नहीं
तिश्नगी फिर से वही अब
इंतज़ार फिर उस प्यार का
ताकि हो ताबीर उस ख्वाब का
तुम वो तो नहीं!