tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post7857229192018467014..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: .....और मैं हतप्रभ सा देखता रह गया! Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47259725423377228302020-05-04T18:16:05.039+05:302020-05-04T18:16:05.039+05:30पुराने समय में लोग चांद के वलय से मौसम का अनुमान ल...पुराने समय में लोग चांद के वलय से मौसम का अनुमान लगाते थे, बड़े वलय का मतलब आंधी-तूफान और छोटे का मतलब बारिश माना जाता था, अब मौसम विभाग के निर्देश से चलते हैं Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15977891105426110152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35599435695865238992012-11-14T01:09:45.251+05:302012-11-14T01:09:45.251+05:30यह नजारा हमने भी देखा है मैं छत्तीसगढ के राजधानी ...यह नजारा हमने भी देखा है मैं छत्तीसगढ के राजधानी से 120 किमी दुर कसडोल में रहता हूं हमारे तरफ इसे चंद्रमा को मण्डल घेरा है मतलब बरसात होगी कहते हैं जानकारी प्रादेशिक है अपडेट दे रहा हुं super-bazarhttps://www.blogger.com/profile/15083111909201544941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-11606634611014932252012-11-10T00:37:37.713+05:302012-11-10T00:37:37.713+05:30वाह ! हम बस सैंडी को ही देख पाए। ये नहीं पता था। वाह ! हम बस सैंडी को ही देख पाए। ये नहीं पता था। Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-55901836466114892482012-11-09T06:01:03.738+05:302012-11-09T06:01:03.738+05:30चंद्र छल्ला मैने भी कई बार देखा है पर वह तूफान के ...चंद्र छल्ला मैने भी कई बार देखा है पर वह तूफान के आने की सूचना है यह पता नही था । हम तो वैसे भी समंदर से काफी दूर रहते रहे हैं । आप ठीक कह रहे हैं इसके बारे में टी वी पर बच्चों को जानकारी देना चाहिये थी Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-12681763640914589222012-11-08T22:20:03.601+05:302012-11-08T22:20:03.601+05:30------हर वर्षा ऋतु में ऐसे दृश्य देखे जाते हैं कोई...------हर वर्षा ऋतु में ऐसे दृश्य देखे जाते हैं कोई नयी बात नहीं है ...वास्तव में तो हम भागम-भाग ज़िंदगी में आसमाँ व चाँद की ओर को देखना ही भूल गए हैं .. सही है इसे इन्द्रसभा कहा जाता है..चन्द्रमा पास में बैठा है अर्थात मीटिंग में ...वरसात आदि अवश्य होगी ... समुद्र तटीय क्षेत्रों में तेज ज्वार ....डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-16379689404817725622012-11-08T16:39:24.256+05:302012-11-08T16:39:24.256+05:30चित्र ही इतना सुन्दर है तो नज़ारा भी अद्भुत रहा ह...चित्र ही इतना सुन्दर है तो नज़ारा भी अद्भुत रहा होगा.<br />इस घटना की जानकारी नहीं थी,अब मिल गई .<br />आभार.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-14132651909006485692012-11-08T04:56:28.056+05:302012-11-08T04:56:28.056+05:30आपका यह हतप्रभ रहना ही हमसे इसी विषय पर एक पोस्ट ल...आपका यह हतप्रभ रहना ही हमसे इसी विषय पर एक पोस्ट लिखवा गया जिसके प्रेरणा स्रोत आप बने .आपकी टिपण्णी हमारे ब्लॉग की शान रहे ,हमें यही अभिमान रहे .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-21539982811518325292012-11-07T20:24:23.946+05:302012-11-07T20:24:23.946+05:30.
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सर जी,
शानदार फोटो है... और गौर से देखने पर ....<br />.<br />.<br />सर जी,<br />शानदार फोटो है... और गौर से देखने पर इन्द्रधनुष की तरह रंग भी दिख रहे हैं चन्द्रघेरे के...<br />२२ डिग्री वृत्ताकार हेलो <a href="http://www.atoptics.co.uk/halo/circular.htm" rel="nofollow">सूर्य व चंद्र दोनों के</a> चारों ओर <a href="http://www.newton.dep.anl.gov/askasci/phy00/phy00720.htm" rel="nofollow">अक्सर बनते</a> हैं और विश्व भर से <a href="http://www.strudel.org.uk/blog/astro/000379.shtml" rel="nofollow">रिपोर्ट भी किये जाते</a> हैं । कभी कभी इनको देखे जाने के २४ से ४८ घंटे के भीतर तेज हवायें या बारिश होती है, पर हमेशा नहीं...<br /><br /><br />...<br />प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-23362086838207960242012-11-07T16:35:32.925+05:302012-11-07T16:35:32.925+05:30डॉ साहब कभी मिलने पर बताएगें! :-)डॉ साहब कभी मिलने पर बताएगें! :-)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-66340522588761846742012-11-07T09:09:10.257+05:302012-11-07T09:09:10.257+05:30aajtak to jaunpur ka oil hee suna thaa jo ki famou...aajtak to jaunpur ka oil hee suna thaa jo ki famous thaa lekin aaj ke baad chandrma bhee mashhoor ho gaya!सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47610659176852699282012-11-06T19:52:56.067+05:302012-11-06T19:52:56.067+05:30अद्भुत दृश्य है। टीवी वालों और वैज्ञानिकों को इसकी...अद्भुत दृश्य है। टीवी वालों और वैज्ञानिकों को इसकी खबर नहीं हुई यह घोर आश्चर्य है। आपने न दिखाया होता तो हम देख भी न पाते। आभार के साथ मलाल यह कि आपने हमे नहीं जगाया वरना हम भी रात को निकल पड़ते कैमरा लेकर। :)<br />देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10254408295865986072012-11-06T19:00:41.330+05:302012-11-06T19:00:41.330+05:30हाँ मौसम की नवज से जुड़ी है यह चन्द्र प्रभा .लूनर...हाँ मौसम की नवज से जुड़ी है यह चन्द्र प्रभा .लूनर हैलो ,लूनर रिंग <br /><br />.जल्दी ही इस पर एक लेख पढियेगा .आभार इस सचेतन पोस्ट के <br /><br />लिए .सैंडी वैसे भी एक स्नो स्टॉर्म और हुर्रिकैन की दुर्भिसंधि थी .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-42661167371581791212012-11-06T12:26:19.786+05:302012-11-06T12:26:19.786+05:30ज्योतिष मूलत: किसी अत्यंत विकसित सभ्यता के द्वारा ...ज्योतिष मूलत: किसी अत्यंत विकसित सभ्यता के द्वारा सतत विकसित किया गया प्रमाणिक विज्ञान है जो उस सभ्यता के ख़त्म हो जाने के बाद अधूरे सूत्रों के साथ रह गया है . विज्ञान भी आज उसे स्वीकार करने की ओर बढ़ रहा है . सौर-परिवार में निरंतर आंतरिक और सूक्ष्म संवाद होता ही रहता है . जिसका उदाहरण आपने आँखों-देखा बताया है . हमारी दृष्टी को और भी सूक्ष्म होने कि जरुरत है ताकि ज्यादा तो नहीं पर कुछ आगे का देख या भांप सके .Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-672612308334642632012-11-06T11:53:40.070+05:302012-11-06T11:53:40.070+05:30jaankari ke liye aabhaar .. us raat hamare yahaan ...jaankari ke liye aabhaar .. us raat hamare yahaan to itne baadal aur barish thee ki "chandraabha" ya "aabhaa" to door, "chandaa" maama ko bhi dekhna sambhav nahi tha .... "neelam" ji kee dua se....Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-13734792632694189832012-11-06T11:52:27.013+05:302012-11-06T11:52:27.013+05:30पुरानी कहावतों में आगत विपदाओं के संकेत की ऐसी बात...पुरानी कहावतों में आगत विपदाओं के संकेत की ऐसी बातें कही गई हैं - कुछ पशु-पक्षिओं में भी पूर्वाभास की अनोखी क्षमता पाई जाती है .<br />ऐसे साक्षात्कार के अवसर बहुत दुर्लभ होते हैं !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-59582082637096685722012-11-06T11:40:50.559+05:302012-11-06T11:40:50.559+05:30अद्भुत व आश्चर्यजनक अद्भुत व आश्चर्यजनक vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-26117655274422042232012-11-06T11:19:39.039+05:302012-11-06T11:19:39.039+05:30चार दिनों से झेलता, झारखण्ड बरसात |
नीलम का यह असर...चार दिनों से झेलता, झारखण्ड बरसात |<br />नीलम का यह असर है, चलता झंझावात |<br />चलता झंझावात, उपग्रह है प्राकृतिक |<br />दर्पण सा अवलोक, गगन से घटना हर इक |<br />हुवे घाघ अति श्रेष्ठ, पढ़ें संकेत अनोखे |<br />करे आकलन शुद्ध, मिलें फल हरदम चोखे || रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10652382333895275822012-11-06T10:58:57.979+05:302012-11-06T10:58:57.979+05:30bahut sundar adbhut hai yah najara bahut sundar adbhut hai yah najara रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-12108151643154470082012-11-06T09:55:43.093+05:302012-11-06T09:55:43.093+05:30अद्भुत नज़ारा है.
शायद पहले भी ऐसे दृश्य होते रहे...अद्भुत नज़ारा है. <br />शायद पहले भी ऐसे दृश्य होते रहे होंगे. <br />तूफ़ान के आने की चेतावनी हो सकती है. इस पर और अध्ययन होना चाहिए. <br />लेकिन आप रात २ बजे अकेले जागकर क्या कर रहे थे ? :)डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-56981399445301233702012-11-06T09:50:15.936+05:302012-11-06T09:50:15.936+05:30देवताओ की सभा बैठी है. आदमियो के चाल चलन पर गम्भीर...देवताओ की सभा बैठी है. आदमियो के चाल चलन पर गम्भीर चर्चा हुयी. भेजा था का करने करन लगे का.मुझे मिली गुप्त सूचना के अनुसार और भी बाते हुयी है जिसका खुलासा समय सुकाल देख कर प्रेस कांफ्रेस करके किया जायेगा.<br /><br />"मुझको यकी है सच कहती थी जो भी अम्मी कहती थी,<br /><br />जब मेरे बचपन के दिन थे चाद मे परिया रहती थी."PAWAN VIJAYhttps://www.blogger.com/profile/14648578581549077487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-71313187325085298632012-11-06T08:50:28.888+05:302012-11-06T08:50:28.888+05:30आम जन विशेषकर बच्चों में विज्ञानं को लोकप्रिय बनान...आम जन विशेषकर बच्चों में विज्ञानं को लोकप्रिय बनाने के लिए ऐसे लेखों की आवश्यकता है , जिसमे प्रकृति में होने वाले परिवर्तनों , कारण और निवारण को सरल भाषा में समझाया जा सके और अधिकाधिक लोग प्रकृति से जुड़े . <br />साधुवाद ! वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-3501219339344139732012-11-06T08:30:13.539+05:302012-11-06T08:30:13.539+05:30गजब की जानकारी वाली अदभुत पोस्ट । एक वैज्ञानिक दृष...गजब की जानकारी वाली अदभुत पोस्ट । एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण के कारण आप इसे और बेहतर समझ और समझा पाए । तूफ़ान से पहले ऐसा आकाशीय नज़ारा , सैंडी तूफ़ान के बाद नीलम तूफ़ान । सच में ही विद्यार्थियों और नव विज्ञानियों के लिए सीखने समझने लायक पोस्ट । सच कहा आपने मीडिया और हमारे मौसम शोध विभाग सिर्फ़ खानापूर्ति में लगे हैं । चलिए शुक्र है कि अब मीडिया को भी नागरिकों की सजगता से उनके द्वारा दी गई जानकारियों और समाचारों को अपनी खबर बनाने के लिए विवश होना पड रहा है । बहुत ही कमाल की पोस्ट सर । वर्ष की बेहतरीन पोस्टों में से एक । अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-63451647436676005962012-11-06T01:14:36.944+05:302012-11-06T01:14:36.944+05:30अति सुन्दर दृश्य!अति सुन्दर दृश्य!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88118458621404683982012-11-06T01:13:24.453+05:302012-11-06T01:13:24.453+05:30जानकारी परक पोस्ट..... सच में यह अद्भुत दृश्य है.....जानकारी परक पोस्ट..... सच में यह अद्भुत दृश्य है.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-61824876501418861002012-11-05T23:26:27.549+05:302012-11-05T23:26:27.549+05:30अद्भुत जानकारी .... मौसम तो यहाँ का भी बदला हुआ है...अद्भुत जानकारी .... मौसम तो यहाँ का भी बदला हुआ है संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com