tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post7596450426311500582..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: बंगलूरू की एक जीवंत और यादगार शाम कर दी प्रवीण जी ने हमारे नाम .....Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger46125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-31412255431945211072010-05-24T08:07:10.404+05:302010-05-24T08:07:10.404+05:30प्रवीन जी के परिवार से मिल कर अच्छा लगा।प्रवीन जी के परिवार से मिल कर अच्छा लगा।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-38504617408821489132010-05-20T15:01:22.736+05:302010-05-20T15:01:22.736+05:30निःसन्देह प्रवीण जी के स्वर में उनकी महनीय़ कविता भ...निःसन्देह प्रवीण जी के स्वर में उनकी महनीय़ कविता भीष्म... का पाठ इस प्रविष्टि को स्थायी महत्व देता है ! <br />अद्भुत रचनाशीलता के समर्थ व्यक्तित्व से यह मिलन रोचक रहा होगा ! <br />प्रविष्टि का आभार !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78417066615565523162010-05-16T13:02:36.896+05:302010-05-16T13:02:36.896+05:30पंडितजी यह वृतांत बहुत ही आनंदायी रहा। प्यारी बिटि...पंडितजी यह वृतांत बहुत ही आनंदायी रहा। प्यारी बिटिया देवला खूब भाई। श्रद्धाजी और प्रवीणजी की खू़बियों से रूबरू होना अच्छा लगा जी। भीष्म कविता वाक़ई सुन्दर है और उन्होंने पढ़ी भी उम्दा। कौन कहता साहित्य मर चला है, उसने तो बस कलेवर बदला है।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-37031713517229526782010-05-16T10:06:43.800+05:302010-05-16T10:06:43.800+05:30ब्लोगर होने का यह भी एक सार्थक उपयोग है ।...ब्लोगर होने का यह भी एक सार्थक उपयोग है । प्रवीण जी से मुलाकात का विवरण पढ़कर रेगिस्तान में ओअसिस देखने जैसा लग रहा है।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-90367464414630722602010-05-16T07:27:52.485+05:302010-05-16T07:27:52.485+05:30@गिरिजेश जी ,
किसी ने मेरी आँखों पर नजर रखा तभी से...@गिरिजेश जी ,<br />किसी ने मेरी आँखों पर नजर रखा तभी से मैं भी आँखों का मुरीद हुआ -कितनी जानदार होती हैं न आँखें ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-20596375549122279482010-05-16T07:25:15.898+05:302010-05-16T07:25:15.898+05:30@स्तुति ऐसे तो ढेरों हैं ,मगर मैं तो उनका भी ऋणी ह...@स्तुति ऐसे तो ढेरों हैं ,मगर मैं तो उनका भी ऋणी हूँ ,वही तो प्रवीण का फर्क और शिद्दत से कराते हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-63650656626693159342010-05-16T06:44:40.791+05:302010-05-16T06:44:40.791+05:30@कुछ ही नहीं बहुत कुछ छूटा है विनोद जी ! ब्लॉग पोस...@कुछ ही नहीं बहुत कुछ छूटा है विनोद जी ! ब्लॉग पोस्ट और वैयक्तिक सामर्थ्य की सीमाएं भी तो होती हैं न !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-57025413460092621532010-05-16T05:27:16.451+05:302010-05-16T05:27:16.451+05:30बंगलौर के कब्बन पार्क का मछलीघर एक दर्शनीय स्थल थ...बंगलौर के कब्बन पार्क का मछलीघर एक दर्शनीय स्थल था ..अब है या नहीं ,पता नहीं ...इसका जिक्र नही किया आपने ....<br /><br />अच्छी संतुलित सार्थक सुन्दर शब्दों की इस प्रविष्टि के लिए बहुत आभार एवं बधाई ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-18416970444746782362010-05-16T05:20:45.473+05:302010-05-16T05:20:45.473+05:30प्रवीण जी निस्संदेह एक अच्छे लेखक /कवि हैं ....(डर...प्रवीण जी निस्संदेह एक अच्छे लेखक /कवि हैं ....(डरती हूँ आजकल तारीफ़ करने में ...भगवान् बुरी नजरों से बचाए ..) ...एक अच्छे इंसान भी हैं ...उनके स्वयम के लेखन अलावा आपके दिए परिचय से भी जाना ...<br /><br />@ जो पति की ब्लागरी में सहयोग करे ऐसी श्रेष्ठ नारियां कितनी कम हैं न इस संसार में .....<br /><br />ह्म्म्म....उनके पति को धन्यवाद देना चाहिए जो ब्लोगरी में अपनी पत्नी के सहयोग का मान करते हैं और उसे व्यक्त भी करते हैं ...ऐसे पति भी तो कम ही होते हैं ना ....<br /><br />@एक अप्रतिम प्रतिभा के सहचर का साथ मिलने के सौभाग्य पर दुबारा बधायी दी...<br /> श्रद्धा जी पति के साथ और सहयोग करने के अलावा प्रतिभावान भी है ....बधाई के पात्र दोनों ही हैं ...<br /><br />प्रवीणजी की कविता के लिए बहुत आभार ....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-18761170475789255872010-05-16T00:49:16.914+05:302010-05-16T00:49:16.914+05:30बहुत सुन्दर! सच कहा आपने...आजकल कहाँ मिलते हैं ऐसे...बहुत सुन्दर! सच कहा आपने...आजकल कहाँ मिलते हैं ऐसे लोग. मेरे एक करीबी रिश्तेदार, जो की रेलवे में उच्च पद पर कार्यरत हैं, बहुत ही अपमानजनक व्यवहार किया था! माँ भी साथ में थीं....बहुत तकलीफ हुई थी. तुरंत उनके घर से उठ कर चले आये थे हमलोग....Stuti Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-11326322402794133492010-05-15T23:50:39.730+05:302010-05-15T23:50:39.730+05:30रोचक संस्मरण है। बहुतै बढिया।रोचक संस्मरण है। बहुतै बढिया।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-60961107053716417552010-05-15T23:41:50.959+05:302010-05-15T23:41:50.959+05:30प्रवीन जी का परिचय पढ्कर मन नहीं भरा। लगता है कुछ ...प्रवीन जी का परिचय पढ्कर मन नहीं भरा। लगता है कुछ छूट गया है, फिर भी आप बधाई के फत्र तो हैं ही।विनोद शुक्ल-अनामिका प्रकाशनhttps://www.blogger.com/profile/18173585318852399276noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-17849367932103734832010-05-15T23:40:35.085+05:302010-05-15T23:40:35.085+05:30बहुत ही रोचक संस्मरण....प्रवीण जी,श्रद्धा जी और ख...बहुत ही रोचक संस्मरण....प्रवीण जी,श्रद्धा जी और खासकर उनके बच्चों की तस्वीरें और उनसे मुलाक़ात के विवरण के लिए शुक्रिया...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-68711189321905443162010-05-15T23:37:22.071+05:302010-05-15T23:37:22.071+05:30प्रवीण जी के परिवार के बारे में इतनी जानकारी एक सा...प्रवीण जी के परिवार के बारे में इतनी जानकारी एक साथ। आप तो सचमुच धन्यवाद के पात्र हैं। और अब तो आपसे ईर्ष्या भी हो रही है।विनोद शुक्ल-अनामिका प्रकाशनhttps://www.blogger.com/profile/18173585318852399276noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-84251895884481335452010-05-15T22:59:51.999+05:302010-05-15T22:59:51.999+05:30.
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वाकई आनन्द आ गया प्रवीण जी और उनके परिवार से....<br />.<br />.<br />वाकई आनन्द आ गया प्रवीण जी और उनके परिवार से आपके मिलन का वृतांत पढकर, कविता पढ़ चुका हूँ और काफी लम्बी टीप भी दी थी उस पर, लेखक के स्वर में उसे सुनना अच्छा लगा ।<br /><br />आभार!प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-61186269320627036542010-05-15T22:14:20.772+05:302010-05-15T22:14:20.772+05:30बढ़िया रहा ये संस्मरण,प्रवीण जी के बारे में और जान...बढ़िया रहा ये संस्मरण,प्रवीण जी के बारे में और जान कर अच्छा लगा.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-66057419176862888702010-05-15T21:03:47.413+05:302010-05-15T21:03:47.413+05:30प्रवीण जी और उनके परिवार से परिचय कराने के लिए आभा...प्रवीण जी और उनके परिवार से परिचय कराने के लिए आभार।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-31343430428243386662010-05-15T20:59:22.055+05:302010-05-15T20:59:22.055+05:30बहुत सुंदर विवरण लगा, चित्र भी मन्मोहक ओर प्रवीण ज...बहुत सुंदर विवरण लगा, चित्र भी मन्मोहक ओर प्रवीण जी के बारे आप ने बहुत अच्छा लिखा, कभी मोका मिला तो हम भी मिलेगे.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-60044882888288419382010-05-15T19:28:52.583+05:302010-05-15T19:28:52.583+05:30@हिमांशु जी,
उनके लिए ऋषि शब्द इसलिए ही तो सरस्वत...@हिमांशु जी,<br /> उनके लिए ऋषि शब्द इसलिए ही तो सरस्वती जी प्रेरणा से सहज ही निकल पडा -मैं तो खुद ही अपना लिखा पढ़ रहा हूँ!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-17161952839858900282010-05-15T18:45:51.468+05:302010-05-15T18:45:51.468+05:30अरविन्द जी!
नमस्कार। आप को बहुत-बहुत धन्यवाद, कृतज...अरविन्द जी!<br />नमस्कार। आप को बहुत-बहुत धन्यवाद, कृतज्ञ हूँ। जब अपने ही किसी की तारीफ़ सुनने को मिले, वह भी मुक्तकण्ठ से - और बिना किसी अन्यथा उद्देश्य के - तो बहुत अच्छा लगता है। आपकी सशक्त लेखनी से सहजता के साथ सजीव वर्णन ने हमें भी उन क्षणों का जीवन्त सहभागी ही बना लिया।<br />प्रवीण जी के बारे में छोटी सी मुलाक़ात में आपने जितना जाना, काफ़ी है।<br />एक बात मैं भी जोड़ना चाहूँगा, जो छोटी भेंट में जान पाना संभव नहीं है। प्रवीण ऐसे चरित्र के धनी व्यक्तित्व के स्वामी हैं, जो मूल्यों से समझौता नहीं करते, उसके बदले "जो हो सो हो"।<br />कालिदास ने इन्हीं के लिए कहा था जैसे - "वज्रादपि कठोराणि, मृदूनि कुसुमादपि"<br />आभार…Himanshu Mohanhttps://www.blogger.com/profile/16662169298950506955noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-17663775005050861052010-05-15T16:58:27.168+05:302010-05-15T16:58:27.168+05:30इस ब्लॉगर भेंटवार्ता के बारे में जानकर हार्दिक प्र...इस ब्लॉगर भेंटवार्ता के बारे में जानकर हार्दिक प्रसन्नता हुई। चलिए इसी बहाने यह भी पता चल गया कि प्रवीण जी इतने मिलनसार व्यक्ति हैं।अशरफुल निशाhttps://www.blogger.com/profile/09800331914695674842noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-56326998967587562832010-05-15T16:47:12.178+05:302010-05-15T16:47:12.178+05:30Yakeen janiye, aapne isi bahane Praveen ji ka mure...Yakeen janiye, aapne isi bahane Praveen ji ka mureed bana diya. Unki baaten aur milansarita ka jawab nahee. Haan, kavita bhi jordar hai.राजकुमार जैन 'राजन'https://www.blogger.com/profile/06916245538159775764noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-91866205026436984712010-05-15T16:30:49.924+05:302010-05-15T16:30:49.924+05:30प्रवीण जी और श्रद्धा जी के बारे में जानकर हार्दिक ...प्रवीण जी और श्रद्धा जी के बारे में जानकर हार्दिक प्रसन्नता हुई।साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/15497899719080625240noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-11278613179054054982010-05-15T16:16:35.153+05:302010-05-15T16:16:35.153+05:30प्रवीणजी की स्माइल वाला पोज क्लासिक लगता है... उनक...प्रवीणजी की स्माइल वाला पोज क्लासिक लगता है... उनके कॉलेज मित्रों की इस पर टिपण्णी कहीं से मिले तो. हा फोटो में वही स्माइल. यूँ ही उत्सुकता है :)<br />बाकी कुछ ब्लोग्गर्स हैं जिनकी पोस्ट पसंद आती ही है... अपनी सी बात लगती है. प्रवीणजी उनमें से एक हैं. सुखद रहा उनके बारे में जानना. <br /><br />एक ठो निम्बू मिर्ची लटका दीजिये इस पोस्ट पर नजर ना लगे किसी की :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-84409494502730441992010-05-15T16:15:31.800+05:302010-05-15T16:15:31.800+05:30अच्छा तभी तो हम कहें कि आप गायब कहाँ हो गयें , बढ़...अच्छा तभी तो हम कहें कि आप गायब कहाँ हो गयें , बढ़िया लगा मुलाकात विवरण ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.com