tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post6628602822177736271..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: फागुनी अहसास को जगाता एक कविता संग्रह! Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger31125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-19681579678815012582020-06-08T17:45:48.621+05:302020-06-08T17:45:48.621+05:30सुनीता शानू जी को उनके कविता संग्रह के प्रकाशन पर ...सुनीता शानू जी को उनके कविता संग्रह के प्रकाशन पर बहुत बहुत बधाई,मनीषhttps://www.gyanipandit.com/category/hindi-poems/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-58656044636321223302013-05-20T10:36:41.184+05:302013-05-20T10:36:41.184+05:30पुस्तक पर सुंदर और प्रोत्साहित करते विचार ....
सं...पुस्तक पर सुंदर और प्रोत्साहित करते विचार .... <br />संतोष जी की बात से मैं इत्तेफाक नहीं रखती ..... क्यों कि कोई भी रचनाकार किस मनोभाव पर कब कविता लिखता है यह पता लगना मुश्किल है और इस पुस्तक की कोई भी रचना मुझे इतनी हल्की तो नहीं लगी कि उसे प्रकाशित न किया जा सके । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-51720140706365694332013-03-11T18:05:27.548+05:302013-03-11T18:05:27.548+05:30ऐसी समीक्षा आती रहे यह ज़रूरी है .शुक्रिया आपकी ट...ऐसी समीक्षा आती रहे यह ज़रूरी है .शुक्रिया आपकी टिपण्णी के लिए जो अक्सर लेखन की आंच बन जाती हैं .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78490424576716593152013-03-09T22:56:11.228+05:302013-03-09T22:56:11.228+05:30NONOArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-73948529864911965072013-03-09T22:42:20.553+05:302013-03-09T22:42:20.553+05:30आदरणीय अरविंद जी, आपने मेरे काव्य-संग्रह पर जो टिप...आदरणीय अरविंद जी, आपने मेरे काव्य-संग्रह पर जो टिप्पणी की है सचमुच मन को छू गई है। सभी कवितायें सभी को पसंद आयें ये ज़रुरी नही। मै बस इतना कहना चाहूंगी कि ये वो कवितायें हैं जो मैने अपने जीवन में महसूस की है। मुक्तक,छंद,गज़ल या गीत न लिख कर यह सिर्फ़ कवितायें हैं मेरे दिल की आवाज़ जो पखेरु बन एक मन से दुजे के मन तक उड़ जाने का प्रयास है और कुछ नही।<br />मैने सभी दोस्तों की टिप्पणियाँ पढ़ी उन सभी को कोटिष धन्यवाद।<br />सुनीता शानूसुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-76654617013091504532013-03-09T21:48:01.967+05:302013-03-09T21:48:01.967+05:30kya is sameeksha ko main apne naam se prakashit ka...kya is sameeksha ko main apne naam se prakashit karwa sakta hoon,<br />.नुक्कड़https://www.blogger.com/profile/00641159955741972638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-13471862480184002542013-03-09T13:55:00.570+05:302013-03-09T13:55:00.570+05:30ख़ामोशी बेहतरीन रचना कविता संग्रह के प्रकाशन पर बध...ख़ामोशी बेहतरीन रचना कविता संग्रह के प्रकाशन पर बधाई राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-45500818917478395052013-03-09T12:59:27.954+05:302013-03-09T12:59:27.954+05:30
मन का पंछी (पखेरू )तो सदियों से डोलता ही आया है ....<br />मन का पंछी (पखेरू )तो सदियों से डोलता ही आया है ...पंछी बनूँ उड़ती फिरूं मस्त गगन में .....कवियित्री अपनी खुश्बू छोडती हुई हर <br /><br />रचना के संग आगे बढती है ,आपकी समीक्षा भी ,कवियित्री के प्रति सम्मान,सहानुभूति लिए और नेहा भाव लिए बढ़ी है .बढ़िया समीक्षा <br /><br />.शुक्रिया <br /><br />आपकी टिपण्णी के लिए .<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-77208343783152873792013-03-09T09:13:37.206+05:302013-03-09T09:13:37.206+05:30अल्पना जी ,
भावों की तरंगित प्रवाह है कविता, शब्दो...अल्पना जी ,<br />भावों की तरंगित प्रवाह है कविता, शब्दों की महज ढेरी नहीं!<br />और मुझे एक सुखद अहसास और आत्म गौरव के अहसास से क्या सचमुच वंचित कर देगीं आप ?<br />आपकी कविताओं का संग्रह भला क्यों नहीं? Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-64981252817666839512013-03-08T19:50:51.611+05:302013-03-08T19:50:51.611+05:30भाई साहब आपने भावनाओं को शब्द दे दिए सुन्दर व्याख्...भाई साहब आपने भावनाओं को शब्द दे दिए सुन्दर व्याख्या Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-58352177311458180892013-03-08T19:01:14.588+05:302013-03-08T19:01:14.588+05:30मेरे विचार में जितनी भी कविताएँ आप ने अभी तक अपने ...मेरे विचार में जितनी भी कविताएँ आप ने अभी तक अपने ब्लॉग पर पोस्ट की हैं वे बहुत अच्छी हैं,<br />खैर,यह आप का निजी विचार है कि आप कवि नहीं हैं,मगर मेरे विचार में एक कवि हृदय और उसपर जैसा शब्द- भंडार आप के पास है वह किसी के पास हो तो कोई भी अच्छा कवि बन सकता है.<br /><br />- मात्र जानकारी के लिए कि मेरा कोई कविता संग्रह कभी नहीं आएगा .:)..आप के शब्दों के लिए आभार.<br /><br />सादर,<br />अल्पना Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-46472933768379318712013-03-08T18:05:03.569+05:302013-03-08T18:05:03.569+05:30बढ़िया समीक्षा. बढ़िया समीक्षा. मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-72954806137113659862013-03-08T17:47:52.077+05:302013-03-08T17:47:52.077+05:30मैं कोई कवि तो नहीं अल्पना जी ,कवि ह्रदय कह सकती ...मैं कोई कवि तो नहीं अल्पना जी ,कवि ह्रदय कह सकती हैं आप!लिहाजा कविता संग्रह कभी नहीं आएगा -<br />हाँ आपका संग्रह आएगा तो यह प्रोत्साहन नीति अपने उत्स पर होगी -वायदा ! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-8845114015959562282013-03-08T14:45:46.343+05:302013-03-08T14:45:46.343+05:30सुनीता जी को कविता संग्रह के प्रकाशन पर हार्दिक ब...सुनीता जी को कविता संग्रह के प्रकाशन पर हार्दिक बधाई ।<br />प्रोत्साहन की नीति पर बहुत अच्छी समीक्षा लिखी है आपने.<br />..........<br />आप का कविता संग्रह कब छप रहा है?Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-68809755554651991462013-03-08T10:13:24.229+05:302013-03-08T10:13:24.229+05:30@ इस फब्ती ...
बिलकुल नहीं यह आप दोनों के ऊपर होली...@ इस फब्ती ...<br /><b>बिलकुल नहीं यह आप दोनों के ऊपर होली के छींटे के रूप में स्वीकार हो :))<br /></b><br />@ कविता संग्रह..<br />सुनीता एक अच्छी स्थापित रचनाकार हैं जहाँ तक मुझे पता है वे मंच पर भी आमंत्रित की जाने वाली चंद ब्लोगरों में से एक हैं !<br />यह पुस्तक मैंने नहीं पढ़ी है मगर जितना उन्हें जानता हूँ , यह किताब रुचिकर होनी चाहिए ! <br />शुभकामनाएं सुनीता जी को ! Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-86791106251485647692013-03-08T08:22:08.645+05:302013-03-08T08:22:08.645+05:30इस फब्ती के बजाय कवि सतीश सक्सेंना का इस कविता सं...इस फब्ती के बजाय कवि सतीश सक्सेंना का इस कविता संग्रह पर कुछ कहना था न ! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-73039456341740102682013-03-08T07:58:24.927+05:302013-03-08T07:58:24.927+05:30सुनीता जी को बहुत बधाई !सुनीता जी को बहुत बधाई !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-48332941464911854142013-03-08T07:19:51.028+05:302013-03-08T07:19:51.028+05:30बढ़िया समीक्षा. सुनता जी को बधाई.बढ़िया समीक्षा. सुनता जी को बधाई.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-39388485968165364562013-03-08T07:05:45.692+05:302013-03-08T07:05:45.692+05:30बहुत अच्छी समीक्षा लिखी है आपने।
कविताएं भी अच्छी ...बहुत अच्छी समीक्षा लिखी है आपने।<br />कविताएं भी अच्छी लग रही है,,,ज्यादा जटिल शब्द ना होकर हलके फुल्के शब्दों में बात कहना भी कभी कभी अच्छा लगता है .<br />मैं भी कभी कभी लिखता हूँ , शायद आपको पसंद आये ..<br /><br />आभार <br />http://vishvnathdobhal.blogspot.in/vishvnathhttps://www.blogger.com/profile/10418889801593485106noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-38910889695916162192013-03-07T23:22:18.532+05:302013-03-07T23:22:18.532+05:30गुरू का चेला कैसा हो ??गुरू का चेला कैसा हो ??Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-51497756503535174842013-03-07T23:17:48.185+05:302013-03-07T23:17:48.185+05:30बहुत बढ़िया..... सुनीता जी शुभकामनायें
हाँ . पढना...बहुत बढ़िया..... सुनीता जी शुभकामनायें <br />हाँ . पढना तो ज़रूर चाहूंगी ही :) डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-75626943351009346052013-03-07T21:54:50.928+05:302013-03-07T21:54:50.928+05:30कह दिया सब कुछ..अमूर्त भावों को भी..सुनिता जी को ब...कह दिया सब कुछ..अमूर्त भावों को भी..सुनिता जी को बधाई एवं शुभकामना..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-41061642522753257772013-03-07T21:43:55.261+05:302013-03-07T21:43:55.261+05:30सुनिता जी को हार्दिक बधाई।
आपकी प्रशंसा पढ़कर काव...सुनिता जी को हार्दिक बधाई।<br /><br />आपकी प्रशंसा पढ़कर काव्य संग्रह पढ़ने की इच्छा हो रही है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74301494761923307272013-03-07T21:13:19.676+05:302013-03-07T21:13:19.676+05:30बस किरपा बनाये रखना,किसी चेली की कीमत पर बलि मत चढ...बस किरपा बनाये रखना,किसी चेली की कीमत पर बलि मत चढ़ा देना :)संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-38311261086041045792013-03-07T21:00:32.817+05:302013-03-07T21:00:32.817+05:30@संतोष जी,
तुम एक भुन्ने चेले हो, किसी की भली तुमस...@संतोष जी,<br />तुम एक भुन्ने चेले हो, किसी की भली तुमसे देखी नहीं जाती-एक कविता संग्रह प्रक्रिया से गुज़र कर सामने आता है वही जानता है जिसकी कोई कृति छप चुकी हो-मुझे नयी कृतियाँ, नयी प्रतिभाएं अपनी क्षमताओं में हमेशा अच्छी लगती हैं -मित्र धर्म की बात ही नहीं है-सुनीता जी का यह संग्रह वाकई प्रशंसनीय है!मैं संभावनाएं देखता हूँ और प्रोत्साहन की नीति पर चलता हूँ उन्हें जो संभावनाशील होते हैं! वैसे तुममे भी चेले थोड़ी संभावनाएं पाता हूँ और जबं तक मुझे यह आश्वस्ति है तुम्हारी चेलहाई बरकरार है :-) Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com