tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post5803075870717546845..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: अगर गया के पण्डे न होते तो फिर बुद्ध भी न होते ...(बनारस से बोध गया और गया तक की एक ज्ञान यात्रा -3)Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger55125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74989649134146990542017-10-22T23:53:01.203+05:302017-10-22T23:53:01.203+05:30मै obc हु और दलित मादरचोदो कोई बाहर से नही आया है ...मै obc हु और दलित मादरचोदो कोई बाहर से नही आया है अंग्रेजो ने गड़बड़ी की भारत आर्यो का देश है और रहेगा....<br />भारत को तोड़ो नही और इस्लाम का साथ देयो नही नही अफगानिस्तान में बुद्ध की मूर्ति के कैसी धजिया उड़ाई देखा है की हमारा दिमाग घूम गया तो पुरे बुड्ढे को खत्म कर देंगे ज्यादा टीव टीव मत करो...<br />बुद्ध के मार्ग पर चलो <br />आरक्षण के बिखारियो अकल तो है नही चले हिन्दू धर्म को बदनाम करने...<br />औकात क्या है बुद्ध की उपनिषद के सामने....<br />जो ज्ञान आसानी से prpat किया जा सकता है उसे ध्यान लगाकर prpat करना बेकार था....<br />दलित कुत्तो को समझना चाहिए की वेदिक और sanksrut भाषा भारत की ही है विदेश की होती तो पुख्ता प्रमाण होते जो है नही अब ये मत बोलना की ब्राह्मणों ने उडा दिए अस्मभव है....<br />भारत को जो तोड़ेगा ओबीसी उसकी कमर तोड़ेगा....<br />जाओ कुत्ते अपने बाप का डीएनए मैच करो अपने पूर्वजो से जो कभी पता ही नही है कोण है...<br />जब अमेरिका ने ब्राह्मणों का dna liya और तमिल और दूसरे sc ओबीसी से मिलाकर देखा तो 99% Real Tha....<br />भारत सदियोसे आर्य देश था और आर्य देश रहेगा....<br />जितना ज्ञान हिन्दू धर्म में है उतना ज्ञान दूसरे धर्म में एक माचिस के तीली के भी बराबर नही है....<br />तुम ब्राह्मणों को गाली देते हो और हिन्द ओ गाली देते हो तो क्या हम ओबीसी वाले खुस है नही जिस दिन मौका मिलेगा बुद्द लोगो को उड़ा देंगे....<br />sindhu sabhyata आज जितने भी हिन्दू है भारत में उनकी रियल सभ्यता थी साला 200 वर्ष का इतिहास ठीक ठीक से पता नही कर पाते चले साले 10000 साल इतिहास का पता करने भाग यहासे जाओ जाकर अंग्रेजो की तलवे चाटो...<br />Sc kutaa bhart ko swatntr karne me aik bhi nhi tha...<br />कुत्तो की तरह झगड़ो मत भारत को एक बनाओ अगर इतना दम है तो आरक्षण के बिना नोकरी पे लग के दिखाओ...<br />दिमाग है 0 और बड़ी बड़ी बाते करते है.....<br /><br /><br /><br />हिन्दू चुप है इसलिए ज्यादा उचलते हो बार बार हिन्दू धर्म का अपमान करते रहते हो यही बात इस्लामी देश में करते तो gaa...?मार दी जाती अब तक तो <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13298741704876909469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-89535901186203698232017-10-21T20:19:05.320+05:302017-10-21T20:19:05.320+05:30बुद्धिस्ट और जैनियो लोगो को देखे बुद्धिस्ट आज भी व...बुद्धिस्ट और जैनियो लोगो को देखे बुद्धिस्ट आज भी विचारो से पीछे ही नजर आते है बल्कि जैनियो के विचार हिन्दू धर्म से भी परे हो गए है....<br />बुद्धिस्ट ब्राह्मण में ही फसा रहता है और जैनियो ईश्वर को prapt हो जाते है....<br />बुद्ध को बुद्ध के ही लोग गड्ढे में ले जा रहे है जो लोग दुसरो से घृणा तथा वाणी से असभ्य शब्द बोलते है वो बुद्ध के लोग नही है <br />दूसरी और आप जैनियो को देखे ना किसीसे शत्रु नाही अपने मुख से किसीका अपमान...<br />बुद्ध का प्रचार ऐसे तियों लोगो के पास गया ये समझ रहे है हिन्दू लोग बुद्ध धर्म अपना लेगे ये सपने में ही जी रहे है बुद्ध धर्म उतना आकर्षित भी नही करता जितना ये समझ रहे है आज के समय में बुद्ध धर्म के आर्य सत्य पे चलना बेहद कठिन है...<br />ना सन है ना त्यौहार बस लोगोने बना दिया लेकिन हर मनुष्य को बुद्ध की और लौटना ही चहिये क्योकि सीधा सरल बना दिया है बुद्ध ने अपना धर्म...<br />ध्यान तथा योग और आर्य सत्य.Follow..Clear...<br /><br />हिन्दू धर्म अपने आप में महान है मै मानता हु वेदो में ही सर्व धर्मो के मत है और विचार है हिन्दू धर्म महान है...<br />बुद्ध ने बहुती अपने ज्ञान से इसे एक नया रूप दिया इसके लिए धन्यवाद देते है...<br /><br />अब ये मत कहियेगा बुद्ध अलग धर्म है उपनिषद पढ़िए और जितने भी बुद्ध ने बाते बतायी है वो सब मिल जाएंगे ऐसी बात हुई सिर्फ <br />ex-upnishd ke 1lack panno me se buddh ne inka sar bata diya...<br />ok<br />क्योकि 1lack aaj ka insan nhi padh skta....<br /><br />मै लोगो से कहना चाहता हु जो भी धर्म अपनाओ भारत के अपनाओ ईसाई या इस्लाम नही Danger Zone hai...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13298741704876909469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-33879720310221480962017-10-21T20:08:09.683+05:302017-10-21T20:08:09.683+05:30दलित के हाथ में गया बुद्ध धर्म bhrsht कर दिया इन क...दलित के हाथ में गया बुद्ध धर्म bhrsht कर दिया इन कुत्तो ने पहिली बात बुद्ध को भगवान् बनाकर दूसरी बात मूर्ति पूजा करकर और असंख्य<br />इन्हें भूलना नही चाहिए आज बुद्ध और जैन है तो सिर्फ हिन्दू धर्म की वजहसे हमी ने इस दुनिया को सिखाया ध्यान तथा योग से भी ईश्वर प्राप्त किया जा सकता है बुद्ध का ज्ञान सिर्फ उपनिषद का लिया हुआ है मेने पढ़ा उपनिषद किसी बुद्ध को ये नही भूलना चाहिए की बेटा बेटा होता है और पिता पिता होता है...<br />ब्राह्मण ने दलित की मारी इसलिए वे ब्राह्मण विरोधी हो गए है जब हम obc wale हिन्दू धर्म के तरफ आवाज उठनी वाली हर एक आवाज को खामोश करते है तो ये साले कुछ नही बोलते सिर्फ ब्राह्मण ब्राह्मण <br />बुद्ध किसी का द्वेष नही करते थे और ये नमूने बुद्ध का अपमान कर रहे है...<br />इन कुत्तो के मन दिन रात ब्राह्मण ब्राह्मण ही चलता है क्या इसी वजहसे इनकी गति नही हो पाती ये वही के वही रुक जाते है और जो बुद्ध धर्म का व्यक्ति इन सब बातो से परे हो जाता है वो बुद्ध को prpat करता है और जो घृणा करते है वो यमराज को prpat हो जाते है.......<br />बुध ने सिर्फ हिन्दू धर्म की गड़ी हुई बातो को फिरसे उजाला दिया है....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13298741704876909469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-59882999806690975142016-05-21T13:34:12.775+05:302016-05-21T13:34:12.775+05:30बहुत बढ़िया मिश्र जी !
जिन बुराइयों के विरोध में बौ...बहुत बढ़िया मिश्र जी !<br />जिन बुराइयों के विरोध में बौद्ध और जैन धर्म जन्मे थे । आज उन्ही में इनकी अधिकता हो गयी है । आपकी पोस्ट से मेरी भी बोधगया यात्रा याद आ गयी ।मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-49219862544628985682016-05-21T13:33:56.021+05:302016-05-21T13:33:56.021+05:30बहुत बढ़िया मिश्र जी !
जिन बुराइयों के विरोध में बौ...बहुत बढ़िया मिश्र जी !<br />जिन बुराइयों के विरोध में बौद्ध और जैन धर्म जन्मे थे । आज उन्ही में इनकी अधिकता हो गयी है । आपकी पोस्ट से मेरी भी बोधगया यात्रा याद आ गयी ।मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-50782695624881496472011-10-15T18:13:04.444+05:302011-10-15T18:13:04.444+05:30hame bahut chinta hoti hai apne ko na jankar kisi ...hame bahut chinta hoti hai apne ko na jankar kisi dusro ki aalochana karna kitna man prassan hota hai jab hum dusro ke bare me kuchh kahane ko tatpar rahate haimanoj sharmahttps://www.blogger.com/profile/01175065680372076772noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88982447451367469792011-10-10T15:47:46.098+05:302011-10-10T15:47:46.098+05:30अभी पिछले सप्ताह ही लौटा हूँ मैं भी वहाँ से। आपके ...अभी पिछले सप्ताह ही लौटा हूँ मैं भी वहाँ से। आपके वृतांत से सजीव हो उठा फिर।Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-39700608186905756122011-10-06T09:09:34.080+05:302011-10-06T09:09:34.080+05:30यह सचित्र और विस्तृत पोस्ट वाकई संग्रहणीय बन गयी ह...यह सचित्र और विस्तृत पोस्ट वाकई संग्रहणीय बन गयी है। पंडों को कोसना तो फैशन में शुमार है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-50017943683763441802011-10-06T08:36:24.657+05:302011-10-06T08:36:24.657+05:30भूषण जी वहां हिन्दू धर्म को सनातन धर्म के समानार्थ...भूषण जी वहां हिन्दू धर्म को सनातन धर्म के समानार्थी शब्द के रूप में जानबूझ कर प्रयोग किया गया है -बाकी तो इतना धुंधलका छाया हुआ है और सूत्र इस तरह से यत्र तत्र बिखरे एवं उलझे हुए हैं कि बस सवाल दर सवाल हैं ...जिस युद्ध की बात आप कर रहे हैं वह मध्य एशिया -इरान से आये अवेस्ता /वैदिक सभ्यता के प्रतिनिधियों और मूल वासियों के बीच हुआ था या फिर दक्षिण से आये दिगपालों और उत्तर के पहले से बसे लोगों के बीच -यह सब बहुत गड्ड मड्ड है ....रावण के बारे में कथाएं यह भी है कि वह धुर उत्तर तक बेख़ौफ़ बेधड़क आया जाया करता था -राजा दशरथ के पूर्वजों के रनिवास में भी ताक झांक कर जाता था .....शिव को आराध्य बनाया ही था ...यह सब विमर्श कभी फिर .आज तो विजया दशमी की शुभकामनाएं स्वीकार करें !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-48857137108218745412011-10-06T08:22:27.258+05:302011-10-06T08:22:27.258+05:30आपकी पोस्ट से पता चलता है कि बुद्ध ने हिंदुओं में ...आपकी पोस्ट से पता चलता है कि बुद्ध ने हिंदुओं में व्याप्त बुराइयों को दूर करने के लिए कार्य किया. इस संदर्भ में यह जानने की आवश्यकता है कि हिंदू शब्द का प्रयोग भारत में कब हुआ.<br />ऐतिहासिक दृष्टि से बौध धर्म और जैन धर्म उस समय के भारत (तब कुछ और नाम रहा होगा) के सनातन या आदि धर्म हैं.<br />सिंधुघाटी सभ्यता जिसे आज कल विद्वान मोहनजो दाड़ो (मोहन जोदड़ो) कहना अधिक पसंद करते हैं, के कबीलों और मध्य एशिया से आए आर्य कबीलों के संघर्ष की कहानी है. सदियों चले संघर्ष में पराजित यहाँ के स्थानीय कबीले ग़ुलाम बना लिए गए. वे ही अधिकतर बौध धर्म आए. आज के दलित (SC,ST और OBC) वही लोग हैं. जहाँ तक धर्म का संबंध है इसने समय-समय पर कई रंग बदले हैं और आज भी बदल रहा है.<br />आपने वृत्तांत रुचिकर रहा. आभार.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-67553035969978499022011-10-05T01:16:43.674+05:302011-10-05T01:16:43.674+05:30सुंदर सार्थक जानकारी ...जो बोधात्मक विचारों के साथ...सुंदर सार्थक जानकारी ...जो बोधात्मक विचारों के साथ दी गयी...... आभार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-91811983371279388942011-10-04T18:26:42.275+05:302011-10-04T18:26:42.275+05:30बहुत रोचक यात्रा विवरण है। चित्र भी बहुत आकर्षक है...बहुत रोचक यात्रा विवरण है। चित्र भी बहुत आकर्षक हैं<br />सारगर्भित पोस्ट आभार .....Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78758957205851802392011-10-04T13:42:50.935+05:302011-10-04T13:42:50.935+05:30bahut jankare se paripun hai magar vichro se sahma...bahut jankare se paripun hai magar vichro se sahmat nahi ho pa raha hu kyoki har burai ko nast karne vala achha aadmi kahlata hai isse burai ko mahatv dena uchit nahiRajeev Jaiswalhttps://www.blogger.com/profile/11669377647790135914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-73813605423300092662011-10-04T12:28:00.572+05:302011-10-04T12:28:00.572+05:30बहुत सुन्दर यात्रा कथा, विश्लेषण, भाव प्रकाश और चि...बहुत सुन्दर यात्रा कथा, विश्लेषण, भाव प्रकाश और चित्र ...<br />भारत के बौद्ध धर्न्स्थालों पर मैंने भी एक पोस्ट दिया था ... लिंक दे रहा हूँ <br />http://indranil-sail.blogspot.com/2011/05/blog-post_17.htmlIndranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-82763531945631840442011-10-04T09:48:22.332+05:302011-10-04T09:48:22.332+05:30बेचारे बुद्ध ...!
पंडों की जय जय :-)
इस उत्कृष्ट ...बेचारे बुद्ध ...!<br />पंडों की जय जय :-) <br />इस उत्कृष्ट रचना के द्वारा जो विशेष दुर्लभ जानकारी आपने दी वह अब तक नहीं जानता था !<br />आभार आपका !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-8494966012429779982011-10-04T06:50:41.580+05:302011-10-04T06:50:41.580+05:30बुद्ध केवल ब्राह्मण धर्म ,चिंतन और समाज-व्यवस्था क...बुद्ध केवल ब्राह्मण धर्म ,चिंतन और समाज-व्यवस्था के विरुद्ध नहीं थे बल्कि ब्राह्म्नेतर अराजकता के भी विरुद्ध थे जिसका प्रमाण संस्कृत का बहिस्कार और पालि भाषा का जनमानस में प्रचार-प्रसार है जिससे वे अपनी बात को जन-जन तक पहुंचा सके. मेरी समझ से उनका समाज भी आज के हमारे समाज जैसा ही रहा होगा . जो बड़े परिवर्तन की मांग कर रहा होगा . शायद.. अति आकर्षक वृतांत ...पूर्ववत..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-34065955700024019282011-10-03T23:13:57.905+05:302011-10-03T23:13:57.905+05:30एक संग्रहणीय श्रृंखला.थोड़ा ज्ञान हमें भी मिल गया....एक संग्रहणीय श्रृंखला.थोड़ा ज्ञान हमें भी मिल गया.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-19834537417113427392011-10-03T21:22:14.220+05:302011-10-03T21:22:14.220+05:30शुभ कामनाएं डॉ अरविन्द भाई .जै माता दी .बेहतरीन प...शुभ कामनाएं डॉ अरविन्द भाई .जै माता दी .बेहतरीन पोस्ट के लिए आभार .ब्लॉग पर आके उत्साह वर्धन के लिए भी आभारी हूँ .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-20238998975732904082011-10-03T12:22:03.337+05:302011-10-03T12:22:03.337+05:30सुखद यात्रा वर्णन, बुद्ध के विचार वैभव की यात्रा, ...सुखद यात्रा वर्णन, बुद्ध के विचार वैभव की यात्रा, लेकिन सनातन परंपरा भी अद्भुत जिसने बुद्ध के शक्तिशाली विचारों का सामना भी कर लिया और अंत में बुद्ध भी अवतारवाद में समाहित हो गए. जो भी हो, गया के इतिहास के संबंध में जिज्ञासा और बढ़ गई है यह जीने और मरने के कर्मकांडों से बढ़कर भी जीवन दर्शन तो सीखने नहीं बुलाता।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-70145271506930968852011-10-03T10:23:36.502+05:302011-10-03T10:23:36.502+05:30jahir hai....post padh ke gar itna
achha lag raha...jahir hai....post padh ke gar itna <br />achha lag raha hai......to, bodh-briksh ke niche kitni shanti hogi...<br /><br />is sundar post ke liye abhar....<br /><br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-6612796496548039202011-10-03T08:23:20.511+05:302011-10-03T08:23:20.511+05:30sundar yaatra chitran!!sundar yaatra chitran!!सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-54466280672953967602011-10-03T07:43:06.045+05:302011-10-03T07:43:06.045+05:30@पंकज अवधिया(pankajoudhia@gmail.com ) ने पूंछा -
अ...@पंकज अवधिया(pankajoudhia@gmail.com ) ने पूंछा -<br />अरविन्द जी,<br /><br /> आपका ब्लॉग पढ़ता रहता हूँ| आपने नई पोस्ट में बोधी ट्री के बारे में लिखा है| आपने लिखा है कि यह पीपल है| मैन कुछ असमंजस में हूँ| वट शब्द तो बरगद के लिए प्रयोग होता है| उसी तरह निग्रोध भी पाली का शब्द है बरगद के लिए| विकीपीडिया भी बरगद को ही बोधी वृक्ष कहता है और यह भी कहता है महात्मा बुद्ध को इसके नीचे ही परम ज्ञान प्राप्त हुआ| यदि आप कन्फर्म करे कि आपने पीपल देखा है वहां तो विकीपीडिया आदि की त्रुटियाँ दूर की जाए| <br /><br />धन्यवाद <br /><br />पंकज अवधिया <br /><br />@मेरा जवाब:<br /> अवधिया जी ,<br />भारत में बनयान की एक प्रजाति फायिकस रेलिजिओसा यानि पीपल है और यही बोध गया में है और कहा जाता है कि इसी के नीचे बुद्ध को ज्ञान मिला था ,<br />सादर ,<br />अरविन्दArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74176364990484003242011-10-03T07:01:39.203+05:302011-10-03T07:01:39.203+05:30बुद्ध धर्म या ऐसे और धर्म जो हिन्दुओं के तथाकथित प...बुद्ध धर्म या ऐसे और धर्म जो हिन्दुओं के तथाकथित पाखंड अथवा कर्मकांड के विरोध में जन्मे , वहां इन भव्य मूर्तियों की स्थापना बताती है कि आडम्बर वहां भी कम नहीं रहा है ! क्या बुद्ध या महावीर ने कभी सोचा होगा कि उनके मूर्तिपूजा के विरोधक होने के बावजूद लोंग उनकी ही मूर्तियाँ बना लेंगे ... <br />जैन धर्म को मानने वालों का पितरों के तर्पण में विश्वास आश्चर्यचकित करने वाला है !<br />रोचक वृतांत और जानकारी !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-77948182176974595782011-10-02T23:29:53.028+05:302011-10-02T23:29:53.028+05:30जन्म से कोई ब्राह्मण नहीं होता- इस छोटे से तथ्य को...जन्म से कोई ब्राह्मण नहीं होता- इस छोटे से तथ्य को क्यों नहीं मानते है लोग?चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-15712578918735231632011-10-02T23:15:07.930+05:302011-10-02T23:15:07.930+05:30रायकृष्ण तुषार जी ने कहा :
आदरणीय अरविन्द मिश्र जी...रायकृष्ण तुषार जी ने कहा :<br />आदरणीय अरविन्द मिश्र जी सादर अभिवादन इस किश्त /आलेख में इतिहास और दर्शन का भी ज्ञान मिला |आपकी लेखनी,लिखने की शैली अद्भुत है |आभार |Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com