tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post4296659011348301837..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: मेरे पसंदीदा शेर -सेशन 4Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-66485440946412181532011-11-19T17:37:27.124+05:302011-11-19T17:37:27.124+05:30मुन्नी बेगम कि गजल पहली बार सुनी.बहुत पसंद आई.सुबह...मुन्नी बेगम कि गजल पहली बार सुनी.बहुत पसंद आई.सुबह लगातार उसे सुनती रही.एक बहुत प्यारा पुराना गाना मेरी पसंद में शामिल है इससे बहुत मिलता जुलता है.किसने किस से प्रेरणा ली नही मालू पर है लगभग एक सा.'मेरी दास्ताँ मुझे ही मेरा दिल सुना के रोये कभी रो के मुस्कराए कभी मुस्करा के रोये.'इसका एकेक शब्द भीतर तक भिगो देता है मुझेऔर.............मेरे आंसू नही थमते 'मिले गम से अपने फुरसत तो मैं हाल पूंछू इसका,शब ए गम से कोई कह दे कहीं और जा के रोये.<br />फिर कहूँगी लंबे अरसे बाद इतनी खूबसूरत नज्म/गजल सुनने ,पढ़ने को मिली.आपके लिखने में भी वाही एक बहाव है जो इन नगमों को पढ़ने सुनने में.बस बहती धारा में जैसे कोई खुद को लहरों के हवाले कर दे और वो उसे दूर बहा ले जाए ऐसा ही कुछ आपकी कलम में है.मस्का मारने की मेरी आदत नही.जिस दिन कोई चीज अच्छी नही लगी वो भी जरूर यहाँ लिख दूंगी.फिर आप चाहे मेरा,मेरे ब्लॉग का कितना ही पोस्ट मार्टम करें हा हा हा क्या करूं?आइसिच हूँ मैं तो.<br />पर........ सुबह आप के तीन आर्टिकल पढ़े.और सोच रही थी मैंने आपको अब तक क्यों रेगुलर नही पढा?indu puri goswamihttp://uddhv-moon.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65116199041424250092011-11-19T08:22:19.065+05:302011-11-19T08:22:19.065+05:30नहीं भूला हूँ अब तक तुझे ऐ भूलने वाले
बता ...नहीं भूला हूँ अब तक तुझे ऐ भूलने वाले <br />बता तुझको भी क्या मेरा फ़साना याद आता'<br /> ' न कर गम मेरी बरबादियों का भूलकर इशरत मुझे अब भी तेरी कसमों का खाना याद आता है'<br />............ और यह लिखूं कि ...... सुबह सुबह आपके ब्लॉग पर आया उर रोये जा रही हूँ तो सब कहेंगे 'उफ़!यह कितना रोती है...पढते समय भी और कुछ सुन्त्व हव भी' पर..<br />क्या करूं ऐसिच हूँ मैं तो.<br />आपकी पसंद आपके बारे में सब बता रहे हैं सर! एक बहुत ही संवेदनशील और खूबसूरत दिल वाले अरविन्दजी से यूँ मिलना अच्छा लग रहा है.<br />हर शेर दिल को छू जाने वाला.उछ्कोती की पसंद.अब तो इस ब्लॉग को पूरा खंगालना पडेगा ,लगता है.इन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-51416932697998158202011-11-11T17:50:35.677+05:302011-11-11T17:50:35.677+05:30बहुत खूब!
मुन्नी बेगम की गाई ग़ज़ल 'मेरी दास्तान...बहुत खूब!<br />मुन्नी बेगम की गाई ग़ज़ल 'मेरी दास्ताने ..'भी पसंद आई..Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10869759486893750722011-11-10T19:22:12.167+05:302011-11-10T19:22:12.167+05:30Bahutu khoob ..... Sabhi sher aur ye ghazal Bhi la...Bahutu khoob ..... Sabhi sher aur ye ghazal Bhi lajawab hai .... Mazaa AA Gaya Munni began ko sun ke ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-45887708817578879392011-11-09T23:31:22.699+05:302011-11-09T23:31:22.699+05:30बढिया अश’आर। क्या यह वही मुन्नी बेगम है जो झंडू ब...बढिया अश’आर। क्या यह वही मुन्नी बेगम है जो झंडू बाम हुई :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-91261255932254016502011-11-09T22:18:23.424+05:302011-11-09T22:18:23.424+05:30सुन्दर पोस्ट!सुन्दर पोस्ट!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-57852574065076908122011-11-09T21:57:01.477+05:302011-11-09T21:57:01.477+05:30.
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देव,
अपन तो सच बोलने में नहीं डरते कभी भी......<br />.<br />.<br />देव,<br /><br />अपन तो सच बोलने में नहीं डरते कभी भी... तीनों गजलें एक निश्चित क्रम में लगी हैं... आप किसी 'खास' से तकाजा और मान मनुहार कर रहे हैं सरेआम... और टोपी पहनाई जा रही है बेचारे पाठक-टिप्पणीकार को...<br /><br />यह अंदाज भी खूब है, चलेगा अपन को... ;))<br /><br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74962033348580651092011-11-09T17:58:09.144+05:302011-11-09T17:58:09.144+05:30उम्दा शेरो शायरी से भरी पोस्ट बेहद रोचक लगी |उम्दा शेरो शायरी से भरी पोस्ट बेहद रोचक लगी |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-22976255323787649902011-11-09T17:57:44.354+05:302011-11-09T17:57:44.354+05:30उम्दा शेरो शायरी से भरी पोस्ट बेहद रोचक लगी |उम्दा शेरो शायरी से भरी पोस्ट बेहद रोचक लगी |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35216938358177519072011-11-09T17:54:55.674+05:302011-11-09T17:54:55.674+05:30ये इल्म का सौदा ये रिसाले ये किताबें
एक शख्स ...ये इल्म का सौदा ये रिसाले ये किताबें <br />एक शख्स की यादों को भुलाने के लिए हैं <br />शानदार ,अरविन्द भाई !भारत में तो अवैतनिक स्वास्थ्य सलाहकार गली गली घर दुआरे मिलेंगें ,वीरुभाई ऐसे में क्या करेंगे .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78973054400421017762011-11-09T17:34:19.097+05:302011-11-09T17:34:19.097+05:30अच्छा हुआ आपने पुरानी ग़ज़लों की याद दिलादी हम तो ...अच्छा हुआ आपने पुरानी ग़ज़लों की याद दिलादी हम तो भूल ही गए थे ..Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-19332846215582060702011-11-09T16:40:00.392+05:302011-11-09T16:40:00.392+05:30बहुत खूब शेर हैं,सभी उम्दा !बहुत खूब शेर हैं,सभी उम्दा !Humanhttps://www.blogger.com/profile/04182968551926537802noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-75289827553751775402011-11-09T16:21:02.559+05:302011-11-09T16:21:02.559+05:30@ अरविन्द जी ,
अब पोस्ट आपकी , सो हवाला आपका , वर्...@ अरविन्द जी ,<br />अब पोस्ट आपकी , सो हवाला आपका , वर्ना सवाल दूसरे दोस्तों से भी थे :)<br /><br />१.हमारी शुभकामनायें कि आपकी जिम्मेदारियां सलामत रहें और हौसला भी ! बाकी इल्जाम तो बेचारी प्रकृति को ही झेलने हैं :)<br /><br />२.अपने दोस्तों(क्रशर)की चिंता में ही लीन हूं :)<br /><br />३.अब हमें कैसे पता होता कि मित्र ने आवाज को छोड़ बाकी तमाम जगह परदे/बंदिशें तान रखे/रखी हैं :)<br /><br />४.अब पता चला कि आप उन्हें गैर समझते हैं तभी तो वे आग लगा कर खिसक लिए :)<br />याद नहीं आ रहा कि आप किस जब्तशुदा किस्से की बात कर रहे हैं :)<br /><br />५.क्या कह रहे हैं आप ? ताक झाँक ? ये तो अच्छी आदत नहीं है :)<br /><br />६.पहुंचे हुओं को बिन पंहुचे हुए का सलाम पहुंचे :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30584321135092064872011-11-09T08:16:33.729+05:302011-11-09T08:16:33.729+05:30@अली सा,
क्या आपकी शरारत भरी जिज्ञासाओं /प्रहेलिका...@अली सा,<br />क्या आपकी शरारत भरी जिज्ञासाओं /प्रहेलिकाओं का उत्तर जरुरी है ? और सभी प्रश्न मुझी से थे तो बार बार मेरा नाम क्यों ? ये तो बदनाम करने की साजिश है :) <br />आपकी व्यग्रता के निवारण के लीजिये संक्षेपतः -<br />१.सही फरमाया आपने ,मगर मैं कितनी बार कह चुका हूँ पुरुष कभी भी बूढा नहीं होता ....कुदरत ने उसपर एक बड़ी जिम्मेदारी सौंप रखी है जो....<br />२.खुदा आपके क्रशर को सलामत रखे ..दूसरों के मामले में क्यों हलकान हुए जा रहे हैं ? <br />३.प्रेमियों की यह पुराणी आदत है जिसे वे चाहते हैं उसे ज़माने से छुपाते हैं ..बुरी नज़रे भी तो कितनी हैं :) आप जैसा सर्वग्य मानुष भी इत्ती सी बात नहीं समझ पाया ..हैरत की बात ! <br />४.गैरों की बात मत कीजिये ..आप भी कुछ कम तो नहीं ..मौका मिलते ही रौदने को चढ़ बैठते हैं .... :) अब तो लगता है आपसे अपने एक जब्तशुदा इश्क का किस्सा सुना कर हम गलती कर बैठे हैं ... :( <br />५-वीरुभाई आते होंगें ..झांकते है हुजुर वे भी रह रह कर ! <br />६.एम वर्मा साहब के बारे में आपकी जानकारी बहुत कम है जितना वे खुल खुल कर करते हैं उसका दुगुना वे छिप छिपा कर .....वे पहुंचे हुए फ़कीर हैं ..बस हाथ में एक कटोरे की जरुरत है -स्वांग पूरा हो जाएगा ! <br />और कोई सवाल हो तो रखिये इस समय हम आसनासीन है ..ब्रह्म वेदी पर हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-92039592191246955472011-11-09T00:24:05.925+05:302011-11-09T00:24:05.925+05:30सभी शेर बहुत खूबसूरत ..गाना चुन कर लगाया है ..सभी शेर बहुत खूबसूरत ..गाना चुन कर लगाया है ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-73583202974526003402011-11-09T00:02:48.052+05:302011-11-09T00:02:48.052+05:30तुम भी कब का फ़साना ले बैठे
अब वो दीवार है न दर बा...तुम भी कब का फ़साना ले बैठे<br />अब वो दीवार है न दर बाबा<br />भूले बिसरे ज़माने याद आए<br />जाने क्य़ूं पसंदीदा शेर देखकर बाबामनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30422633840291114852011-11-08T22:21:08.385+05:302011-11-08T22:21:08.385+05:30धन्यवाद अरविन्द जी.धन्यवाद अरविन्द जी.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-42461889100172002632011-11-08T21:42:43.774+05:302011-11-08T21:42:43.774+05:30गुरुदेव ! ये ' क्रश 'होने के मामले का त...गुरुदेव ! ये ' क्रश 'होने के मामले का तफसील से खुलासा करें :-)संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-59126234976875526482011-11-08T20:31:37.006+05:302011-11-08T20:31:37.006+05:30अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें
कुछ दर्द कल...अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें <br />कुछ दर्द कलेजे से लगाने के लिए हैं <br />kya baat hai ..सभी शेर बहुत बढ़िया हैं ...धन्यवाद ।रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-22035916201934941102011-11-08T20:13:23.550+05:302011-11-08T20:13:23.550+05:30@अभिषेक जी
अशआर मेरे यू तो जमाने के लिए हैं -
यह ...@अभिषेक जी <br />अशआर मेरे यू तो जमाने के लिए हैं -<br />यह जनाब जांनिसार अख्तर का है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10233874687265258252011-11-08T20:05:23.767+05:302011-11-08T20:05:23.767+05:30apun to is samay munni begam aur mehandi hasan ke ...apun to is samay munni begam aur mehandi hasan ke diwane hain.kabhi mauqa mila to tafseel se sunayenge ye bhi afsaane !<br /><br />ali saab zindabad :-)संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-60016922726926572462011-11-08T19:57:31.608+05:302011-11-08T19:57:31.608+05:30हर दिल जो प्यार करेगा वो गाना गायेगा,
पर इतना अच्...हर दिल जो प्यार करेगा वो गाना गायेगा,<br /><br />पर इतना अच्छा गायेगा !!!!!!!!!प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-16132215477119241352011-11-08T19:07:52.753+05:302011-11-08T19:07:52.753+05:30असी भी अली जी की तरह मुन्नी बेगम को ढूंढते ही रह ग...असी भी अली जी की तरह मुन्नी बेगम को ढूंढते ही रह गए ।<br />आपके क्रश से जो क्रश होने से रह गई , उसका दीदार अधूरा ही रह गया ।<br /><br />वाकई उर्दू जुबान में शायरी का अपना ही लुत्फ़ है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-46693383888015681042011-11-08T18:18:07.482+05:302011-11-08T18:18:07.482+05:30@ अरविन्द जी १,
आप और सुब्रमनियन जी का संवाद पढकर ...@ अरविन्द जी १,<br />आप और सुब्रमनियन जी का संवाद पढकर कहना सिर्फ ये है कि इश्क का इलज़ाम सिर्फ जवानों पे क्यों मढ़ रहें हैं आप दोनों :)<br /><br />@ अरविन्द जी २,<br />पता नहीं मुन्नी बाई पे आपके 'क्रश' का नंबर क्या था :)<br /> <br />यहाँ तो कई दोस्त ऐसे देखे जिनके 'क्रशर' कभी बंद ही ना हुए :)<br /><br />@ अरविन्द जी ३,<br />मुन्नी बाई को सुन तो लिया पर मलाल ये बाकी रहा कि फकत उनकी ही फोटो अपलोड ना की आपने :)<br /><br />@ अरविन्द जी ४,<br />स्मार्ट इन्डियन साहब ने पैरोडी की और छुपा ली उसके बाद सतीश भाई ने खिड़कियां जला डालीं मेरे पल्ले नहीं पड़ रहा कि आपकी महफ़िल में यार लोग ऐसा बिहेव क्यों कर रहे हैं :)<br /><br />@ अरविन्द जी ५,<br />वीरू भाई से कहियेगा कि दुरुस्त तो 'मरहबा' है पर वे शायद 'मर बेहया' कहना चाहते हों :) <br /><br />@ अरविन्द जी ६,<br />अपने एम वर्मा साहब काफी शरीफ इंसान लगते हैं हालांकि आपने दीदार के लिए फोटोज लगाईं थीं पर वे शेरों के दीदार से मुतमईन हुए :)<br /><br />फिलहाल इतना ही मौक़ा लगा तो लौट के ज़रूर आऊंगा !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-5204315706074912412011-11-08T17:34:34.211+05:302011-11-08T17:34:34.211+05:30बहुत खूबसूरत शेरों का दीदार करवाया आपने.
और फिर गा...बहुत खूबसूरत शेरों का दीदार करवाया आपने.<br />और फिर गायिका मुन्नी बेगम की आवाज क्या कहनेM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.com