tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post3379515484638762725..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: शादी व्याह के निमत्रण पत्रों की हिन्दी !Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-12610391896031236092021-10-10T16:50:46.741+05:302021-10-10T16:50:46.741+05:30भाषा लालित्य के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें.भाषा लालित्य के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14202592893683395889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-46855125025987291392018-12-12T04:54:46.445+05:302018-12-12T04:54:46.445+05:30विल्सन के साथ सात सालों से रिश्ते में होने के बाद,...विल्सन के साथ सात सालों से रिश्ते में होने के बाद, मैंने सबकुछ संभव किया, मैं उसे हर तरह से प्राप्त करना चाहता था, मैंने वादे किए कि मैंने ऑनलाइन किसी को अपनी समस्या समझाई और उसने सुझाव दिया कि मुझे एक जादू कैस्टर से संपर्क करना चाहिए जो मुझे एक कास्ट करने में मदद कर सकता है मेरे लिए जादू करो, लेकिन मैं वह प्रकार हूं जो जादू में विश्वास नहीं करता था, मेरे पास कोशिश करने से कोई विकल्प नहीं था, मेरा मतलब है कि डॉ। अखेर नामक एक जादू कास्टर और मैंने उसे ईमेल किया, और उसने मुझे बताया कि कोई समस्या नहीं है कि सब कुछ ठीक रहेगा तीन दिन पहले, कि मेरा पूर्व तीन दिनों से पहले मेरे पास वापस आ जाएगा, उसने दूसरे दिन में जादू और आश्चर्यजनक रूप से डाला, यह लगभग 4 बजे था, मुझे बहुत पहले आश्चर्य हुआ, मैं बहुत हैरान था, मैंने फोन का जवाब दिया और उसने कहा कि वह जो कुछ हुआ उसके लिए खेद है, कि वह मुझे इतना प्यार करता है। मैं बहुत खुश था और तब से उसके पास गया, मैंने वादा किया है कि किसी को पता है कि रिश्ते की समस्या है, मैं उसे एकमात्र असली और शक्तिशाली जादू कैस्टर बनने में मदद करना चाहता हूं जिसने मुझे अपनी समस्या से मदद की और कौन है वहां सभी नकली लोगों से अलग किसी को भी जादू कैस्टर की मदद की आवश्यकता हो सकती है, उसका ईमेल: AKHERETEMPLE@gmail.com<br />या<br />कॉल / व्हाट्सएप: +2349057261346 अगर आपको अपने रिश्ते या कुछ भी मदद की ज़रूरत है तो आप उसे ईमेल कर सकते हैं। अब तक अपनी सभी समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क करें<br />AKHERETEMPLE@gmail.com<br />या<br />कॉल / व्हाट्सएप: +2349057261346josephinehttps://www.blogger.com/profile/08241289844749029022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-19466445243521231562018-12-12T04:54:28.414+05:302018-12-12T04:54:28.414+05:30विल्सन के साथ सात सालों से रिश्ते में होने के बाद,...विल्सन के साथ सात सालों से रिश्ते में होने के बाद, मैंने सबकुछ संभव किया, मैं उसे हर तरह से प्राप्त करना चाहता था, मैंने वादे किए कि मैंने ऑनलाइन किसी को अपनी समस्या समझाई और उसने सुझाव दिया कि मुझे एक जादू कैस्टर से संपर्क करना चाहिए जो मुझे एक कास्ट करने में मदद कर सकता है मेरे लिए जादू करो, लेकिन मैं वह प्रकार हूं जो जादू में विश्वास नहीं करता था, मेरे पास कोशिश करने से कोई विकल्प नहीं था, मेरा मतलब है कि डॉ। अखेर नामक एक जादू कास्टर और मैंने उसे ईमेल किया, और उसने मुझे बताया कि कोई समस्या नहीं है कि सब कुछ ठीक रहेगा तीन दिन पहले, कि मेरा पूर्व तीन दिनों से पहले मेरे पास वापस आ जाएगा, उसने दूसरे दिन में जादू और आश्चर्यजनक रूप से डाला, यह लगभग 4 बजे था, मुझे बहुत पहले आश्चर्य हुआ, मैं बहुत हैरान था, मैंने फोन का जवाब दिया और उसने कहा कि वह जो कुछ हुआ उसके लिए खेद है, कि वह मुझे इतना प्यार करता है। मैं बहुत खुश था और तब से उसके पास गया, मैंने वादा किया है कि किसी को पता है कि रिश्ते की समस्या है, मैं उसे एकमात्र असली और शक्तिशाली जादू कैस्टर बनने में मदद करना चाहता हूं जिसने मुझे अपनी समस्या से मदद की और कौन है वहां सभी नकली लोगों से अलग किसी को भी जादू कैस्टर की मदद की आवश्यकता हो सकती है, उसका ईमेल: AKHERETEMPLE@gmail.com<br />या<br />कॉल / व्हाट्सएप: +2349057261346 अगर आपको अपने रिश्ते या कुछ भी मदद की ज़रूरत है तो आप उसे ईमेल कर सकते हैं। अब तक अपनी सभी समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क करें<br />AKHERETEMPLE@gmail.com<br />या<br />कॉल / व्हाट्सएप: +2349057261346josephinehttps://www.blogger.com/profile/08241289844749029022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-49485334594565150312016-11-03T01:42:13.995+05:302016-11-03T01:42:13.995+05:302009 के लेखन को पढने का अवसर 2016 मे मिला,पर लगता ...2009 के लेखन को पढने का अवसर 2016 मे मिला,पर लगता है ये 100 साल बाद भी प्रासंगिक रहेगी।<br />सदाशिव !!ATUL MUKHERJIhttps://www.blogger.com/profile/12401515201678154218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-44842010008342375532016-11-03T01:33:26.791+05:302016-11-03T01:33:26.791+05:30बली ऊल दलूल लगती है।बली ऊल दलूल लगती है।ATUL MUKHERJIhttps://www.blogger.com/profile/12401515201678154218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-23895964690121570442015-03-08T23:26:50.627+05:302015-03-08T23:26:50.627+05:30इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.tor potky chodyhttps://www.blogger.com/profile/15303643169368504565noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-39693909265922144702010-09-20T22:48:41.908+05:302010-09-20T22:48:41.908+05:30नेट पर कुछ ढूँढते हुए यह पोस्ट पकड़ में आ गई।
प...नेट पर कुछ ढूँढते हुए यह पोस्ट पकड़ में आ गई। <br /><br /> पढ़कर अच्छा लगा। वैसे एक बात आपने नोट की होगी कि गाँवों में अक्सर किसी के सरकारी नौकरी में होने पर या किसी ओहदे से जुड़े होने पर उसे काफी बोल्ड अक्षरों में ब्रेकेट देकर छापा जाता है। मसलन - <br /><br />मुन्नर सिंह (बड़े बाबू)<br />जवाहिर मौर्य ( एडवोकेट )<br />रामआसरे यादव ( प्रा.शिक्षक, बक्सां)<br />राजमणि पांडे (अमीन, धर्मापुर ब्लॉक )<br />मनोहर श्रीवास्तव ( पूर्व ग्राम प्रधान, चकिया )<br /><br /> ऐसे ही कई जगह कुछ मजेदार सबटाईटल्स थे....इस समय याद नहीं आ रहा। निमंत्रण पत्रों को खंगालिए। इस मुद्दे पर तो अच्छी खासी मजेदार पोस्ट बन सकती है।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88559999288432118752009-12-05T00:10:52.986+05:302009-12-05T00:10:52.986+05:30दिलचस्प चर्चादिलचस्प चर्चाअजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-64358981848923949712009-05-08T21:19:00.000+05:302009-05-08T21:19:00.000+05:30आया तो था कुछ पढने और इस गंभीर विषय पर कमेन्ट करने...आया तो था कुछ पढने और इस गंभीर विषय पर कमेन्ट करने ! पर हाय रे ताऊ जी ......... उनका कमेन्ट पढ़कर ठहाके लगा रहा हूँ !प्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35913977347809428462009-05-04T20:19:00.000+05:302009-05-04T20:19:00.000+05:30Vaastav mein 'Hinglish' ko 'Hindi' par tarjih dene...Vaastav mein 'Hinglish' ko 'Hindi' par tarjih dene ka koi kaaran nahin. Hindi swayn mein hi saral aur sundar hai.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-71720918874234226642009-05-04T18:31:00.000+05:302009-05-04T18:31:00.000+05:30जो बात समझ में आये वो सरल और जो न समझ में आये वो क...जो बात समझ में आये वो सरल और जो न समझ में आये वो कठिन। अपनी तो इसी शैली से काम चल जाता है।प्रेम सागर सिंह [Prem Sagar Singh]https://www.blogger.com/profile/04752730187804179048noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78120435786377554252009-05-03T00:11:00.000+05:302009-05-03T00:11:00.000+05:30दिलचस्प चर्चा अरविंद जी...
"परिणय दशाब्दि" ने मन म...दिलचस्प चर्चा अरविंद जी...<br />"परिणय दशाब्दि" ने मन मोह लिया....<br />दुष्यंत जी की रचनाओं की असीम लोकप्रियता और किस वजह से है?<br />आप की इस बात पर मुस्कुराता जा रहा हूँ कि "मजे की बात है की सबसे पहले मुझे क्लिष्ट जैसे 'क्लिष्ट 'शब्द की जानकारी ही एक ऐसे सज्जन से हुयी थी जिनकी हिन्दी बस माशा अल्लाह ही थी..."गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-42289564945288644702009-05-02T07:14:00.000+05:302009-05-02T07:14:00.000+05:30पढ़ा जाने के लिये लेखन सहज , प्रवाहपूर्ण होना चाहिय...पढ़ा जाने के लिये लेखन सहज , प्रवाहपूर्ण होना चाहिये।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-26043961076955237532009-05-01T21:49:00.000+05:302009-05-01T21:49:00.000+05:30'क्लिष्ट 'shbd/bhasha क्या है??..
वही --जो हमें सम...'क्लिष्ट 'shbd/bhasha क्या है??..<br />वही --जो हमें समझ में न आये..shayd वही किसी और के लिए saral shabd hon?<br />aap ne kahaa-<br />bahut se likhne walon ki rahcnaon mein भाषा का एक सहज स्वरुप कल कल बहती नदी या झरने सदृश आ उपस्थित होता है -मन मोह लेता है !<br />------------<br />aap ki is baat se poori sahmati rakhti hun--<br />यदि हम भाषा को क्लिष्टता के सतही आधार पर खारिज करेंगें तो शायद हमें अपने कई अनुष्ठानों , कार्यों से भी तौबा करना या काफी बदलाव करना होगा '<br />--Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-28694783129518568692009-05-01T16:55:00.000+05:302009-05-01T16:55:00.000+05:30लडकी की शादी के निंमनत्रण मे छपा था " हमारी कुटिया...लडकी की शादी के निंमनत्रण मे छपा था " हमारी कुटिया की लतिका के विछोह बेला मे विरह वेदना की इस घढी मे हमे ढाढस बधाने हेतु आपकी उपस्थिती प्रार्थनीय है. दर्शना भिलाषी स्वर्गीय श्री राम लाल गुप्ता <br /><br /><br />अब हम स्वर्ग मे दर्शन कैसे देकर आये ये आप ही बताये जीArun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-17866085304189020462009-05-01T16:28:00.000+05:302009-05-01T16:28:00.000+05:30केशव दास जी को कठिन काब्य का प्रेत कहा गया वह शाय...केशव दास जी को कठिन काब्य का प्रेत कहा गया वह शायद इसलिए कि उन्होंने कई स्थानों पर ऐसे शब्दों को प्रयोग में लाया जिस शब्द को उसके चाल -चलन की भाषा में लिखा जा सकता था जैसे अनेकशः उन्होंने धनुष के लिए कोदंड शब्द का प्रयोग किया है परन्तु इसका मतलब यह भी नहीं है कि हिन्दी को हिंगलिश बना दिया जाय .हिंदी सम्पूर्णता में बनी रहे वही हिन्दी और हिन्दी भाषियों के लिए उचित है नकि हिन्दी को हिंगलिश बनानें में . हिन्दी का अपना एक समृद्ध शाली इतिहास रहा है ,आज अफ़सोस इस बात का है कि वह इतिहास लाइब्रेरी तक सिमट गएँ हैं जहाँ अब समयाभाव के चलते लोग कम पहुंच रहें हैं .आपकी यह पोस्ट बहुत ही विचारणीय एवं नवीन है .बधाई .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-8759397421208953922009-05-01T13:48:00.000+05:302009-05-01T13:48:00.000+05:30कुछ लोगों की ये आदत ही होती है।
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सावधान ...कुछ लोगों की ये आदत ही होती है।<br />----------<br /><A HREF="http://tasliim.blogspot.com/" REL="nofollow">सावधान हो जाइये</A> <br /><A HREF="http://sciblogindia.blogspot.com/" REL="nofollow">कार्ल फ्रेडरिक गॉस</A>adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-57448865082068498392009-05-01T12:09:00.000+05:302009-05-01T12:09:00.000+05:30भाषा कैसी भी हो सरल अथवा क्लिष्ट अगर वह समझ में आत...भाषा कैसी भी हो सरल अथवा क्लिष्ट अगर वह समझ में आती है तो उसमें कोई आपाती नहीं होनी चाहिए! जैसे कि तुलसीदास जी ने रामायण लिखी है भाषा बिलकुल सरल है और अधिकतर चौपाईयाँ साधारण तथा कम पढ़े लिखे लोग भी आसानी से समझ लेते हैं! <br />क्लिष्ट होते हुए भी अगर पुराने समय के निमंत्रण पत्र की पंक्तियाँ "भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण प्रियवर तुम्हे बुलाने को <br />हे मानस के राजहंस तुम भूल न जाना आने को"<br />को पढ़ने पर उनकी मिठास समझ में आती है! बहुत ही अच्छा लेख है! आपको साधुवाद!dschauhanhttps://www.blogger.com/profile/08320850011874619302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-81823916097635728862009-05-01T11:33:00.000+05:302009-05-01T11:33:00.000+05:30अपनी भाषा ही मुश्किल लगेगी तो क्या कह सकते हैं ......अपनी भाषा ही मुश्किल लगेगी तो क्या कह सकते हैं ...आज के बच्चे तो सामान्य बोलचाल की भाषा ही समझने में समय लेते हैं .. हिन्दी दिवस मनाया जाता है ..तो यह भाषा तो क्लिष्ट लगेगी ही ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35445925126880716592009-05-01T11:32:00.000+05:302009-05-01T11:32:00.000+05:30भाषा में कठिन-सरल का सोच नहीं होना चाहिये बल्कि 'स...भाषा में कठिन-सरल का सोच नहीं होना चाहिये बल्कि 'सम्यक भाषा' की बात की जानी चाहिये। इससे मेरा मतलब है-<br /><br />*सरल शब्दोंके चक्कर में अभिव्यक्ति को संकट में नहीं डालना चाहिये।<br /><br />*जहाँ सम्भव हो वहाँ कठिन के बजाय सरल शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिये। (पर अभिव्यक्ति को बिना संकट में डाले)<br /><br />*भाषा और शब्दावली, विषय और श्रोता(गण) के भाषायी स्तर के साथ न्याय करती हुई होनी चाहिये।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-49888464885227163272009-05-01T09:26:00.000+05:302009-05-01T09:26:00.000+05:30भाई मिश्राजी आप सही कह रहे हैं. पर हम तो कार्ड पर,...भाई मिश्राजी आप सही कह रहे हैं. पर हम तो कार्ड पर, भगवान झूंठ ना बुलवाये..और आपसे तो झूंठ बोलना भी क्यों?..सिर्फ़ यह देखते हैं कि डिनर किस जगह और कितने बजे हैं? और जगह के हिसाब से लिफ़ाफ़ा जेब मे रख निकल पडते हैं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-70916365630372656642009-05-01T07:49:00.000+05:302009-05-01T07:49:00.000+05:30बेहतरीन पोस्ट। इस शब्द चिंतन को आपने विवाहोत्सवी म...बेहतरीन पोस्ट। इस शब्द चिंतन को आपने विवाहोत्सवी माहौल में सामयिक भी बना दिया!<br /><br />पूरी पोस्ट से सहमत हूं और ज्ञानजी ने आपकी कही बात का सार उक्ति की तरह पेश कर दिया है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30040327639426219032009-05-01T07:26:00.000+05:302009-05-01T07:26:00.000+05:30hindi ko rozgaar parak janoopyogi bhaashaa banaane...hindi ko rozgaar parak janoopyogi bhaashaa banaane ke liye agar koi itihaas likhaa gayaa to aapkaa naam bgee swaran akhshron main likhaa jaayegaa.saadhuvaad.<br />jhallevichar.blogspot.comjamos jhallahttps://www.blogger.com/profile/13984195512782941103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10861515371191594862009-05-01T06:13:00.000+05:302009-05-01T06:13:00.000+05:30भारतीय विवाह निमँत्रण पत्रोँ की बानगी आपक लेखन से ...भारतीय विवाह निमँत्रण पत्रोँ की बानगी आपक लेखन से पता चल रही है <br />ये लोगोँ को अपने व्यक्तिगत निर्णय तथा सोच को जग जाहीर करने की बेला है <br />- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-34466266194373374082009-05-01T05:21:00.000+05:302009-05-01T05:21:00.000+05:30बहुत बढिया!! इसी तरह से लिखते रहिए !बहुत बढिया!! इसी तरह से लिखते रहिए !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.com