tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post9163328825938071236..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: क्या करूं क्या न करूं -अजीब धर्मसंकट था वह (सेवा संस्मरण -१६) Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35024165661896850652014-01-06T02:37:32.049+05:302014-01-06T02:37:32.049+05:30जिन भौतिक सुविधाओं को पाने की प्रतियोगिता आपने अपन...जिन भौतिक सुविधाओं को पाने की प्रतियोगिता आपने अपने हॉस्टल में देखी होगी उसका रूप थोड़ा बदल जरूर गया है मगह वह आज के युग में भी विद्द्यमान है. हाँ, आज के युग के लिए कई पुरानी चीजें बहुत बड़ी बात नहीं हो मगर वैभव प्रदर्शन के नए मायने जुड़ गए हैं. सुन्दर श्रृंखला. ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-66022817688265277672013-12-31T05:40:08.978+05:302013-12-31T05:40:08.978+05:30बहुत सुन्दर संस्मरण श्रृंखला |सर नववर्ष की असीम शु...बहुत सुन्दर संस्मरण श्रृंखला |सर नववर्ष की असीम शुभकामनाएँ |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-43117565642292905462013-12-30T19:31:40.382+05:302013-12-30T19:31:40.382+05:30बहुत सी पारिवारिक बातें भी आप सहजता से साझा कर लेत...बहुत सी पारिवारिक बातें भी आप सहजता से साझा कर लेते हैं पण्डित जी! बहुत अच्छा लगता है आपका यह निश्छल व्यवहार!! जाँच से मुझे याद आया कि मित्र चैतन्य को भी ऐसे ही एक जाँच के आदेश मिले थे और उन्हें रिपोर्ट देनी थी.. मगर उनके साथ जो धर्मसंकट उपस्थित हुआ उसका परिणाम फिर कभी!! <br />यह संस्मरण सिरीज़ बहुत से पाठकों को अपनी कारोबारी ज़िन्दगी के कई यादों के गलियारों में ले जाएगा!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-43135615254245456682013-12-30T14:53:50.459+05:302013-12-30T14:53:50.459+05:30धर्म संकट से उबरना वाकई मुश्किल होता है..धर्म संकट से उबरना वाकई मुश्किल होता है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-28478527098830562782013-12-30T12:15:28.982+05:302013-12-30T12:15:28.982+05:30आपकी और अपनी(पता नहीं सामान है ये नहीं पर) उम्र के...आपकी और अपनी(पता नहीं सामान है ये नहीं पर) उम्र के अधिकाँश लोगों का जीवन चक्र शायद ऐसा हो रहा होगा जो मध्यम वर्ग से जुड़े हैं ... और आत्म्समान के साथ सिमित सामर्थ अनुसार जीना चाहते हैं ... <br />रोचक संस्मरण ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-23040408745398704012013-12-30T08:47:47.858+05:302013-12-30T08:47:47.858+05:30 जो मनुष्य अपनी आमदनी से कम खर्च करता है उसके पास ... जो मनुष्य अपनी आमदनी से कम खर्च करता है उसके पास पारस-पत्थर है । शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/01128062702242430809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-90026406501224056192013-12-30T08:19:50.570+05:302013-12-30T08:19:50.570+05:30रोचक है दास्ताँ। समान पृष्ठभूमि और मध्यवर्ग से आए ...रोचक है दास्ताँ। समान पृष्ठभूमि और मध्यवर्ग से आए कई पाठक आपके वृत्तान्त से समरस हो पा रहे होंगे। Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-11696948010479503212013-12-29T22:11:47.598+05:302013-12-29T22:11:47.598+05:30दिलचस्प हैं आपकी सर्विस कहानियाँ :)दिलचस्प हैं आपकी सर्विस कहानियाँ :)Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74650689996802140002013-12-29T19:02:37.523+05:302013-12-29T19:02:37.523+05:30
बेशक शहरों से चस्पां रहता है अतीत ,अनुभव का दायरा...<br />बेशक शहरों से चस्पां रहता है अतीत ,अनुभव का दायरा।परवान चढ़ रहा है संस्मरण। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-59184874751090757792013-12-29T18:22:45.848+05:302013-12-29T18:22:45.848+05:30यही बेसिक बात कुछ गलत करने से रोक देती है और सही र...यही बेसिक बात कुछ गलत करने से रोक देती है और सही रास्ते पर कार्य करने को प्रेरित करती है :)विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-75078087661324553352013-12-29T16:09:52.027+05:302013-12-29T16:09:52.027+05:30ईमानदारी की आमदनी से अन्य जरूरतें पूरी करते हुए घर...ईमानदारी की आमदनी से अन्य जरूरतें पूरी करते हुए घर में चीजें धीरे- धीरे ही बसती हैं। <br />जांच रिपोर्ट में क्या था , मामला गोल कर गए !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-24416517567834105892013-12-29T12:03:17.890+05:302013-12-29T12:03:17.890+05:30*छोटी बड़ी ...*छोटी बड़ी ... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-60399281401618375762013-12-29T12:02:43.634+05:302013-12-29T12:02:43.634+05:30घर की हर छोटी बसी चीज़ बसाने की जद्दोज़हद भी सरल नही...घर की हर छोटी बसी चीज़ बसाने की जद्दोज़हद भी सरल नहीं ... खासकर तब जब और भी जिम्मेदारियां हिस्से ले रखी हों ... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-6484539459485527462013-12-29T11:53:08.055+05:302013-12-29T11:53:08.055+05:30जांच रिपोर्ट क्या थी...? आप तो तिलम्मी सीरीयल की त...जांच रिपोर्ट क्या थी...? आप तो तिलम्मी सीरीयल की तरह एंड करते हैं!देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com