tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post8969538584450791965..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: बेनामियों की क़यामत का काउंटडाउन!Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-61460755102651174372011-01-21T14:12:42.113+05:302011-01-21T14:12:42.113+05:30हिन्दी ब्लॉगजगत तो आजकल गालीमय हो चला है.. जिधर दे...हिन्दी ब्लॉगजगत तो आजकल गालीमय हो चला है.. जिधर देखो गाली शास्त्र पर ही चर्चा हो रही है... :) वैसे आपका विश्लेषण बड़ा शानदार लगा.... <br />मार्क ज़ुकरबर्ग के जीवन पर अभी हाल ही में एक फिल्म आई है 'द सोशल नेटवर्क'.. इसमें दिखाया गया है कि किस तरह एक असफल प्रेम से फ्रस्ट्रेटेड मार्क ने मात्र ५ घंटों में अपने होस्टल के कमरे में अपनी पहली विवादित और सफल वेबसाईट बनाई और यह यात्रा आगे फेसबुक पर जाकर रुकी.... ऐसे लोग वाकई प्रेरणा देते हैं...Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-14984943236959250392011-01-19T17:33:48.712+05:302011-01-19T17:33:48.712+05:30bouth he aacha blog hai aapka ... good going
Musi...bouth he aacha blog hai aapka ... good going<br /><br /><a href="http://musicboll.blogspot.com" rel="nofollow">Music Bol</a><br /><a href="http://lyrics-mantra.blogspot.com" rel="nofollow">Lyrics Mantra</a>ManPreet Kaurhttps://www.blogger.com/profile/17999706127484396682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-67761317090576715902011-01-19T17:16:07.472+05:302011-01-19T17:16:07.472+05:30जब तक ब्लौगिंग में दोहरे मापदंड रहेंगे , पारदर्शित...जब तक ब्लौगिंग में दोहरे मापदंड रहेंगे , पारदर्शिता की उम्मीद या आग्रह बेमानी है ...ऐसी स्थिति में तो और भी जब किसी महिला को बहन या माँ कहते हुए भी वर्षगाँठ की शुभकामना देने जितनी सभ्य तमीज भी ना हो !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-53632569279424929462011-01-19T15:01:13.634+05:302011-01-19T15:01:13.634+05:30मुझे भी यही लगता है गोपनीयता नही रखनी चाहिए ... पर...मुझे भी यही लगता है गोपनीयता नही रखनी चाहिए ... पर कभी कभी नेट में फोटो इत्यादि का (विशेष कर महिलाओं की) दुरुपयोग भी होता है ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88280479307378447822011-01-18T18:46:38.110+05:302011-01-18T18:46:38.110+05:30sarthak chintan .
ujala kayam ho .sarthak chintan .<br /> ujala kayam ho .सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30843488931085788252011-01-18T11:30:10.797+05:302011-01-18T11:30:10.797+05:30nihayat jaroori hai....countdown.....
pranam.nihayat jaroori hai....countdown.....<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-45422544677979397712011-01-18T08:42:35.939+05:302011-01-18T08:42:35.939+05:30चंद्रमौलि जी ,ज़रा अपने इस दावे को संदर्भ स्रोत से ...चंद्रमौलि जी ,ज़रा अपने इस दावे को संदर्भ स्रोत से पुष्ट करें !<br />'और हां, इस रईसजादे ने अब फेसबुक बंद करने का एलान कर दिया है और करोड़ों-अरबों डालर को ठोकर मार दिया है॥Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-12420940221918366102011-01-17T23:51:20.586+05:302011-01-17T23:51:20.586+05:30यह आभासी पहचान तो और अनजान बना रही है..... सच में ...यह आभासी पहचान तो और अनजान बना रही है..... सच में उजाले की ओर चलने की दरकार है..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-4235042629058315132011-01-17T20:33:41.865+05:302011-01-17T20:33:41.865+05:30ब्लोगिंग में तो एक चेहरा लोग दिखा जाते हैं..पर सैक...ब्लोगिंग में तो एक चेहरा लोग दिखा जाते हैं..पर सैकड़ों मुखौटे पहनते-उतारते रहते हैं. ये बुरा है.<br /><br />अगर कोई अपनी तस्वीर...अपना परिचय नहीं reveal करना चाहता ...सिर्फ अपने विचारों के द्वारा ही पहचाना जाना चाहता हो, इसमें कोई बुराई नहीं...पर किसी फेक प्रोफाइल के पीछे छुप..लोगो के ऊपर निशाने साधे...यह निंदनीय है.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-51318951454504243992011-01-17T18:50:32.658+05:302011-01-17T18:50:32.658+05:30Hi Arvind darling, how r u? dont worry...love u dr...Hi Arvind darling, how r u? dont worry...love u draling n take careमुन्नी बदनामhttps://www.blogger.com/profile/07470855003573071619noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-36754698705385527622011-01-17T18:33:47.495+05:302011-01-17T18:33:47.495+05:30अरविन्द जी ,
छलावे पर आपके ख्याल पढ़े ,गोपन पर आपक...अरविन्द जी ,<br />छलावे पर आपके ख्याल पढ़े ,गोपन पर आपका विश्लेषण देखा पर पता नहीं कैसे एक बात रह रह कर कचोट रही है कि आपने छद्म के प्रकटीकरण के विशद विवेचन यानि कि अनावृत्ति को हाशिये पर डाल दिया है ! निवेदन ये है कि संवेदनाओं को झकझोरने वाले विषय पर ऐसी कंजूसी जायज़ नहीं कही जायेगी !<br /> <br />आलेख के मूल मंतव्य से सहमत होने के बावजूद हमारी शिकायत दर्ज करें !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47190271054840103322011-01-17T15:53:34.350+05:302011-01-17T15:53:34.350+05:30saarthak post!saarthak post!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-62265200844527723132011-01-17T14:24:10.966+05:302011-01-17T14:24:10.966+05:30‘तो जनाब यह मौका जब मुझे अता फरमाया गया तो मैंने ब...‘तो जनाब यह मौका जब मुझे अता फरमाया गया तो मैंने ब्लॉगजगत से इस अल्पकालिक दूरी को कुछ पढने गुनने में बिताया’<br /><br />पर जनाब यह नहीं फरमाया कि यह दूरी क्यों अता की गई :) ईश्वर आपको सहतयाब रखे॥<br /><br />और हां, इस रईसजादे ने अब फेसबुक बंद करने का एलान कर दिया है और करोड़ों-अरबों डालर को ठोकर मार दिया है॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-49190052728053760752011-01-17T12:29:34.273+05:302011-01-17T12:29:34.273+05:30ज्ञान और जानकारियों का परस्पर आदान-प्रदान ही इस फे...ज्ञान और जानकारियों का परस्पर आदान-प्रदान ही इस फेसबुक व ब्लाग्स के द्वारा होता रह सके उसीमे मित्रता के इन माध्यमों की सार्थकता है । वर्ना तो एक दूसरे को नीचा दिखाने व छद्म नामों से गाली-गलौच व अपशब्दों के द्वारा नवाजने की कुत्सित चेष्टाओं पर अंकुश के बगैर इनका फैलाव विकृत मानसिकताओं का आसान संवाहक भी होता जा रहा है ।Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-22223274099324314702011-01-16T23:53:49.136+05:302011-01-16T23:53:49.136+05:30दुनिया को फेसबुक पर नहीं यहाँ भी फेस करें ...सार्थ...दुनिया को फेसबुक पर नहीं यहाँ भी फेस करें ...सार्थक बातसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88214450379114206162011-01-16T23:02:52.131+05:302011-01-16T23:02:52.131+05:30अत्यंत ज्ञानवर्धक पोस्ट. सोशल नेट्वर्किंग साइट्स क...अत्यंत ज्ञानवर्धक पोस्ट. सोशल नेट्वर्किंग साइट्स की तो नहीं कह सकते, पर ब्लॉगजगत में ये समस्या जल्दी हल नहीं होने वाली.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-67044656932348866322011-01-16T22:53:22.655+05:302011-01-16T22:53:22.655+05:30"जहां ओट है वहाँ खोट है"... या बात बिलकु..."जहां ओट है वहाँ खोट है"... या बात बिलकुल सही है मिश्रा जी ... पारदर्शिता बेशक बहुत ज़रूरी है ... मुझे लगता है यदि कोई अच्छे मन से टिपण्णी करता है तो उसे पहचान बताने में कोई हर्ज़ नहीं होना चाहिए ... शुभकामनाएंDr Xitija Singhhttps://www.blogger.com/profile/16354282922659420880noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-20097558008685117282011-01-16T21:30:12.343+05:302011-01-16T21:30:12.343+05:30"आईये अपना चेहरा अनावृत करें!ब्लागिंग को भी ए..."आईये अपना चेहरा अनावृत करें!ब्लागिंग को भी एक नए मानवीय संस्पर्श और रिश्ते की ऊष्मा दें!भगोड़े न बने! दुनिया को फेसबुक पर ही नहीं यहाँ भी फेस करें!"<br /><br /><br />सुंदर प्रस्तुती.अच्छा लगा पढना.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-54718341075374156822011-01-16T21:23:51.390+05:302011-01-16T21:23:51.390+05:30बेनामी का उपयोग अगर असांजे के किरदार को निभाये तो ...बेनामी का उपयोग अगर असांजे के किरदार को निभाये तो वह कारगार साबित हो सकता है । अभी कहीं पढ़ रहा था कि उसने एग्रिगेटर लगा दिया है अपने ब्लोग पर , कारण मात्र बेनमी नाम का आतंक , मैंने भी कुछ दिनों पहले ऐसा ही किया, लेकिन कई बार बेनामी असांजे के किरदार में भी होता है , हां वह इनके जैसा हिम्मत वाला नहीं होता । मुझे लगता है कि बेनामी का रहना आवश्यक है खेल में ट्विस्ट के लिए ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-19216950646479948422011-01-16T19:33:55.625+05:302011-01-16T19:33:55.625+05:30ब्लॉग्गिंग में भी सम्पूर्ण पारदर्शिता की कामना मैं...ब्लॉग्गिंग में भी सम्पूर्ण पारदर्शिता की कामना मैं भी रखता हूँ. काश ऐसा हो सके.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-56249479270942144472011-01-16T18:52:54.547+05:302011-01-16T18:52:54.547+05:30सच्ची गुहार.सच्ची गुहार.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-71576629617607469982011-01-16T18:22:04.841+05:302011-01-16T18:22:04.841+05:30"अब पारदर्शिता में ही दूरदर्शिता है"
यह ..."अब पारदर्शिता में ही दूरदर्शिता है"<br />यह उक्ति तो हमेशा से कही जाती रही है पर ...<br />'बेनामी' जरूरी तो नहीं प्रतिगामी ही हों. अनुभव बताता है कि प्रतिगामिता का व्यवहार् तो तथाकथित नामी ही बेनामी बनकर दर्शाते हैं. <br />अस्तु, सार्थक आह्वान के लिये साधुवादM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-77762592324072584572011-01-16T17:32:03.760+05:302011-01-16T17:32:03.760+05:30खुद को नहीं मालुम कि क्या हैं, तो दुनियां को क्या ...खुद को नहीं मालुम कि क्या हैं, तो दुनियां को क्या बतायें। <br />मेरे ख्याल से अपने को जितना उजागर करते हैं, उतना उलझते जाते हैं!Gyan Dutt Pandeyhttp://gyanduttpandey.wordpress.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-39515565483373136992011-01-16T17:05:40.112+05:302011-01-16T17:05:40.112+05:30मेरे पास एक मत्र हे इन अनामी बेनामी को ओर छंद नाम ...मेरे पास एक मत्र हे इन अनामी बेनामी को ओर छंद नाम से टिपण्णी करने वालो के लिये, इस लिये मुझे तो कोई डर नही इन से जो भी कोई आया उसे प्यार से समझाया बाई मान जाओ , दुसरी बार सीधा गुद्दी से पकडा ओर समझाया, अगर दोनो बार ना समझे तो गुगल बाबा जिन्दावादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-69851741881969068372011-01-16T16:30:22.602+05:302011-01-16T16:30:22.602+05:30सिद्धार्थ जी ,
धुप अँधेरा घुप अँधेरा
मैं भी कन्फ्य...सिद्धार्थ जी ,<br />धुप अँधेरा घुप अँधेरा<br />मैं भी कन्फ्यूजिया गया -दोनों प्रयोग प्रचलन में है -गिरिजेश जी शायद मार्गदर्शन दे !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com