tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post8091642397078147478..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: गुरु ,गुरुघंटाल और ब्लागजगत के अफ़सानेArvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88008122496397093792012-07-08T21:29:02.374+05:302012-07-08T21:29:02.374+05:30बहुत सुंदर जी . कोई छोटा और बड़ा नहीं , गुरु चेला ...बहुत सुंदर जी . कोई छोटा और बड़ा नहीं , गुरु चेला दोनों सामान है. <br />मगर चेले को इस भावना को समझना होगा की जिसे गुरु कह दिया तो कह दिया . . बड़ा बराबरी का दर्जा दे तो यह उसका बड़प्पन है, चेले का अधिकार नहीं. . . . बहुत खूब जीसानंद रावतhttps://www.blogger.com/profile/10950481629691630237noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-81892073857256738092012-07-06T20:31:21.394+05:302012-07-06T20:31:21.394+05:30अरविन्द जी ,
मित्र के गुरुकुल से चिढ़ कैसी :)
सिर...अरविन्द जी ,<br />मित्र के गुरुकुल से चिढ़ कैसी :)<br /><br />सिर्फ याद दिला रहा हूं कि प्रमोशन आपकी कुंडली के षष्टम स्थान पर है :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-52068041741536325002012-07-06T19:23:26.302+05:302012-07-06T19:23:26.302+05:30@अली सा,
आपकी असली मंशा समझ न आयी..आप संतोष त्रिवे...@अली सा,<br />आपकी असली मंशा समझ न आयी..आप संतोष त्रिवेदी मेरे स्वयम्भू आत्मघोषित शिष्य के प्रमोशन पर चिढ क्यों रहे हैं -<br />और खीर खाने वाला भी आपकी नज़रों में चढ़ा हुआ है :-)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-60243565041791806552012-07-06T19:21:26.251+05:302012-07-06T19:21:26.251+05:30@पाबला जी,
यह भी खूब गलती पकड़ी आपने :-)
संशोधत क...@पाबला जी,<br />यह भी खूब गलती पकड़ी आपने :-) <br />संशोधत कर दिया हुज़ूर!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30820761858810166812012-07-06T17:02:13.303+05:302012-07-06T17:02:13.303+05:30पाबला जी ये रही अगली लाइन ...
खून मेवे डालकर खीर ...पाबला जी ये रही अगली लाइन ...<br /><br />खून मेवे डालकर खीर बनवाई?<br />फिर उसे ही जबरिया खिलवाई :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35424099805582090552012-07-06T10:59:08.388+05:302012-07-06T10:59:08.388+05:30खून मेवे डालकर खीर बनवाई?
की-बोर्ड पर अंग्रेजी के...<i><b>खून मेवे डालकर खीर बनवाई?</b></i><br /><br />की-बोर्ड पर अंग्रेजी के B N आजू बाजू होने से कित्ती गलती हो जाती है<br /><br />बैराग का गाना याद आ गया -पीते पीते कभी कभी जाम बदल जाते हैं :-)BS Pablahttps://www.blogger.com/profile/06546381666745324207noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-59023009347019396462012-07-06T10:53:33.174+05:302012-07-06T10:53:33.174+05:30गुरू घंटाल के लिए आपकी अद्भुत सुखानुभूति बनी रहेगुरू घंटाल के लिए आपकी अद्भुत सुखानुभूति बनी रहेBS Pablahttps://www.blogger.com/profile/06546381666745324207noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-1894992761830998032012-07-05T19:57:36.750+05:302012-07-05T19:57:36.750+05:30आपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है...<a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/07/blog-post_05.html" rel="nofollow">आपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है क्रोध की ऊर्जा का रूपांतरण - ब्लॉग बुलेटिन के लिए, पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक, यही उद्देश्य है हमारा, उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी, टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें … धन्यवाद ! </a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74471139985116868352012-07-05T19:57:22.785+05:302012-07-05T19:57:22.785+05:30ब्लॉग जगत का अफ़साना लिख दिया है बड़े रोचक तरीके स...ब्लॉग जगत का अफ़साना लिख दिया है बड़े रोचक तरीके से .. गुरू-पद पर आसीन होने के लिए बधाई जो कि वाकई तलवार की धार समान है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-79774980502828889752012-07-05T19:42:45.750+05:302012-07-05T19:42:45.750+05:30गुरु तो गुरु ही है, हर बात में गुरु , और फिर गुरुघ...गुरु तो गुरु ही है, हर बात में गुरु , और फिर गुरुघंटाल के क्या तो क्या कहने !<br /> संतोष त्रिवेदी कि बात में दम है कि चेलों को कम ना समझना :)Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47735002514322578642012-07-05T17:48:48.869+05:302012-07-05T17:48:48.869+05:30ब्लाग जगत के कई दूसरे अफ़साने मसलन ...?
क्या आपने...ब्लाग जगत के कई दूसरे अफ़साने मसलन ...?<br /><br />क्या आपने संतोष जी को प्रोमोट करने का फैसला कर लिया है :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-27210177771690156492012-07-05T12:22:47.740+05:302012-07-05T12:22:47.740+05:30ऐसी बहुत सी पोस्ट से पहले खोजी बुद्धि का प्रयोग कर...ऐसी बहुत सी पोस्ट से पहले खोजी बुद्धि का प्रयोग करना पड़ता है ... दिमाग के घोड़े दौडाने पड़ते हैं ... मोहरे बदल बदल के फिट करने पड़ते हैं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-45680433993736446872012-07-05T10:36:53.240+05:302012-07-05T10:36:53.240+05:30OKOKSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-77149401362115709052012-07-05T10:17:01.100+05:302012-07-05T10:17:01.100+05:30Bada jaandaar likhte hain aap!Bada jaandaar likhte hain aap!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10264540814995566072012-07-05T09:24:38.746+05:302012-07-05T09:24:38.746+05:30गुरू को कितनी गुरुता से उपयोग में लाया जाये, काश य...गुरू को कितनी गुरुता से उपयोग में लाया जाये, काश यह भी कोई गुरु से ही सीख ले..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30169655746230090022012-07-05T06:48:47.640+05:302012-07-05T06:48:47.640+05:30वैसे हो पक्के गुरू,कल रात दस बजे ही वार्तालाप हुआ ...वैसे हो पक्के गुरू,कल रात दस बजे ही वार्तालाप हुआ था,पर इधर-उधर की बातें तो हुईं,इस पोस्ट के बारे में नहीं बताया.अभी सुबह देखा तो मन किया कि गुरु की प्रातःकालीन वंदना कर ली जाय !<br /><br />...शिष्य तो बिला शक हमीं हैं,पर आज के गुरु-शिष्य सम्बन्ध पहले जैसे नहीं रहे.आज हम दोस्ताना हो लिए हैं.इसलिए दोनों सम्बन्ध अपनी जगह सही हैं.हाँ,एकलव्य और द्रोण का रिश्ता अंगूठे का था,यहाँ दिल का हैऔर ऐसे रिश्ते आजमाए नहीं समझे और महसूसे जाते हैं.<br />आपने पहले कई सारे चेले थोक में बनाए बाद में उनकी कब्रगाह भी खुद बना दी,सो इस वास्ते थोड़ा सतर्क रहा करो.इत्ती जल्दी गुरुमंत्र मत दिया करो और अगर किसी को एक बार दफ़न कर दिया तो उसमें संजीवनी छिडकने की भी ज़रूरत नहीं है.उसमें दम होगा तो न कोई झील सूखेगी और न कोई ब्लॉगर चर्चाकार बनेगा.गुरु घंटाल के यहाँ चिट्ठाकारी करना भी मजबूरी है.कुछ वैसा ही सीन है,'न उनके और,न हमरे ठौर'<br /><br />रही बात गुरुघंटाल की तो इस बारे में मैं कुछ कहूँगा तो लोग कहेंगे की देखो,'आज का लड़का खुरपेंच कर रहा है'सो इस बारे में कोई खुलासा नहीं.<br /><br />...आजकल के चेलों से सावधान रहना,ये बड़े निर्मोही भी होते हैं !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-41333262007796774142012-07-05T00:26:59.773+05:302012-07-05T00:26:59.773+05:30रोचक शैली में लिखा गया यह आलेख प्रभावित करता है।रोचक शैली में लिखा गया यह आलेख प्रभावित करता है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-19626648965615520132012-07-04T22:21:41.232+05:302012-07-04T22:21:41.232+05:30@Pravin Shah,
Bahut din bad dikhe yahaan!posts ki ...@Pravin Shah,<br />Bahut din bad dikhe yahaan!posts ki vividhata pathkon ki vividhata ke chalte hai...aap aaye n :-)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-55294625748446833102012-07-04T22:05:37.946+05:302012-07-04T22:05:37.946+05:30मनोरंजन हुआ. आभार.मनोरंजन हुआ. आभार.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-17703220689699342422012-07-04T21:38:00.575+05:302012-07-04T21:38:00.575+05:30.
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देव,
पढ़ा और सब कुछ समझा भी...
एक टाइम-खोटी....<br />.<br />.<br />देव, <br />पढ़ा और सब कुछ समझा भी...<br />एक टाइम-खोटी पोस्ट... :(<br />आपकी अपने पाठक के प्रति कोई जिम्मेदारी है कि नहीं... काहे फालतुवे में उसके पाँच दस मिनट बेकार करते हैं ?<br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35826325282691492812012-07-04T20:17:02.321+05:302012-07-04T20:17:02.321+05:30'काहो गुरु' तो बनारसी लहजा है.
और फिर आज ...'काहो गुरु' तो बनारसी लहजा है. <br />और फिर आज के एकलव्य की चिंता काहे होगी जबकि अंगूठा अब संधान के लिए जरूरी ही नहीं रह गया है.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.com