tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post7105704171095773026..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: बच्चों को और उनकी माँ को भी जरुर दिखाईये रा.वन!Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-57491695538398640792011-11-10T21:24:22.817+05:302011-11-10T21:24:22.817+05:30I haven't seen it yet... your review says its ...I haven't seen it yet... your review says its worth a watch,.... Lets see when I m going to. <br /><br />Nice read !!Jyoti Mishrahttps://www.blogger.com/profile/01794675170127168298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-89013792698051998172011-11-08T13:35:02.852+05:302011-11-08T13:35:02.852+05:30.फिल्म अच्छी है ..बच्चों को और उनकी माँ को भी जरु....फिल्म अच्छी है ..बच्चों को और उनकी माँ को भी जरुर दिखाईये..आप बोनस में देखिएगा और बच्चों की किलकारी में अपने आनन्द की तलाश करियेगा! <br />कुछ यहाँ भी हैvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74882279885660766472011-11-08T11:36:42.967+05:302011-11-08T11:36:42.967+05:30इस फिल्म के रिव्यूज मे कहीं भी इसे 'अच्छी फिल्...इस फिल्म के रिव्यूज मे कहीं भी इसे 'अच्छी फिल्म' नहीं कहा गया है. वैसे भी हम हॉलीवुड की साइंस फिक्शन के दीवाने हैं, तो शायद ही रा-वन अच्छी लगे. सिर्फ़ आपकी सिफारिश पर देखने का मन बनाया है.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-77707497040034862892011-11-07T23:16:32.682+05:302011-11-07T23:16:32.682+05:30रोचक व परिपक्व समीक्षा,आभार ! कृपया पधारेँ। h...रोचक व परिपक्व समीक्षा,आभार ! कृपया पधारेँ। http://poetry-kavita.blogspot.com/2011/11/blog-post_06.htmlHumanhttps://www.blogger.com/profile/04182968551926537802noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-91876002385964554822011-11-07T08:09:40.285+05:302011-11-07T08:09:40.285+05:30रिपोर्ट तो ख़ास अच्छी नहीं है इस फिल्म की ...
हम ...रिपोर्ट तो ख़ास अच्छी नहीं है इस फिल्म की ...<br />हम तो यूँ भी कम ही देखते हैं ,समीक्षा पढ़ कर ही काम चल गया !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35664966339760241222011-11-06T19:19:06.820+05:302011-11-06T19:19:06.820+05:30डॉ. अनुराग जी ,
श्लीलता अश्लीलता देश काल के सापेक्...डॉ. अनुराग जी ,<br />श्लीलता अश्लीलता देश काल के सापेक्ष होती है और हमारे दिमागों में होती है ...ब्रूसली की नक़ल में इनकी उनकी सबकी ली का क्रम है ..मैं भी कितना भोला हूँ कि फिल्म देखते समय आपने जो भाव अब इंगित किया है वह मैं मिस कर गया ...बच्चे भी अमूमन ऐसे ही भोले होते हैं .......कंडोम आज का कौन सा बच्चा नहीं जानता हाँ उसके असली और अन्य उपयोगों से अपरिचित हो सकता है .....मगर आपकी बात में दम है कई सीन फालतू है और उनके बिना भी फिल्म चल क्या पूरी दौड़ लगा सकती थी ...मगर जैसी देश की ज्यादातर जनता वैसे ही भारतीय फिल्म निर्माता निर्देशक.......<br /> <br />"जो लोग समझते है सिर्फ एक्शन सीन ओर कंप्यूटर के डिज़िटल कमाल से फिल्मे साइंस फिक्शन हो जाती है ....वे महान लोग है ..."आप का यह कहना बिलकुल दुरुस्त है ....मगर फिल्म में जबरदस्त विशेष प्रभावों के दीगर भी है जो इसे देखने लायक बनाती है ...आभासी दुनिया से कृत्रिम बुद्धि के सहारे गेम कैरेक्टर का बाहर आना :सीख यह कि हमें मशीनों को बुद्धिमान बनाए जाने की मुहिम में बड़ी सावधानी बरतनी होगी ....एक ऐसा परिवेश जो आज तो वजूद में नहीं है मगर आ सकता है आगे ..हम विज्ञानं कथाओं को आलोचना के पारंपरिक या समकालीन मानदंडों पर आकलित /विवेचित नहीं कर सकते ..ये समकालीन साहित्य नहीं बल्कि आने वाली दुनिया का साहित्य है ....<br />इस फिल्म को बच्चों के फ्रेम में फिट करना ही इसकी बड़ी कमजोरी कही जा सकती है ...Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30131520913221448312011-11-06T17:02:28.493+05:302011-11-06T17:02:28.493+05:30कुछ ऐसे ही रिव्यू कई जगह पढ़े तो बच्चों को दिखा दी...कुछ ऐसे ही रिव्यू कई जगह पढ़े तो बच्चों को दिखा दी है पर खुद जाने की हिम्मत न जुटा पाए:)shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-38807334113159391242011-11-06T13:12:40.256+05:302011-11-06T13:12:40.256+05:30.फिल्म में उसकी ली ,इसकी ली सबकी ली जैसे करकेटर ह....फिल्म में उसकी ली ,इसकी ली सबकी ली जैसे करकेटर है ,करीना के मुंह से बेहूदा गलिया जैसे डी के बोस.. बच्चे के मुंह से कंडोम शंडोम .कई दिअर्थी सीन ओर डाइलोग......वाकई बच्चो की फिल्म है ...ऐसी फिल्मो के लिए . राईट टू टिकट " की भी व्यवस्था होनी चाहिए ...ये भी लुभावने विज्ञापन दिखाकर मुनाफे कमाने की तरकीबे है.....<br />रा.वन निहायत ही बेहूदा फिल्म है ...टर्मिनेटर की स्टोरी की भौंडी कोपी ....कुछ सीन स्पाइडर मेन से चुराए हुए है ...शाहरुख़ इसे बच्चो के लिए बनायीं गयी फिल्म कहते है ..पर फिल्म में कई अश्लील डाइलोग है ! कमर्शियल सिनेमा के उपरी मानक माने जाने वाले स्टार के पास न केवल मौलिकता की कमी है बल्कि अपनी फिल्वैसे जो लोग समझते है सिर्फ एक्शन सीन ओर कंप्यूटर के डिज़िटल कमाल से फिल्मे साइंस फिक्शन हो जाती है ....वे महान लोग है ..... होलीवुड की कार्टून फिल्मो का स्तर इससे कही बेहद ऊपर हैम में वे ओवर एक्टिग करते नजर आते है ...अगर ये फिल्म चल जाती है तो समझ जाइए आप पबिलीसिटी के दम पर भी कुछ भी बेच सकते है .....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-79406966167338934432011-11-06T13:08:31.517+05:302011-11-06T13:08:31.517+05:30ढूँढ़ता हूँ कुछ बच्चे, माँ तो फिर उनकी साथ आ ही जा...ढूँढ़ता हूँ कुछ बच्चे, माँ तो फिर उनकी साथ आ ही जाएगी :-) <br /><br />पूर्वाग्रह ही समझ लीजै,<br />इस नक्काल की फिल्मे देखने को मन नहीं करताBS Pablahttps://www.blogger.com/profile/06546381666745324207noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-90681415905461615822011-11-06T12:11:26.169+05:302011-11-06T12:11:26.169+05:30आप इसे तकनीकी रूप से अच्छा कह सकते हैं , पर मनोरंज...आप इसे तकनीकी रूप से अच्छा कह सकते हैं , पर मनोरंजक नहीं है ।अजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-15241935665955487352011-11-06T11:32:08.228+05:302011-11-06T11:32:08.228+05:30आदरणीय महोदय,
मेरी बिटिया रानी ने तो दीपावली के प...आदरणीय महोदय, <br />मेरी बिटिया रानी ने तो दीपावली के पहले ही यह घोषित कर दिया था कि हमें दीवाली के अगले दिन यानी 27 अक्टूबर को रा.वन देखनी है सो हम तो हुकुम उसी दिन बजा आये थे। <br />मुझे तो यह फिल्म किसी हालीवुड फिल्म का बचकाना संस्करण सी लगी अलबत्ता बिटियारानी की टिप्पणी यह थी कि पापा आप भी रा.वन की तरह खाने की टेबल पर लैक्चर बहुत देते हो। और क्या उसके कम्प्यूटर में कोई ऐसा थ्री डी गेम नहीं डाला जा सकता जिसमें इसी तरह जीवन और रावन जैसे चरित्र बाहर निकल कर लड सकें।फिर हमने तो रा.वन गेम की सीडी उन्हे दिला दी है । <br />शाम को हमारे घर लौटने तक उनकी कक्षा के दोस्तों का जमावडा रहता है। <br />एक समीक्षक के रूप में आपकी पंक्तियाँ पढने के बाद फिल्म के बारे में और कुछ कहने की गुंजाइश बाकी नहीं रहती।<br /><br /><a href="http://fresh-cartoons.blogspot.com/" rel="nofollow"> आपकी पोस्ट सराहनीय है शुभकामनाऐं!!</a>अशोक कुमार शुक्लाhttps://www.blogger.com/profile/00322447925425282794noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-7216222670281737732011-11-05T19:58:04.264+05:302011-11-05T19:58:04.264+05:30ध्यान रहे कि बच्चों को और उन्हीं की मां को ले जाएं...ध्यान रहे कि बच्चों को और उन्हीं की मां को ले जाएं, पडोस एक बच्चों की मां को ले जाना वर्जित है:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-1331082721918448992011-11-05T19:53:14.091+05:302011-11-05T19:53:14.091+05:30अब लीजिए…आप बोल रहे हैं दिखा आइए और यहाँ अधिकांश ल...अब लीजिए…आप बोल रहे हैं दिखा आइए और यहाँ अधिकांश लोग देख चुके हैं…वैसे अभी नहीं देखा…झूठ-मूठ विज्ञान के नाम पर भारतीत तिलिस्मी या अरबी तिलिस्मी कथा दिखा रहे हों तो बेकार ही लगेगी फिल्म…जैसे मैट्रिक्स को ही देखिए…कहानी भारत, माया, ईश्वर जैसे कचरा विषयों में घुस जाती है। अब लगता है कि ऐसी फिल्में भारतीय पौराणिक कथाओं का आधुनिक संस्करण हैं…फिर भी ठीक है…मौका मिला + मन हुआ = देखेंगे…चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-146989190855347892011-11-05T19:30:00.046+05:302011-11-05T19:30:00.046+05:30सपरिवार देख आया हूँसपरिवार देख आया हूँM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-86012045547816967912011-11-05T18:12:11.399+05:302011-11-05T18:12:11.399+05:30डॉ साहिब,समीक्षा आपने लिखी है फिल्म देखने के लिहाज...डॉ साहिब,समीक्षा आपने लिखी है फिल्म देखने के लिहाज़ से पर शुरू के आधा घंटा तो सर मेरा झंझंना गया था.. तेज शोर, तेज विसुअल्सदीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-7871301934812801412011-11-05T17:15:10.765+05:302011-11-05T17:15:10.765+05:30सटीक आलोचना किया है आपने , पर झेलना.. सब्र का इन्त...सटीक आलोचना किया है आपने , पर झेलना.. सब्र का इन्तहान सा रहा..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78918212645298985352011-11-05T14:02:26.125+05:302011-11-05T14:02:26.125+05:30सुंदर समीक्षा की आपने लगता है बच्चों दिखाना पडेगा ...सुंदर समीक्षा की आपने लगता है बच्चों दिखाना पडेगा मूवी..जानकारी के लिए आभार ...<br />मेरे नए पोस्ट पर स्वागत है ...धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-87349901562869485642011-11-05T11:26:47.776+05:302011-11-05T11:26:47.776+05:30@हाँ,साईंस फिक्शन ही है प्रमेश जी !@हाँ,साईंस फिक्शन ही है प्रमेश जी !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65016120962148740362011-11-05T10:14:23.877+05:302011-11-05T10:14:23.877+05:30aap ka favourite topic science fiction par hai kya...aap ka favourite topic science fiction par hai kya? maine nahi dekhei haiprameshhttps://www.blogger.com/profile/03741833432802239260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-215705451866426372011-11-05T00:08:33.301+05:302011-11-05T00:08:33.301+05:30बच्चों के नजरिये से तो थोड़ी इंटरटेनर फिल्म है ये,...बच्चों के नजरिये से तो थोड़ी इंटरटेनर फिल्म है ये, और इसने ये भी स्पष्ट किया है कि भारत में विज्ञान फिल्में भी बौलीवुड स्टाइल में ही बनेंगीं. मगर ये फिल्में महज सुपर हीरो की उत्पत्ति की पृष्ठभूमि के रूप में ही सीमित रह गईं तो यह विज्ञान फिल्मों के विकास के लिए नुकसानदेह होगा.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-30907585128119436872011-11-04T22:37:02.976+05:302011-11-04T22:37:02.976+05:30अब तो समय निकालना ही पड़ेगा, 3D में देखने के लिये ...अब तो समय निकालना ही पड़ेगा, 3D में देखने के लिये ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35643097556582396312011-11-04T22:11:43.961+05:302011-11-04T22:11:43.961+05:30सुंदर समीक्षा ...अब तो पूरी तरह मन बन गया है फिल्...सुंदर समीक्षा ...अब तो पूरी तरह मन बन गया है फिल्म देखने का .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-15111612606979627642011-11-04T22:11:20.282+05:302011-11-04T22:11:20.282+05:30सुंदर समीक्षा।सुंदर समीक्षा।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-37690173218703994682011-11-04T21:47:29.646+05:302011-11-04T21:47:29.646+05:30क्या धाँसू समीक्षक हैं आप ?हमें तो पूरा सीन ही दि...क्या धाँसू समीक्षक हैं आप ?हमें तो पूरा सीन ही दिखा दिए हैं दिमाग की आँख से !आप वास्तव में एक सफल फिल्म-समीक्षक (व्यावसायिक) बन सकते हैं !<br /><br />अब जब इतना गुणगान कर दिए हैं तो देखना पड़ेगा वह भी ३-डी में !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-11816544331834195232011-11-04T20:56:45.373+05:302011-11-04T20:56:45.373+05:30पुनःश्च अगर आपने 'Real Steel' नहीं देखी है...पुनःश्च अगर आपने 'Real Steel' नहीं देखी है तो देखिये...अच्छी फिल्म है. कुछ ऐसे ही पिता-पुत्र के संबंधों और साइंस फिक्शन का मिलाजुला रूप है.Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.com