tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post6127049673172930222..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: ब्लॉगर बोलेगा तो बोलोगे कि बोलता है! Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-69205531877931012892012-10-16T15:03:31.503+05:302012-10-16T15:03:31.503+05:30Bahut badhiya lekh likha hai aapne... mai pahli ba...Bahut badhiya lekh likha hai aapne... mai pahli baar aapke blog par aaya aapka blog bahut achha hai maine bookmark kar liya.<br /><br /><a href="www.vivekvaishnav.blogspot.com" rel="nofollow">vivekvaishnav.blogspot.com</a>Vivek Vaishnavhttps://www.blogger.com/profile/08697921148727315848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-3614347742800478842012-09-03T00:42:27.193+05:302012-09-03T00:42:27.193+05:30ईनाम की उम्मीद भी ब्लॉगर्स की बोलती बंद कर सकती है...ईनाम की उम्मीद भी ब्लॉगर्स की बोलती बंद कर सकती है। इससे उम्मीद जगती है कि भारत में कभी टयूनेशिया की तरह पलटा न आएगा।<br /><br />अंग्रेज़ी सरकार राय बहादुर और ख़ान बहादुर के खि़ताब दिया करती थी। हिन्दुस्तानी सरकार भी हर साल सौ पचास ब्लॉगर्स को ‘ब्लॉग बहादुर‘ के खि़ताब दे दिया करे तो सब अपनी सिटटी पिटटी गुम और बोलती बंद करके ख़ुद ही बैठ जाएंगे।शेखचिल्ली का बापhttps://www.blogger.com/profile/04849047189746971974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88623446228449543142012-09-02T21:38:33.004+05:302012-09-02T21:38:33.004+05:30महत्वपूर्ण विषय की ओर ध्यानाकर्षित किया है आपने......महत्वपूर्ण विषय की ओर ध्यानाकर्षित किया है आपने...अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-3003509944936688622012-09-02T12:59:08.477+05:302012-09-02T12:59:08.477+05:30काश बातें समझ आएं लोगों को काश बातें समझ आएं लोगों को महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-87515800895432107122012-09-02T11:09:35.285+05:302012-09-02T11:09:35.285+05:30ब्लॉग लेखन ऐसी ही कुशलता मांग करता है कि कम शब्दो...ब्लॉग लेखन ऐसी ही कुशलता मांग करता है कि कम शब्दों में अपनी बात सामने रखें ....और यह अभ्यास से सम्भव है ..अनावश्यक विस्तार की गुंजाईश इस विधा में नहीं है ...<br /><br />सटीक बाल कही है ....अक्सर लंबी कवितायें या कहानियाँ पढ़ी नहीं जातीं ... इस पर ध्यान देना चाहिए संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-51351539847093719382012-09-02T04:18:20.698+05:302012-09-02T04:18:20.698+05:30एक विधा के रूप में अपार पोटेंशियल लिए है हम इसकी अ...एक विधा के रूप में अपार पोटेंशियल लिए है हम इसकी अनदेखी कर रहे हैं .....आज ब्लागों के विधागत स्वरुप को निखारने का वक्त आ गया है .....<br /><br />सही कहा .....सिर्फ माध्यम भर न समझा जाये ब्लॉग्गिंग को.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-80937597043606175662012-09-01T19:10:52.679+05:302012-09-01T19:10:52.679+05:30@आभार सिद्धार्थ जी ,उन दिनों की सुखद यादें और आपका...@आभार सिद्धार्थ जी ,उन दिनों की सुखद यादें और आपका आतिथ्य याद है मुझे ....बाकी तो आप छोटे हैं उम्र में इसलिए अपने डांटने के स्नेहाधिकार जो वस्तुतः आपके प्रसाद पर्यंत मुझे सुलभ है ,से वंचित नहीं होना चाहता.....आज के कथित आस्कर तक का रास्ता वहीं से शुरू हुआ था -सद्य विमोचित ब्लागिंग की पुस्तक में आपने कृपापूर्वक उन दिनों की याद भी की है ..आशा है यह नव मिमोचित पुस्तक की लेखकीय प्रति आपको मिल गयी होगी !<br />हाँ शिवम मिश्र ने कुछ पोस्ट का संकलन किया है ऊपर उनके नाम से आप वहां ब्लॉग बुलेटिन पर पहुँच कर ढूंढ सकते हैं !आज सोनभद्र ज्वाईन कर लिया है ...प्राकृतिक सुषमा को निहारने आईये कभी !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-7225252760886126252012-09-01T17:32:05.331+05:302012-09-01T17:32:05.331+05:30आपकी ब्लॉग माध्यम के प्रति निष्ठा और उत्साह का काय...आपकी ब्लॉग माध्यम के प्रति निष्ठा और उत्साह का कायल तो मैं निराला सभागार इलाहाबाद में आपके भाषण से ही हो गया था। जहाँ आप और अनूप जी साथ-साथ बोलने आये थे। कविता जी और ज्ञान जी तो थे ही। वो भी क्या दिन थे। साधुवाद।<br /><br />इस महत्वपूर्ण सम्मेलन (लखनऊ) से संबंधित सभी पोस्टों का लिंक कहीं एक जगह उपलब्ध है क्या? सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-44309441947434004672012-09-01T14:52:59.473+05:302012-09-01T14:52:59.473+05:30सही व सार्थक विचार प्रस्तुत किया आपने...धन्यवा...सही व सार्थक विचार प्रस्तुत किया आपने...धन्यवादरश्मि शर्माhttps://www.blogger.com/profile/04434992559047189301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-38529616433140878402012-09-01T14:29:02.585+05:302012-09-01T14:29:02.585+05:30सशक्त, सार्थक विचारों की सुन्दर प्रस्तुति . सशक्त, सार्थक विचारों की सुन्दर प्रस्तुति . डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10920817338999883652012-09-01T13:00:31.121+05:302012-09-01T13:00:31.121+05:30कल 02/09/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nay...<i><b> कल 02/09/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.in" rel="nofollow"> http://nayi-purani-halchal.blogspot.in </a> पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .<br />धन्यवाद! </b></i> <br />Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-40330421061767339142012-09-01T12:55:04.333+05:302012-09-01T12:55:04.333+05:30हिंदी ब्लॉगिंग की मुख्यधारा को संवारने के लिए अ...<a href="http://www.tobeabigblogger.blogspot.in/2012/08/blog-post.html" rel="nofollow"><b>हिंदी ब्लॉगिंग की मुख्यधारा </b></a> को संवारने के लिए अच्छे सुझाव.<br /><br />शुक्रिया।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-54875683388841620702012-09-01T06:12:09.789+05:302012-09-01T06:12:09.789+05:30इतनी धाँसू और टु द पॉइंट स्पीच सुनने के बाद तो हर ...इतनी धाँसू और टु द पॉइंट स्पीच सुनने के बाद तो हर किसी को कहना पड़ेगा, ब्लॉगर लिखता ही नहीं बोलता भी है। [वैसे कुछ ब्लॉगर्स लम्बे समय से ऑडियो ब्लॉग्स पर भी बोल रहे हैं।] Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-7926034584078648762012-08-31T23:51:07.059+05:302012-08-31T23:51:07.059+05:30सारगर्भित. संक्षिप्त और सार्थक वक्तव्य!!सारगर्भित. संक्षिप्त और सार्थक वक्तव्य!!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-52534659640863624312012-08-31T23:04:15.163+05:302012-08-31T23:04:15.163+05:30@ एक बार शुरू करेगें तो कथ्य का समापन और क़यामत ए...@ एक बार शुरू करेगें तो कथ्य का समापन और क़यामत एक ही समय आये ऐसा जज्बा होता है उनका :<br /><br />:))हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-63523001634822526872012-08-31T22:27:23.565+05:302012-08-31T22:27:23.565+05:30दर्शको मे हम भी थे ... काफी बढ़िया तरीके से आपने अप...दर्शको मे हम भी थे ... काफी बढ़िया तरीके से आपने अपनी बात कही वो भी सीमित समय मे ... जिस का कि ज्ञान आपको मंच संचालक ने भाषण के शुरू मे शायद नहीं दिया था ! <br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/08/blog-post_31.html" rel="nofollow"> कभी ये लगता है अब ख़त्म हो गया सब कुछ - ब्लॉग बुलेटिन </a> ब्लॉग जगत मे क्या चल रहा है उस को ब्लॉग जगत की पोस्टों के माध्यम से ही आप तक हम पहुँचते है ... आज आपकी यह पोस्ट भी इस प्रयास मे हमारा साथ दे रही है ... आपको सादर आभार ! शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-18170671174892200132012-08-31T22:08:41.043+05:302012-08-31T22:08:41.043+05:30भाषा ,शैली और प्रवाह अत्यंत आवश्यक हैं ,विचार तो ल...भाषा ,शैली और प्रवाह अत्यंत आवश्यक हैं ,विचार तो लिखने वाले के पास होते ही हैं, परन्तु उक्त तीनों के अभाव में विचार अपना महत्त्व संजो नहीं पाते हैं | amit kumar srivastavahttps://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-43739243628810236422012-08-31T21:31:54.481+05:302012-08-31T21:31:54.481+05:30ब्लॉगिंग विधा इसीलिए है कि बाकी सभी से इसका प्रारू...ब्लॉगिंग विधा इसीलिए है कि बाकी सभी से इसका प्रारूप और चरित्र अलग है.बहुत से लोग शुरुआत में ब्लॉग बना तो लेते हैं पर 'मेंटेन' नहीं कर पाते.इसमें कथ्य और शैली प्रिंट से इस मायने में अलग है कि ब्लॉग में कथन प्रत्यक्ष-सा लगता है,आपसी संवाद की तरह.<br />...हाँ,कंटेंट पर ज़रूर फोकस करना चाहिए,नहीं तो 'बहुत सुन्दर' या 'वाह-वाह' टाइप कमेन्ट मिलते रहते हैं !<br /><br />हाल ही में परिकल्पना-समारोह में कई अतिथियों ने इस पर गंभीर चर्चा की है |संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-18354426783211159882012-08-31T21:06:15.050+05:302012-08-31T21:06:15.050+05:30आयोजन, व्यक्तव्य की गरिमा के अनुरूप ही रहा होगा...आयोजन, व्यक्तव्य की गरिमा के अनुरूप ही रहा होगा.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65615957344531759792012-08-31T20:21:52.471+05:302012-08-31T20:21:52.471+05:30ब्लॉग तो पिज्जा-बर्गर से भी ज्यादा हॉट और टेस्टी ...ब्लॉग तो पिज्जा-बर्गर से भी ज्यादा हॉट और टेस्टी है . खास बात ये है कि सब तक पहुँचने में एक क्लिक भर का समय लेता है इसलिए क्वालिटी तो होना चाहिए..नहीं तो जैसा कि आपने कहा..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65194984422559012522012-08-31T20:09:51.707+05:302012-08-31T20:09:51.707+05:30खुबसूरत विवेचना और अनुकरणीय सीख पालन करने का प्रया...खुबसूरत विवेचना और अनुकरणीय सीख पालन करने का प्रयास किया जायेगा .Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-82181321205803830132012-08-31T19:45:27.842+05:302012-08-31T19:45:27.842+05:30हम भी लिखते ही हैं, बोलते नहीं।हम भी लिखते ही हैं, बोलते नहीं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-73833009259458706072012-08-31T18:53:04.863+05:302012-08-31T18:53:04.863+05:30.
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ब्लागिंग यानी चिट्ठाकारी को वैकल्पिक मीडिया ....<br />.<br />.<br /><b>ब्लागिंग यानी चिट्ठाकारी को वैकल्पिक मीडिया ,नयी मीडिया और अब तो सोशल मीडिया के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में देखा जा रहा है .इसकी ख़ूबसूरती है इसका त्वरित और तत्क्षण दुतरफा संवाद और खतरा भी यहीं मंडरा रहा है . संवाद विनिमय का इतना सहज स्वरुप है जैसे दो जन या बहुजन आमने सामने बतिया रहे हों -भौगोलिक दूरियों को धता बताते हुए . यह अभिव्यक्ति के अधिकार का लोकतांत्रिकीकरण है -कहने का अधिकार अब किसी सामर्थ्यवान या मीडियाहाउसेज तक ही सीमित नहीं रह गया है -अब जबरा मारे रोये भी न दे वाला युग बीतने के कगार पर है ..अब दबे कुचले शोषित को भी खुद अपनी आवाज बुलंद करने की तकनीक वजूद में है ...</b><br /><br />सही है, ब्लॉगिंग हर किसी को जुबान देती है... यह इसकी बहुत बड़ी ताकत है।<br /><br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-35228738766559458652012-08-31T18:36:01.400+05:302012-08-31T18:36:01.400+05:30.बढिया विवेचना अध्यक्षीय आसंदी से ,ब्लॉग को परिवर....बढिया विवेचना अध्यक्षीय आसंदी से ,ब्लॉग को परिवर्तन कामी यहाँ भी पधारें -<br />ram ram bhai<br />बृहस्पतिवार, 30 अगस्त 2012<br />लम्पटता के मानी क्या हैं ?<br />. यहाँ भी पधारें -<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47666144693777751332012-08-31T16:22:30.429+05:302012-08-31T16:22:30.429+05:30लगता है कि ब्लॉगिंग में भी तीसरे मोर्चे की अपार स...लगता है कि ब्लॉगिंग में भी तीसरे मोर्चे की अपार संभावनाएं हैंKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.com