tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post5878737784886138749..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: आकाश गंगा को निहारते हुए ....Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-37022347301889520842009-05-28T12:18:31.796+05:302009-05-28T12:18:31.796+05:30तारे देखे एक ज़माना बीत गया ..:) अच्छा लगा इस लिए इ...तारे देखे एक ज़माना बीत गया ..:) अच्छा लगा इस लिए इसको पढनारंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-81821861777638515872009-05-27T10:58:11.377+05:302009-05-27T10:58:11.377+05:30kai shehro me bhi milky way ke darshan bahut hote ...kai shehro me bhi milky way ke darshan bahut hote hai...likha bahut achha hai aapne...<br /><br />www.pyasasajal.blogspot.comSajal Ehsaashttps://www.blogger.com/profile/03532103149883910427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-90648311137389584092009-05-26T12:48:14.106+05:302009-05-26T12:48:14.106+05:30ब्रह्माण्ड की अनेक आकश गंगाओं में से हमारी एक आकाश...ब्रह्माण्ड की अनेक आकश गंगाओं में से हमारी एक आकाशगंगा, उस एक आकाशगंगा में हमारा एक सौरमंडल, उस सौरमंडल में हमारी पृथ्वी, उस पृथ्वी में हमारा देश, शहर, मोहल्ला , घर और हम स्वयं. अपनी अकिंचनता का अहसास दिलाने के लिए इतना काफी है.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-8054971020950245642009-05-25T23:36:32.472+05:302009-05-25T23:36:32.472+05:30आकाश-गंगाओं की आदत-सी है हमें...जाने कितनी रातें-ल...आकाश-गंगाओं की आदत-सी है हमें...जाने कितनी रातें-लगातार रातें इन्हें निहारती बीती हैं, बीतती हैं...<br /><br />जानकारियों का शुक्रिया मिश्र जी !गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-42964588540883821012009-05-25T21:17:38.188+05:302009-05-25T21:17:38.188+05:30मैं भी पिछले हफ्ते निहार रहा था सप्तर्षि मण्डल को!...मैं भी पिछले हफ्ते निहार रहा था सप्तर्षि मण्डल को!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-57589016032648677502009-05-25T20:29:24.556+05:302009-05-25T20:29:24.556+05:30मिश्रा जी, निहारते रहिए अन्तरिक्ष को....उम्मीद करत...मिश्रा जी, निहारते रहिए अन्तरिक्ष को....उम्मीद करता हूं कि शायद किसी दिन इन ग्रहों, तारों के पार भी कुछ दिखाई दे जाए.Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-76350188677792438612009-05-25T19:32:23.990+05:302009-05-25T19:32:23.990+05:30गाँव जाने पर ये अनुभव हमेशा ही सुखद होता है !गाँव जाने पर ये अनुभव हमेशा ही सुखद होता है !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-85675819138478168192009-05-25T19:30:30.621+05:302009-05-25T19:30:30.621+05:30आकाशगंगा बहुत समय बाद सुनने को ही मिला। गजब का अनु...आकाशगंगा बहुत समय बाद सुनने को ही मिला। गजब का अनुभव होता है जो, बड़े शहरों में तो देखने को नहीं मिलताBatangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47799450991777544322009-05-25T15:52:46.599+05:302009-05-25T15:52:46.599+05:30बिजली जाने का एक फायदा तो पता चला।बिजली जाने का एक फायदा तो पता चला।Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-81372600782974973062009-05-25T11:57:57.067+05:302009-05-25T11:57:57.067+05:30बिजली के मामले मे मध्यप्रदेश से अलग होना छत्तीसगढ ...बिजली के मामले मे मध्यप्रदेश से अलग होना छत्तीसगढ के लिये फ़ायदेमंद रहा।कम से कम शहरो मे तो बिजली की आंखमिचौली नही होती।रात को खुले आसमान मे चांदनी की बूटेदारी देखने का मौका तो गांव जाने पर ही मिलता है। अब तो गर्मियों मे छतो पर सोने का सिस्ट्म भी खतम हो गया।बचपन मे रोज़ शाम को अपना बिस्तर छत पर लगाना और रात होते-होते उसका ठंडा होना सबसे ज्यादा खुशी देता था वो खुशी अब ठ्ण्डे कमरों मे कंहा मिल सकती है।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-3601832007961521032009-05-25T10:47:23.994+05:302009-05-25T10:47:23.994+05:30दिल्ली में अब तारे नहीं होते.दिल्ली में अब तारे नहीं होते.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-23847969775942718922009-05-25T10:27:56.429+05:302009-05-25T10:27:56.429+05:30ये वाकई मोहक दृश्य रहा होगा.. मैंने कई बार आसमान म...ये वाकई मोहक दृश्य रहा होगा.. मैंने कई बार आसमान में देखते हुए रात बितायी हैकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-33498217077915370762009-05-25T09:44:45.279+05:302009-05-25T09:44:45.279+05:30चित्र में दीखता 'आकाशगंगा 'का दृश्य बहुत ही मनोरम ...चित्र में दीखता 'आकाशगंगा 'का दृश्य बहुत ही मनोरम है.<br />यहाँ बिजली जाती नहीं कि कभी अँधेरा हो और आकाश के तारे भी देख सकें.आकाशगंगा तो देख पाना दूर की बात है.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-77147650803763064912009-05-25T08:26:45.372+05:302009-05-25T08:26:45.372+05:30अच्छा तो यह 'मिल्की वे मंथ' भी है!आपके साथ आकाशगंग...अच्छा तो यह 'मिल्की वे मंथ' भी है!आपके साथ आकाशगंगा की सैर का अभी भी इंतजार है.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65631215535720650772009-05-25T08:04:55.669+05:302009-05-25T08:04:55.669+05:30एक नाम ‘मन्दाकिनी’ भी है।एक नाम ‘मन्दाकिनी’ भी है।सुमन्त मिश्र ‘कात्यायन’https://www.blogger.com/profile/14324507646856271888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-81201552458052080162009-05-25T07:52:44.403+05:302009-05-25T07:52:44.403+05:30हमें तो रात को बिजली न रहने पर जागने की आदत नहीं, ...हमें तो रात को बिजली न रहने पर जागने की आदत नहीं, हम तो बिजली रहने पर जागते हैं । कारण साफ है अनेकों रातें बिना बिजली के काट देने का अभ्यास है मुझे । <br />और इसीलिये छत पर सोते तो हैं, पर कुछ परिस्थितिजन्य एकरसता और कुछ खगोलीय जानकारियों का अभाव मुझे नींद में ही जाने को प्रेरित करता है । <br />मैं न पहचान पाउंगा गुरु महाराज को ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-26871413851125342282009-05-25T07:26:28.542+05:302009-05-25T07:26:28.542+05:30मुझे तो जब भी ये नजारा देखना होता है कोटा से कम से...मुझे तो जब भी ये नजारा देखना होता है कोटा से कम से कम दस किलोमीटर दूर रावतभाटा की तरफ जंगल के बीच सड़क पर जा कर गाड़ी खड़ी करनी पड़ती है। बहुत अच्छा लगता है ऐसे देखना। विश्व कितना विस्तृत है, और हम?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-71528835218754514602009-05-25T06:51:47.162+05:302009-05-25T06:51:47.162+05:30@ क्या यह पौराणिक नाम नहीं है ? कहीं क्षीर सागर तो...@ क्या यह पौराणिक नाम नहीं है ? कहीं क्षीर सागर तो ही नहीं ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-26138729220943789252009-05-25T06:41:21.829+05:302009-05-25T06:41:21.829+05:30आकाशगँगा का पौराणिक नाम क्या होगा ?
याद नहीँ आ रह...आकाशगँगा का पौराणिक नाम क्या होगा ?<br /> याद नहीँ आ रहा<br /> - लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-89363707280881998062009-05-25T01:32:13.186+05:302009-05-25T01:32:13.186+05:30thoda mushkil hai dhhoondhh pana...thoda mushkil hai dhhoondhh pana...Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-59124434649917561522009-05-25T00:28:05.446+05:302009-05-25T00:28:05.446+05:30हां गांवो मे अक्सर ही बिजली नही आती है तो वहां ऐसे...हां गांवो मे अक्सर ही बिजली नही आती है तो वहां ऐसे नजारे दिखाई दे जाते हैं. यहा शहर मे तो भी नही दिखाई देता.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com