tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post4741497844420574747..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: ब्लॉग पर मानस प्रभाती! वन्दे वाणी विनायकौ! Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-15253393480160299602015-01-18T13:08:19.990+05:302015-01-18T13:08:19.990+05:30 अक्षर और शब्द अ - क्षर हैं अर्थात् शाश्वत हैं इसी... अक्षर और शब्द अ - क्षर हैं अर्थात् शाश्वत हैं इसी तरह वाणी भी शाश्वत है । वाणी चार - प्रकार की होती है - परा , पश्यन्ती , मध्यमा और वैखरी । हम मात्र वैखरी को जानते हैं । अन्य वाणियों को जानना अन्तः अन्वेषण की प्रक्रिया है । शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-83739237216467935732015-01-18T05:10:59.701+05:302015-01-18T05:10:59.701+05:30शुभ आरंभ की शुभ कामनाए ।शुभ आरंभ की शुभ कामनाए ।Harivansh sharmahttps://www.blogger.com/profile/14038836218649982465noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-48191376215765529422015-01-18T04:27:29.666+05:302015-01-18T04:27:29.666+05:30नए साल में इस शुभ कार्य की शुरुआत के लिए बधाई और श...नए साल में इस शुभ कार्य की शुरुआत के लिए बधाई और शुभकामनायें. ऐसे कई लोग जो फेसबुक पर नहीं हैं: वो भी इसका लाभ उठा पायेंगे. जाहिर है सबसे सबसे अधिक फायदा हम जैसे लोगों के लिए होगा जो अभी तक मानस-मधु के आस्वादन से वंचित रहे हैं. एक बार फिर से बधाई.ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-84720491203182843022015-01-17T20:20:21.055+05:302015-01-17T20:20:21.055+05:30शुभकामनाएँ आपको। शुभकामनाएँ आपको। संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-71339041632820588442015-01-17T14:38:06.692+05:302015-01-17T14:38:06.692+05:30बहुत सुंदर पहल.बहुत सुंदर पहल. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-32969983226620451622015-01-17T11:30:02.714+05:302015-01-17T11:30:02.714+05:30सराहनीय , अच्छी पहल
आभार सराहनीय , अच्छी पहल <br /><br />आभार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65145726807221233702015-01-17T07:51:10.085+05:302015-01-17T07:51:10.085+05:30थैंक्स। यहाँ संजोने की लिए मेरा निजी आभार भी स्वीक...थैंक्स। यहाँ संजोने की लिए मेरा निजी आभार भी स्वीकार करें :)Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-89850470765917919892015-01-17T07:38:23.794+05:302015-01-17T07:38:23.794+05:30आजकल हम अक्षरों को कुछ समर्पित नहीं करते हैं जबकि ...आजकल हम अक्षरों को कुछ समर्पित नहीं करते हैं जबकि पहले के ग्रंथों में सबसे पहले भाषा व्याकरण को ही सब कुछ समर्पित होता थाविवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.com