tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post468163636781758319..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: वसंत का शंखनाद!Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger31125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-2682796683494661582010-02-08T23:19:49.131+05:302010-02-08T23:19:49.131+05:30सितार के तार पर हल्की सी चोट और गूँज देर तक...दूर ...सितार के तार पर हल्की सी चोट और गूँज देर तक...दूर तक.<br />इस पोस्ट ने भी वही काम किया लगता है..<br /><br />मुझे इश्तिहार सी लगती हैं ये मुहब्बतों की कहानियां <br />जो कहा नहीं वो सुना करो जो सुना नहीं वो कहा करो<br /><br />...जो कहा नही वही तो सुना है!देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-28407573722774674942010-02-08T18:43:16.412+05:302010-02-08T18:43:16.412+05:30फाग-अनुराग पर ऐसो बरजन क्यों?...
"फूलि रही स...फाग-अनुराग पर ऐसो बरजन क्यों?...<br /><br /><b>"फूलि रही सरसों चहुँ ओर, जो सौने के बेस बिछायत साँचै ।<br />चीर सजे नर-नारिन पीत, बढ़ी रस-रीति, बरंगना नाँचैं ॥<br />त्यों ’कवि ग्वाल’ रसाल के बौरन, भोंरन-झोरन ऊधम माँचै ।<br />काम गुरु भयौ, फाग सुरु भयौ, खेलिऐ आजु वसंत की पाँचैं ॥" </b>Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-36795444659929601202010-02-06T01:28:33.792+05:302010-02-06T01:28:33.792+05:30देख लीजिये, आपके द्वारा इतनी चेतावनी देने के बाद भ...देख लीजिये, आपके द्वारा इतनी चेतावनी देने के बाद भी कुछ लोग जोगीरा का साथ ही नहीं छोड़ रहे हैं. <br />और भी... एक नये तपस्वी आविर्भूत हो गये हैं-श्री श्री अमरेन्द्र जी महाराज. बाकी सब लोग तो भभूत खाये हैं. ई जाने कौन सी बूटी खाये हैं कि इन पर कोई रंग ही नहीं चढ़ रहा है. निर्लिप्त...निष्काम...बेचारे. <br />... ...<br />अमरेन्द्र बुरा न मानो होली है!!!!!muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78679600666903992812010-02-06T00:01:20.184+05:302010-02-06T00:01:20.184+05:30अदा जी !
ई का हुआ !
बैकफुट पै काहे आय रहीं हैं !
ह...अदा जी !<br />ई का हुआ !<br />बैकफुट पै काहे आय रहीं हैं !<br />हम तौ बड़े निर्लिप्त आदमी हैं .. कौनौ 'निर्मल हास' से हमैं काहे समस्या होए !<br />हम तौ --- '' झोंके कितने ही आये , हिमवान अमान खड़ा है '' - से प्रेरित हैं ..अप्रभावित हैं हम !<br />'' हाथ जोड़ लेब '' कहि के शर्मिंदा काहे कीन जात अहै ..<br />.<br />आपै का दुःख होई .. राव-वाणी के सच हुवे पै ..---<br />''लिख के भइया मुस्की काटें अदा रहीं दुखियाना । '' तब का होई !!! :) सम्हालौ जी ! :)Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-31066249428126063302010-02-05T23:43:53.824+05:302010-02-05T23:43:53.824+05:30अमरेन्द्र जी,
सादर,
हम तो इहे समझे कि ई सब निर्मल ...अमरेन्द्र जी,<br />सादर,<br />हम तो इहे समझे कि ई सब निर्मल हास है...और कबीरा के आगे बढ़ावे में तनी जोगदान करी...<br />बाकि अगर ..कौनो समस्या है तो हम यहीं पर...हाथ जोड़ लेब...<br />गलती जो हो गयी हो तो माफ़ी...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-1193132548848832982010-02-05T23:37:03.812+05:302010-02-05T23:37:03.812+05:30offffffffffo होलिया तक इहै सब चली का !
ई ब्लोगिंग ...offffffffffo होलिया तक इहै सब चली का !<br />ई ब्लोगिंग की कौन अदा है !<br />खालिस बाऊपना है !<br />कुछ लोगन का महफूज रहने दो न !<br />कितने स्तम्भ ढहाना है !<br />हमें तो मिसिर-स्तम्भ के ढहने का डर सताने लगा है !<br />.<br />भभूका खाए हौ का सभै !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-45223381179927104362010-02-05T22:54:05.508+05:302010-02-05T22:54:05.508+05:30अदा रहीं दुखियाना ? अरे ऐसन नहीं फ़साना
ठोर जो उनका...अदा रहीं दुखियाना ? अरे ऐसन नहीं फ़साना<br />ठोर जो उनका टेढ़ भये हैं, पर असल में है मुस्काना<br /><br />हा हा जोगीरा स र र र ..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-31644856551899534872010-02-05T22:49:57.376+05:302010-02-05T22:49:57.376+05:30Bhai fagun ki sharaatain na roki hai na ruke gi aa...Bhai fagun ki sharaatain na roki hai na ruke gi aapne sach hi kaha hai bade bade tapaviyo ka is par bas na chala.. :)<br />prem to ek virtrat vishay hai jitane log utani soch...bade bade mahakavya likha gae par prem par chintan chlata hi raha...bahut acchi post lagi aapki!<br />Aabhar!!<br />http://kavyamanjusha.blogspot.com/रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-34632382248164872772010-02-05T21:27:09.459+05:302010-02-05T21:27:09.459+05:30चच्चा देखो चुटकी लेवें आचारज ललचाना
लिख के भइया म...चच्चा देखो चुटकी लेवें आचारज ललचाना <br />लिख के भइया मुस्की काटें अदा रहीं दुखियाना ।<br /><br />हा हा जोगीरा स र र र ..गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-59246271192940272922010-02-05T21:22:35.498+05:302010-02-05T21:22:35.498+05:30पैरोडी में बना कर रहा हूँ -- किसी शायर के पूर्व-ट...पैरोडी में बना कर रहा हूँ -- किसी शायर के पूर्व-टिप्पन्योक्त शेर की नक़ल पर ---<br />.<br />'' या रब !मेरे 'बाऊ' को सदा रखना सलामत ,<br />वरना फगुनाने की दुआ कौन करेगा ! ''Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65645325479577196532010-02-05T21:15:10.398+05:302010-02-05T21:15:10.398+05:30फागुन में बाबा देवर लागे.......फागुन में बाबा देवर लागे.......डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-16463418673331044492010-02-05T21:09:11.102+05:302010-02-05T21:09:11.102+05:30कविता तो मन में बन ही रही है पर काहे लिखूं !
अब अ...कविता तो मन में बन ही रही है पर काहे लिखूं ! <br />अब अपने सिद्धांत की रक्षा भी तो करनी है , जिसमें कि <br />मुझे कहीं खोट नहीं दिख रही है और जिसे <br />आप बूझ चुके हैं .. सिद्ध अंत नहीं होने दूंगा अपनी <br />लाख टके की बात का ... '' हम ही न होंगे तो दुआ <br />कौन करेगा / हक हुस्ने-मोहब्बत का 'अदा' कौन करेगा ! '' आभार !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-90790188608605047372010-02-05T20:52:26.883+05:302010-02-05T20:52:26.883+05:30कहवाँ भैया मंच बनल बा कहाँ तनल शमियाना
कौन सजनिया...कहवाँ भैया मंच बनल बा कहाँ तनल शमियाना<br /><br />कौन सजनिया ठुमका मारे कौन सजन मुस्काना<br /><br />ब्लॉगर पर मंच बनल बा इहाँ तनल शमियाना<br />उड़न पुतरिया ठुमका मारे ललित सजन मुस्काना<br /><br />..हा जोगीरा सर र र र रगिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-78436473856069764402010-02-05T18:06:23.662+05:302010-02-05T18:06:23.662+05:30अरविन्द जी,
आज कल आप उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे ...अरविन्द जी,<br />आज कल आप उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं...क्या बात है ??<br />और हाँ...प्रेम ?? कौन है ई ?स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47748236356763254752010-02-05T18:02:41.740+05:302010-02-05T18:02:41.740+05:30काश ये नाज़ुक नाज़ुक सी अनुभूति हमें भी हो पाती ...काश ये नाज़ुक नाज़ुक सी अनुभूति हमें भी हो पाती <br />पर लगता है जैसे आपने इसपर एकाधिकार कर रखा है इन दिनों : )उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-48340926078226342522010-02-05T17:55:29.133+05:302010-02-05T17:55:29.133+05:30अरविंद जी! ऐके ही तो महीना आवै है बरस में फागुन का...अरविंद जी! ऐके ही तो महीना आवै है बरस में फागुन का। जो फगुनियाएँ तो क्या गलत है। वैसे अभी आदिवासी मजदूरों की झोंपड़ियों से चंग बजने की आवाजें नही आने लगी हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-7333912913653950412010-02-05T17:24:23.336+05:302010-02-05T17:24:23.336+05:30वसंत में ये हाल हैं सबके...फिर बारिशों में क्या हो...वसंत में ये हाल हैं सबके...फिर बारिशों में क्या होंगे...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-85773575553090627652010-02-05T16:29:51.459+05:302010-02-05T16:29:51.459+05:30प्रेम? यह कौन है? कोई नया ब्लॉगर?प्रेम? यह कौन है? कोई नया ब्लॉगर?Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-14312798262536812052010-02-05T16:16:16.183+05:302010-02-05T16:16:16.183+05:30सार्थक लेख...और प्यार अनुभूति का नाम है ..एकदम सहम...सार्थक लेख...और प्यार अनुभूति का नाम है ..एकदम सहमतshikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-29887898588595636852010-02-05T14:07:03.720+05:302010-02-05T14:07:03.720+05:30@वाणी जी भेज दीजिये न .@वाणी जी भेज दीजिये न .Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-21748854912019571662010-02-05T13:41:54.038+05:302010-02-05T13:41:54.038+05:30आपने अपील करके सब प्लानवा ही खटाई मे पडवा दिया. अब...आपने अपील करके सब प्लानवा ही खटाई मे पडवा दिया. अब करें तो मुश्किल ना करें तब भी मुश्किल.:)<br /><br />रामारम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-34556932909547839072010-02-05T13:01:12.326+05:302010-02-05T13:01:12.326+05:30प्रेम अनुभूति का विषय है ....प्रचार का नहीं ...इसस...प्रेम अनुभूति का विषय है ....प्रचार का नहीं ...इससे मैं पूरी तरह सहमत हूँ .....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-60409326887658496142010-02-05T12:58:54.774+05:302010-02-05T12:58:54.774+05:30माननीय मिश्रा जी ...
वसंत के सेनापतियों की जो सूच...माननीय मिश्रा जी ...<br /><br />वसंत के सेनापतियों की जो सूची जारी की गयी है ....उसमे एक सुधार करने की जरुरत है ...मुझे होली का त्यौहार बिलकुल पसंद नहीं है ....:):)<br /><br />वैसे वसंत और बहुत से ब्लोग्स पर छाया हुआ है ....आप इजाजत दे {बिना क्रोधित हुए :):)} तो कुछ लिंक भेज दें ....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-7678391557842248232010-02-05T12:58:48.955+05:302010-02-05T12:58:48.955+05:30'prem' bada hi rochak vishay hai..is par l...'prem' bada hi rochak vishay hai..is par likha jata raha hai aur rahega..<br />aur aapke lekh se hum aur ru-b-ru ho chale hai...liked it!Parul kananihttps://www.blogger.com/profile/11695549705449812626noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-54338418701225018582010-02-05T12:23:12.459+05:302010-02-05T12:23:12.459+05:30अरविंद भैया-लगता है फ़ागुन आ गया है, उधर अवधिया जी...अरविंद भैया-लगता है फ़ागुन आ गया है, उधर अवधिया जी भी सेनापति के साथ मदन महोत्सव की तैयारी में हैं, इधर आप और कविता-कवि भी। अब हमको भी होली हुंड़दंग मे शामिल होना पड़ेगा।:)<br /><br />नही तो फ़ागुन का क्या आनंद जब लग तन-मन ना भीगे। <br />अच्छी पोस्ट आभारब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com