tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post2743023353095394459..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: नवरात्र की शुभ बेला और शक्ति पीठों का सांस्कृतिक पर्यटन (सोनभद्र एक पुनरान्वेषण-६) Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-10702211223800930322013-04-23T16:50:11.929+05:302013-04-23T16:50:11.929+05:30मजा आ गया ऐसा लगा कि आपकी जगह पर हम घूम रहे है और ...मजा आ गया ऐसा लगा कि आपकी जगह पर हम घूम रहे है और देवी माँ के दर्शन का लाभ ले रहे है ।विकास गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/01334826204091970170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-31838153173919570862013-04-18T09:16:34.738+05:302013-04-18T09:16:34.738+05:30पवित्र आनंद को संचारित करता आलेख..एक नवीन दिव्य सौ...पवित्र आनंद को संचारित करता आलेख..एक नवीन दिव्य सौन्दर्य से.. Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-79806316146607840512013-04-18T07:59:00.313+05:302013-04-18T07:59:00.313+05:30सुन्दर संस्मरण....सुंदर ढंग से प्रस्तुत विवरण सुन्दर संस्मरण....सुंदर ढंग से प्रस्तुत विवरण संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-32702643878573622712013-04-17T23:48:55.485+05:302013-04-17T23:48:55.485+05:30अच्छी यात्रा रही सर।
आपके सौजन्य से इस अंचल के बार...अच्छी यात्रा रही सर।<br />आपके सौजन्य से इस अंचल के बारे में अच्छी जानकारी मिल रही है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-27832307807083876332013-04-17T23:17:23.021+05:302013-04-17T23:17:23.021+05:30अष्टभुजा देवी के पृष्ठ में गंगा मैय्या - कितना सुर...अष्टभुजा देवी के पृष्ठ में गंगा मैय्या - कितना सुरम्य है. P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-83174010381559559112013-04-17T23:02:04.995+05:302013-04-17T23:02:04.995+05:30भाव अर्थ भाषिक सौन्दर्य और रूप रचाव लिए बढ़िया रचन...भाव अर्थ भाषिक सौन्दर्य और रूप रचाव लिए बढ़िया रचना पढ़वाई आपने भाई विक्रम की .शुक्रिया आपका . का अपना अंदाज़ है दो टूक बे -लाग ,बे -लिहाज़ ,जेबकतरों (पंडों )का बढ़िया चित्र प्रस्तुत किया है आपने .यह व्यक्ति को उसकी आत्मिक स्थिति से गिरा देते हैं .उसकी स्थिति खराब कर देते हैं .ये एक प्रकार की धार्मिक ठगी है .छद्म रूप है यह धर्म का शुद्ध कर्म कांडी .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-74788869056189367762013-04-17T22:28:57.787+05:302013-04-17T22:28:57.787+05:30जय माता दी | जय हो | नवरात्री की शुभकामनायें |
क...जय माता दी | जय हो | नवरात्री की शुभकामनायें | <br /><br />कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें | <br /><a href="http://www.tamasha-e-zindagi.blogspot.in" rel="nofollow">Tamasha-E-Zindagi</a><br /><a href="http://www.facebook.com/tamashaezindagi" rel="nofollow">Tamashaezindagi FB Page</a><br />Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-6182215160196280802013-04-16T08:11:56.632+05:302013-04-16T08:11:56.632+05:30पावन, रोचक.पावन, रोचक.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-38100704264101700542013-04-16T01:01:55.264+05:302013-04-16T01:01:55.264+05:30रहस्यमयी भयमूलक ...ऐसे स्थानों पर ही तो पंडे खूब क...रहस्यमयी भयमूलक ...ऐसे स्थानों पर ही तो पंडे खूब कमाया करते हैं.<br />ऐसा सिर्फ़ अपने उत्तर में ही नहीं है कभी दक्षिण के मंदिरों में जा कर देखें!तौबा कर लेंगे !<br />..........<br />तस्वीरें और वृतांत बहुत अच्छा लगा.हमें भी इस माध्यम से देवी के दर्शन हो गए.<br />आभार.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-58514324823249088342013-04-15T22:35:59.737+05:302013-04-15T22:35:59.737+05:30jay maata di .. jay maata di .. Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-42306431227814518112013-04-15T22:27:05.268+05:302013-04-15T22:27:05.268+05:30माँ विन्ध्यवासिनी को कैमरे की आँख से देखने में आप ...माँ विन्ध्यवासिनी को कैमरे की आँख से देखने में आप छा गए हैं .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-89329837223922342722013-04-15T22:25:36.487+05:302013-04-15T22:25:36.487+05:30संस्मरण पर सटीक विश्लेषण बढ़िया यात्रा वृत्तांत झा...संस्मरण पर सटीक विश्लेषण बढ़िया यात्रा वृत्तांत झांकियों और शब्द चित्र सौन्दर्य लिए .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-37008303757681455982013-04-15T20:44:44.139+05:302013-04-15T20:44:44.139+05:30देवी देवताओं का खज़ाना भरा पड़ा है हमारे देश में। ...देवी देवताओं का खज़ाना भरा पड़ा है हमारे देश में। लेकिन भक्तों की श्रद्धा और पांडों की लूट खसोट और दुकानदारों की रोजी रोटी देखकर विरोधाभास का अनुभव होता है। इसलिए हम तो बाहर से ही फोटो आदि लेकर लौट जाते हैं। डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-20174900413235444602013-04-15T15:42:01.073+05:302013-04-15T15:42:01.073+05:30apne anubhav yaad aa gaye :-)apne anubhav yaad aa gaye :-)sonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-27108917025970094072013-04-15T15:28:42.409+05:302013-04-15T15:28:42.409+05:30पंडों को हड़काने का जिक्र थोड़ा और होता तो अच्छा लग...पंडों को हड़काने का जिक्र थोड़ा और होता तो अच्छा लगता। मुन्शी प्रेमचन्द ने इन्हीं पंडों को अपने उपन्यासों में पंडित बताकर निरीहों और नीच जातियों पर इनके जुल्मों की व्याख्या की है। तात्पर्य यह कि विशुद्ध ब्राह्मण पंडों के कारण बदनाम हो गए। आगे की यात्राएं निष्कंटक (पंडाविहीन) रहने की कामना के साथ।<br />Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-75353307000737107772013-04-15T09:45:18.824+05:302013-04-15T09:45:18.824+05:30गंगा का दृश्य तो अभिभूत कर गया, पंत की नौका विहार ...गंगा का दृश्य तो अभिभूत कर गया, पंत की नौका विहार की पंक्तियाँ याद आ गयीं।<br /><br />सैकत-शय्या पर दुग्ध-धवल, <br />तन्वंगी गंगा, ग्रीष्म-विरल, <br />लेटी हैं श्रान्त, क्लान्त, निश्चल!प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-37159506905865670232013-04-15T08:43:03.200+05:302013-04-15T08:43:03.200+05:30
चलिए, हम भी दर्शन करते चल रहे हैं, साथ-साथ। पता न...<br />चलिए, हम भी दर्शन करते चल रहे हैं, साथ-साथ। पता नहीं ट्रेन से दिल्ली या मुंबई से राँची आते वक्त, एक स्टेशन आता है रेनुकूट, देखा है मैंने। कहीं ये वही रेनुकूट तो नहीं ?स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-42414169880080402692013-04-15T08:26:29.557+05:302013-04-15T08:26:29.557+05:30पंडितों की लूट खसोट लगभग हर प्रमुख धार्मिक स्थल पर...पंडितों की लूट खसोट लगभग हर प्रमुख धार्मिक स्थल पर अच्छी खासी मुसीबत हो जाती है . दर्शन से ज्यादा चिंता इस बात की होती हैकी इनसे कैसे निपटा जाए , मगर फिर यह भी ख्याल आता है कि आखिर इनके भरण पोषण का यही जरिया है . घोडा घास से दोस्ती करेगा तो खायेगा क्या !<br />देवी मूर्तियों के साथ ही साक्षात् देवी के दर्शन भी अति लुभावने लगे ! वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-88614421620433513632013-04-15T04:42:17.927+05:302013-04-15T04:42:17.927+05:30धार्मिक स्थलों का भी अपना ही आकर्षण है | अच्छा लगत...धार्मिक स्थलों का भी अपना ही आकर्षण है | अच्छा लगता है वहां जाना और कुछ जानना| हाँ, कुछ समस्याएं भी होती ही हैं ,जैसा आपने बताया :) .... सुंदर ढंग से प्रस्तुत विवरण डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-89314707368176886692013-04-14T20:58:06.039+05:302013-04-14T20:58:06.039+05:30कपि मानुष सम्बन्ध -मैंने काली खोह,मिर्जापुर के मंद...कपि मानुष सम्बन्ध -मैंने काली खोह,मिर्जापुर के मंदिर के लंगूरों को नाश्ता कराया <br />https://www.facebook.com/photo.php?fbid=447804545294312&set=a.184403388301097.46591.100001943122053&type=1&theaterArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-87042396865851666182013-04-14T20:55:22.002+05:302013-04-14T20:55:22.002+05:30 ताऊ नामके प्राणी यहाँ नहीं मिलते :-( ताऊ नामके प्राणी यहाँ नहीं मिलते :-( Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-38868560336328341862013-04-14T20:52:55.540+05:302013-04-14T20:52:55.540+05:30बहुत ही अलौलिक, परंतु आपने लंगूरों को ही चने खिलाए...बहुत ही अलौलिक, परंतु आपने लंगूरों को ही चने खिलाए...चिंपैंजी(ताऊ) को क्यों नहीं?:)<br /><br />रामराम.<br /><br /> ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-13877832185783112912013-04-14T20:33:01.260+05:302013-04-14T20:33:01.260+05:30सुन्दर संस्मरण. ऐसा लगा जैसे मैं भी दर्शन में सम्म...सुन्दर संस्मरण. ऐसा लगा जैसे मैं भी दर्शन में सम्मिलित था. पंडों द्वारा लूट खसोट का चित्र आपने प्रस्तुत किया उससे दस वर्ष पहले की स्मृतियाँ याद आ गयीं. मैं हिमाचल प्रदेश में ज्वालामुखी मंदिर तथा पालमपुर के निकट कई और मंदिरों में गया था. वहां भी बिलकुल यही आलम था. ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-547492297025489422013-04-14T20:32:08.188+05:302013-04-14T20:32:08.188+05:30Jyoti, I find some curious mythical psyche is behi...Jyoti, I find some curious mythical psyche is behind your query! :-) Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-31840397502497382392013-04-14T20:30:41.588+05:302013-04-14T20:30:41.588+05:30मैंने भी लंगूरों को चने खिलाये -हो सकता है बंदरों ...मैंने भी लंगूरों को चने खिलाये -हो सकता है बंदरों को लंगूरों ने विस्थापित किया! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com