tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post1430980434651787853..comments2024-03-13T17:50:52.287+05:30Comments on क्वचिदन्यतोSपि...: गोरे रंग पर ना गुमान कर.…Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-61430473950344743752013-10-07T08:43:15.881+05:302013-10-07T08:43:15.881+05:30आपकी मित्र को पता ही नहीं होगा तो बेचारी क्या बताए...आपकी मित्र को पता ही नहीं होगा तो बेचारी क्या बताएगी ? इसलिए उसने कह दिया होगा कि " घोर श्रृगॉर है । " बिम्बाधरोष्ठी " में नायिका "पके हुए कुँदरु के समान अधर वाली" है।शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/01128062702242430809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-8083992575243603342013-10-07T07:56:45.008+05:302013-10-07T07:56:45.008+05:30अभी वर्धा में बात हुई तो आपने बताया था कि आपने &qu...अभी वर्धा में बात हुई तो आपने बताया था कि आपने " मेघदूत " से श्लोक का अर्थ देख लिया है , अब "श्यामा " की बात -कालिदास बहुत ही चतुर हैं , वे भली-भॉति देख रहे हैं कि जिसे वे अपनी प्रेयसी का संदेश-वाहक बनाकर भेज रहे हैं उसका रंग सॉंवला है और यदि वे यह कहते कि मेरी प्रियतमा गोरी है तो कहीं बादल बुरा न मान जाए फिर मेरा सन्देश तो पूरी भावना और गरिमा के साथ , सम्यक एवम् सटीक शब्दों में पहुँच ही नहीं पाएगा, तो उन्होंने बडी ही चतुराई से अपनी नायिका के रंग को बादल के रंग से जोड दिया होगा , मुझे ऐसा लगता है अन्यथा कालिदास जैसा सौन्दर्य का मर्मज्ञ , अद्वितीय कोई और नहीं था, इसीलिए तो उनके विषय में कहा जाता है- " पुरा कवीनाम् गणना प्रसंगे कनिष्ठिकाधिष्ठित कालिदासः । अद्यापि त्ततुल्यकवयेरभावात् अनामिका सार्थवती बभूव ।" शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/01128062702242430809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-41802854010582641912013-09-05T21:17:36.501+05:302013-09-05T21:17:36.501+05:30एक सार्थक अभियान पर महत्वपूर्ण चर्चा छेडी है आपने....एक सार्थक अभियान पर महत्वपूर्ण चर्चा छेडी है आपने. अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-43147371041427016592013-08-31T16:08:54.282+05:302013-08-31T16:08:54.282+05:30इस खबर को अखबार में भी पढ़ा था .दरअसल तमाम एशियाई ...इस खबर को अखबार में भी पढ़ा था .दरअसल तमाम एशियाई देश बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के उत्पाद के बड़े बाजार हैं .इसलिये गोरेपन की क्रीम का बड़ा बाजार भी यही देश हैं.हकीकत तो यही है कि किसी भी तरह के क्रीम से त्वचा का रंग नहीं बदला जा सकता .इसलिये त्वचा के रंग को लेकर हीन भावना रखना सही नहीं है .<br />http://dehatrkj.blogspot.com राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-75643820947550408502013-08-30T15:16:35.055+05:302013-08-30T15:16:35.055+05:30देखना है तो नैन नक्श देखो!
Exactly Anulata ji! देखना है तो नैन नक्श देखो! <br />Exactly Anulata ji! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-53539109087318036912013-08-30T09:10:56.550+05:302013-08-30T09:10:56.550+05:30अरे इतना हॉट टॉपिक हमसे कैसे चूक गया :-)
इस मसले प...अरे इतना हॉट टॉपिक हमसे कैसे चूक गया :-)<br />इस मसले पर कोई "fair" comment नहीं करता....जिनने भी कहा हमें सांवला रंग पसंद है उन सबके पोलिग्राफ टेस्ट होने चाहिए :-)<br />वैसे हम भी दिल को देखो चेहरा(रंग) न देखो... देखना है तो नैन नक्श देखो,की पालिसी पर यकी करती हूँ..... <br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-13258221467070188862013-08-30T08:30:48.786+05:302013-08-30T08:30:48.786+05:30बस बिम्बाफल को और व्याख्यायित कर दें! बस बिम्बाफल को और व्याख्यायित कर दें! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-73896069596607064612013-08-30T08:29:39.208+05:302013-08-30T08:29:39.208+05:30बिल्कुल यही अर्थ है वीरुभाई -वागीश जी प्रणम्य हैं ...बिल्कुल यही अर्थ है वीरुभाई -वागीश जी प्रणम्य हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-41212235562536586602013-08-29T23:19:13.000+05:302013-08-29T23:19:13.000+05:30
DrArvind Mishra
संस्कृत न पढ़ पाने की पीड़ा से ऐ...<br /><br />DrArvind Mishra<br />संस्कृत न पढ़ पाने की पीड़ा से ऐसे ही दो चार होना होता है किसी बहुश्रुत श्लोक का अर्थ जानने के लिए भी दर दर <br /><br /><br /><br />भटकना पड़ता है -कालिदास के इस श्लोक का पूरा अर्थ जानने में कृपया संस्कृत के विद्वान् यदि कोई मेरी मित्र <br /><br />सूची में हो तो कृपया मेरी मदद करें !<br /><br /><br />तन्वी श्यामा शिखरि दशना पक्व बिम्बाधरोष्ठी<br /><br /><br />मध्ये क्षामा चकित हरिणी प्रेक्षणा निम्ननाभि।<br /><br /><br />श्रोणीभारादलसगमना स्तोकनम्रा स्तनाभ्यां<br /><br /><br />या तत्रा स्याद्युवतिविषये सृष्टिराद्येव धातुः।<br /><br /><br />तमाम कोशिशों के बाद तीन लाईनों का यह अर्थ बोध हो पाया है और इसमें भी कितनी शंकाएं हैं . संस्कृत की <br /><br />विदुषियाँ पला झाड रही हैं कह रही हैं किसी संस्कृत के पुरुष विद्वान् से मदद ली जाय-ऐसा किस तरह उचित है <br /><br />भला आखिर प्रोफेसनल दायित्व भी होता है कोई ? काश मैं खुद संस्कृत पढ़ा होता ! — Meghadūta<br /><br /><br />इस श्लोक में शुद्ध श्रृंगारिक वर्रण है। कहीं कोई बिम्ब नहीं है। बिम्बात्मक वरर्ण नहीं है यहाँ । बादल यक्ष से कहता है ,वह सृष्टि की पहली आद्या सुंदरी ऐसी होगी _<br /><br />जिसका अधरोष्ठ बिम्बफल सरीखा लाल होगा जिसका कटि प्रदेश क्षीण होगा ,तथा जो बड़ी बड़ी आँखों वाली हरिणी सी चकित होकर इधर उधर देखती होगी जिसका कद भी आकार ,कदकाठी के अनुरूप लंबा होगा। नाभि अन्दर की तरफ बहुत गहरी होगी। जिसके स्तन भार की वजह से थोड़ा सा नीचे की और झुके होंगें।जो आँखें झुकाकर अलस भाव से आहिस्ता आहिस्ता चलती होगी। वह नितंभ भारणी (भारी नितम्बों वाली )चलते समय ऐसे लगेगी जैसे उसके नितम्ब भी उसके साथ साथ चल रहे हैं मचल मचल ,ठुमक ठुमक । जो वहां पर युवतियों के केलि कलापों में प्रवीण संभवतया ऐसी पहली युवती होगी जो तुम्हें सृष्टि की आदि(आद्य ) सुंदरी के रूप में दर्शित होगी। <br /><br />सन्दर्भ -सामिग्री :मेहता वागीश से दूरभाष पर संवाद <br /><br />प्रस्तुति :वीरुभाई <br /><br />शुद्ध श्रृंगारिक भाव लिए है यह श्लोक कालिदास का virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-40282178206708836912013-08-27T21:54:25.400+05:302013-08-27T21:54:25.400+05:30 आज से डेढ़ दशक पहले भारत में मिस वर्ल्ड प्रतियो... आज से डेढ़ दशक पहले भारत में मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता हुई थी। स्पांसर किया था अमिताभ बच्चन की एबीसीएल कंपनी ने, इसका लोगो अजंता की एक पेंटिंग थी। एक श्यामा नायिका.... मुझे आश्चर्य हुआ कि एबीसीएल ने इसे क्यों लिया? पता चला कि अप्सरा को चित्रित किया गया था लेकिन क्या परियों का रंग सांवला?<br /><br />पर भेद गहरा है.. जिन लोगों ने गौर वर्णा( सभी नहीं) ... की बेवकूफियाँ देख ली हैं वे शायद इस बात से जरूर सहमत होंगे कि कालिदास की नायिका श्यामा सांवली ही है.... आपने जो मेघदूत की लाइनें दी, वो इतनी खूबसूरत हैं कि क्या बताऊँ, सबसे पहले विजय बहादुर सिंह की एक कहानी में इन पंक्तियों को पढ़ा था तन्वी श्यामा शिखर दसना...<br /><br />बहुत अच्छी पोस्ट के लिए बधाईsourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-80957057199503208372013-08-27T18:18:59.879+05:302013-08-27T18:18:59.879+05:30इस श्लोक में 'श्यामा' का अर्थ 'श्याम व...इस श्लोक में 'श्यामा' का अर्थ 'श्याम वर्ण' है या नहीं इस पर विवाद है. ऐसा 'श्यामा' शब्द के अलग-अलग टीकाकारों द्वारा भिन्न-भिन्न अर्थ किये जाने के कारण हुआ. जब विद्वानों में ही मतैक्य नहीं है तो हम क्या हैं?muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-45301149663565394372013-08-27T12:29:55.866+05:302013-08-27T12:29:55.866+05:30सीधी बात पसंद अपनी -अपनी .
इसमें कोई शक नहीं कि हम...सीधी बात पसंद अपनी -अपनी .<br />इसमें कोई शक नहीं कि हम भारतीय ही नहीं एशियन सभी गोरे रंग को श्याम से बेहतर मानते हैं.पुरुष साँवले और स्त्री गोरी ही अच्छी जोड़ी कही जाती है.<br />मिल्स एंड बून की इंग्लिश किताबें पढ़ने वाली किशोरियाँ 'टोल,डार्क,हेंडसम 'पुरुष की चाहत मन में संजोती हैं,<br />शादी के बाद 'मुंह दिखाई' में एक मेहमान महिला ने ससुराल में मेरे सामने ही कह दिया कि बहू तो बहुत अच्छी है पर रंग दबा हुआ है!:)<br />...तब से मन में बैठी उस बात से आज तक मैं भी गोरी होने की कोशिश कर रही हूँ !...!!!<br /><br />यहाँ अरब देशों में भी गोरे होने की चाहत स्त्रियों को रहती है और क्रीमों में सब से अधिक बिक्री गोरे होने की क्रीमों की होती है. <br />Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-65837742487564151802013-08-27T10:02:30.343+05:302013-08-27T10:02:30.343+05:30
कुछ श्यामवर्ण में अच्छे लगते हैं तो कुछ श्वेतवर्ण...<br />कुछ श्यामवर्ण में अच्छे लगते हैं तो कुछ श्वेतवर्ण में. क्योंकि मैं रंग से सौदर्य निर्धारित नहीं कर पाता हूँ अतः मेरा उत्तर होगा दोनों. ओंकारनाथ मिश्र https://www.blogger.com/profile/11671991647226475135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-86122428282147312872013-08-27T10:01:28.675+05:302013-08-27T10:01:28.675+05:30हम किस मुंह से गोरे रंग का समर्थन करें? हमारा मुंह...हम किस मुंह से गोरे रंग का समर्थन करें? हमारा मुंह तो खुद जन्मजात सांवरा भी नही बल्कि काला है.:)<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-47020748039313984642013-08-27T09:05:36.166+05:302013-08-27T09:05:36.166+05:30अजी मिलेनीन की लोडिंग बाहुल्य है काला रंग और श्वे...अजी मिलेनीन की लोडिंग बाहुल्य है काला रंग और श्वेत उसकी कमी है। एल्बिनो रेट्स लेब में ही अच्छे लगें हैं शयन कक्ष में श्याम चाहिए । virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-87227750266183701982013-08-27T09:02:04.716+05:302013-08-27T09:02:04.716+05:30श्याम रंग में रंगी चुनरिया ,अब रंग दूजो भावे न ,
...श्याम रंग में रंगी चुनरिया ,अब रंग दूजो भावे न ,<br /><br />जिन नैनं में श्याम बसे हों और दूसरो आवे न। <br /><br />जो सब रंगों को रोक लेता है सोख लेता है अपने में समो लेता है हर तरंग चाहे किसी भी बरन की हो वह श्याम है। <br /><br />श्वेतन बगुलों की कौन कहे जो देश की सारी संपदा स्विस ले गए ,जो सब रंग लौटा देते हैं जीवन के स्पंदन के किसी भी पक्ष से जिन्हें प्रेम नहीं है वही बगुले छल कपट सु प्रजा तंत्र के पहरुवे बन गए हैं। <br /><br />छल कपट का प्रतीक है स्वेत बगुला भगत जो घात लगाए एक टांग पर त्रिभंगी लाल बना खड़ा रहता है और जनता रुपी मछली को खा जाता है। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-40899669836358185202013-08-27T08:56:44.361+05:302013-08-27T08:56:44.361+05:30श्याम रंग में रंगी चुनरिया ,अब रंग दूजो भावे न ,
...श्याम रंग में रंगी चुनरिया ,अब रंग दूजो भावे न ,<br /><br />जिन नैनं में श्याम बसे हों और दूसरो आवे न। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-24868016286809934262013-08-27T08:52:29.571+05:302013-08-27T08:52:29.571+05:30भैया वृन्दावन में किसी को जब यह कहना होता है दफा ह...भैया वृन्दावन में किसी को जब यह कहना होता है दफा हो जा तो पता क्या कहमें हैं -कृष्ण मुख <br /><br />हो जा। <br /><br />उज्जवल बरन दियो बगुलन को ,<br /><br />कोयल कर दी कारी ,साधौ कर मन की गति न्यारी। <br /><br />गोरो रंग कियो क्रिमन से ,बारिश धौ गई सारी <br /><br />भैया क्रीमन की गति न्यारी। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-62558679115685317792013-08-27T06:51:06.161+05:302013-08-27T06:51:06.161+05:30वहां दिल वाले ही रहते हैं वहां दिल वाले ही रहते हैं Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-64166583651855388582013-08-27T06:50:05.454+05:302013-08-27T06:50:05.454+05:30अर्थ बताईये और पोस्ट में संस्कृत श्लोक का अनुवाद ...अर्थ बताईये और पोस्ट में संस्कृत श्लोक का अनुवाद करिए कृपया! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-42201796961550309882013-08-27T06:48:19.205+05:302013-08-27T06:48:19.205+05:30यह तो है यह तो है Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-7124551379633086282013-08-27T06:47:36.266+05:302013-08-27T06:47:36.266+05:30"त्वचा जिस भी रंग की हो, मन का रंग गोरा ही हो...<br />"त्वचा जिस भी रंग की हो, मन का रंग गोरा ही होना चाहिए। "<br />वाह बात कह दी आपने Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-68561638382107305542013-08-27T06:43:08.519+05:302013-08-27T06:43:08.519+05:30रंग प्रेम का हो तो ही सब रंग सच्चे , गौर हो या श्य...रंग प्रेम का हो तो ही सब रंग सच्चे , गौर हो या श्याम !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-20084396525090401382013-08-27T02:37:14.334+05:302013-08-27T02:37:14.334+05:30'गौरी', नाम ही शायद पड़ा होगा गौर वर्ण के क...'गौरी', नाम ही शायद पड़ा होगा गौर वर्ण के कारण, सीता भी गौर वर्ण की थीं। लक्ष्मी, सरस्वती इत्यादि जितनी भी देवियाँ हैं सबको गौर वर्ण ही दिखाया जाता है। जितनी भी राक्षसनियाँ या राक्षस थे सबको काला ही बताया गया है..<br />हमारा रंग तो गोरा है, लेकिन हमरे पति उतने गोरे नहीं हैं, फिर भी उनका जो भी रंग है वो हमको सारा पसंद है, बाकि रहे बच्चे, तो कोई गोरा है, कोई साँवरा और कोई चितकबरा :):) लेकिन हमको सब बहुत पसंद हैं। बाकी दुनिया जाए चूल्हे में, का लेना देना है हमको :):)<br />यहाँ सब इस बात की दलील दे रहे हैं कि पाश्चात्य गोरियाँ अपने रंग को साँवला करने में जुटी हुईं हैं। कुछ गोरियाँ ज़रूर जुटी हुईं हैं लेकिन ऐसा करना उनकी अपनी पसंद है.। सच्चाई तो ये है, आज भी हिन्दुस्तान की गलियों में एक पश्चिमी गोरी नज़र आ जाए तो ट्राफिक जाम हो जाता है :):)<br />कहते हैं लैला कोयल सी काली थी फिर भी मजनूँ उसपर जान छिड़कता था, सवाल ये हैं क्या वो काली थी इसलिए मजनूँ उसपर वो जान छिड़कता था, या फिर वो लैला थी इसलिए।<br /><br />त्वचा जिस भी रंग की हो, मन का रंग गोरा ही होना चाहिए। स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8597911904720918143.post-16546629374956253192013-08-26T23:27:14.413+05:302013-08-26T23:27:14.413+05:30इस मामले में हम एकदम उदारवादी हैं।इस मामले में हम एकदम उदारवादी हैं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com