रविवार, 25 मई 2014

हिन्दी ब्लागिंग के अच्छे दिन आने वाले हैं!


हिन्दी ब्लॉगों की निरंतर बढ़ती वीरानी से सभी मायूस होते जा रहे हैं।  क्या सचमुच हिन्दी ब्लागिंग इतिहास में सिमट गया? जबकि कुछ लोगों का यह भी मानना है कि हिन्दी ब्लॉग्स का तो अभी इतिहास शुरू ही नहीं हुआ था।  बहरहाल मैं भी इसी उधेड़बुन में था और पिछले कुछ समय से से खुद भी यहाँ से अनुपस्थित था।  ऐसे ही जब फेसबुक पर अपनी चिंता दर्ज की तो केवल राम जी ने एक नए ब्लॉग संकलक  का नाम बता दिया -ब्लॉग सेतु और मुझसे इससे जुड़ने का अनुरोध किया।  मुझे रजिस्ट्रेशन में कुछ असुविधा हुई तो खुद फोन कर समस्या का निराकरण किया।  मेरे तीन ब्लॉग यहाँ अब जुड़ चुके हैं। 

मैंने केवल राम से पूछा कि भाई आप करते क्या हैं? उन्होंने जवाब दिया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से हिन्दी ब्लागिंग में शोध कर रहे हैं।  तब समझ में आया कि इस विधा को लेकर वे इतना गंभीर क्यों हैं।  वे अभी युवा हैं और सुदर्शन व्यक्तित्व के  हैं ,मृदु भाषी भी हैं -पुरुषों में ये सभी गुण  प्रत्यक्षतः एक साथ कम  ही दिखते हैं - वे हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध स्थल धर्मशाला के निवासी हैं।  जहाँ तक मुझे याद है वे हिन्दी ब्लॉग जगत में एक  समय से सक्रिय हैं।  और उनके प्रयासों का स्वागत किया जाना चाहिए।  यह केवल उनका कंसर्न नहीं बल्कि हमारा सबका साझा कंसर्न है कि हिन्दी ब्लागिंग की बगिया में फिर से बहार आये और हमें एक बार फिर से फील गुड करा सके! 

ऐसा भी नहीं कि यहाँ नयी कोपलें न फूट  रही हों मगर एक अच्छे एग्रीगेटर के अभाव में हमें उनका पता नहीं लग पाता है  -बस वही कुछ खोज खबर ले पाते होंगे जो गहरे पानी पैठते होगें. हम सरीखों के लिए जिनके लिए राज काज नाना जंजाला है कोई ऐसा माध्यम चाहिए जो झट से ब्लॉग जगत की नयी प्रविष्टियों का एक झरोखा दिखा सके।  ब्लॉग सेतु से उम्मीद है की वह  इस जरुरत को पूरा करेगा।  केवल राम का यह भी कहना है कि कोई भी ब्लॉग जो वहां पंजीकृत हो गया है अगर कोई नयी पोस्ट प्रकाशित करता है तो ब्लॉग सेतु पर तुरंत दिखने भी लगेगा।  जैसे एक जमाने में ब्लागवाणी और चिट्ठाजगत में होता था। 

 केवल राम 
आईए ब्लागसेतु से जुड़ कर इसका स्वागत करें।  हिन्दी ब्लागिंग के अच्छे दिन आने वाले हैं !

24 टिप्‍पणियां:

  1. बढ़िया पहल है, मंगलकामनाएं केवल राम जी के लिए , आभार आपका !

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  2. सुखद जानकारी । हम भी जुडने का उपक्रम करते हैं । कुछ परेशानी आई तो आपसे पूछेंगे कारण हम अभी ब्लॉग की दुनियॉ में नर्सरी के स्टूडेन्ट हैं ।

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  3. हिन्दी ब्लॉगिंग में हम जैसों की उपस्थिति का आभास तो आपने कराया लोगों को....बिलकुल इसी तरह! ब्लॉगवाणी और चिट्ठाजगत जैसे एग्रीगेटर ने खूब भला किया ब्लॉगिंग का। दूसरे आये, पर उनमें वह बात नहीं थी। ब्लॉग-सेतु से उम्मीद की जानी चाहिए। इसका स्वभाव लग रहा है ब्लॉगवाणी-सा। देखते हैं बात बनती है या नहीं।

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  4. बिल्कुल ठीक यही प्रतिक्रिया मेरी भी थी जब मैंने ब्लॉगसेतु को ठीक से देखा और उसकी सारी खूबियां देखीं सर । मुझे तो ये इतना अधिक भाया कि मैं विस्तार से इसके ऊपर एक पोस्ट लिखने का मन बना चुका हूं सर । केवल राम जी को इसके लिए शुक्रिया कहना बनता है , ईश्वर उन्हें खूब उर्जावान बनाए ।

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  5. बधाई शुभकामनाएं केवल राम जी को
    आभार आपका, लेख हेतु

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  6. गम्‍भीर ब्‍लॉंगिंग के लिए बुरे दिन कभी नहीं थे, हां एक अच्‍छे एग्रीगेटर की जरूरत महसूस की जा रही थी, जिसकी कमी केवल राम जी ने पूरी कर दी है। इसके लिए उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है।
    वैसे ब्‍लॉग के अच्‍छे दिन तो उसके पाठक ही लाते हैं, और जब पाठकों का आंकणा 11.5 लाख जा पहुंचे, तो फिर उसके अच्‍छे दिन आने से कौन रोक सकता है?

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  7. वाकई बिखरते ब्लॉगिंग परिवार जो जोड़ने का सरहनीय प्रयास है ये ..... केवल जी शुभकामनाएं

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  8. व्यतताएँ अलग हैं किंतु फेसबुक पर तात्कालिक प्रशंसा और लाइक ने लोगों को इतना आत्ममुग्ध कर रखा है कि ब्लॉग से विमुख हो गये हैं लोग!! हमें पढना शुरू करना होगा ब्लॉग तब कहीं अच्छे दिन आएँगे!! केवल राम जी से मिला हूँ तीन साल पहले. लेकिन यह सारे ऐग्रिगेटर किस काम के अगर हम ब्लॉग़ पढें ही नहीं!!

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    1. सहमत हूँ। एग्रीगेटर से अधिक बड़ी समस्या है ब्लॉग कंटेन्ट की। ऊपर से अगर एग्रीगेटर किसी ब्लॉग को जोड़ने से पहले ये चाहे कि व्यक्ति पहले अपना एकाउंट खोले, पासवर्ड बनाए तो फिर एग्रीगेटर ब्लोगिंग से पहले खुद को बढ़ावा दे रहा है। पुराने सभी एग्रीगेटर्स की यही समस्या थी। अगर आज भी एग्रीगेटर वहीं खड़े हैं तो कुछ खास नहीं बदला है।

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    2. @@ अगर एग्रीगेटर किसी ब्लॉग को जोड़ने से पहले ये चाहे कि व्यक्ति पहले अपना एकाउंट खोले, पासवर्ड बनाए तो फिर एग्रीगेटर ब्लोगिंग से पहले खुद को बढ़ावा दे रहा है।"
      Stahi taur par yeh socha jaa sakta hai ki aggeregator khud ko vadhava de rha hai lekin aisa kisi bhi sthiti me nahi hota kyunki jo bhi cheejen nishchit kee gyi hain unka ek khaas maksad hai or dusari baat yeh bhi ek niyam ki maang karta hai aisi sthiti me kuchh cheejen aavashyak ho jaati hain | Jahaan tak blogsetu ka sambandh hai uska maksad sirf post prakashit krna bhar nahi hai . Iske kuchh anya bhi uddeshaya hain unki charcha karne se pahle hum kaam karna jayaada jaroori samjhtey hain. Isliye hmaara aapse vinamrta poorvak aagrah hai ki aap bina kisi purvagrah ke is agreegetor ke saath juden or apna sahyog den ....BLOGSETU TEAM is saneh ke liye aapki aabhari rahegi.....!!!

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  9. बिलकुल सही कहा आपने ब्लॉगवाणी औप चिट्ठा जगत के बंद होने से नई पोस्टों का पता मुश्किल से चलता है। ब्लॉग सेतु पर देखते हैं।

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  10. सलिल जी की चिंता से सहमत हैं। हम जैसे निकम्मों ने ब्लागिंग का बड़ा बुरा किया है पर यह तय है कि हर व्यक्ति की रुचि स्थायी नहीं होती। कुछ समय बाद उसे विरक्ति अवश्य होती है और नये लोग आते हैं।
    केवलराम जी के गंभीर प्रयास के लिए बधाई।

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  11. केवलराम जी जिस तत्परता से सबकी कठिनाइयाँ हल कर रहे हैं , वह प्रशंसनीय है.

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  12. वर्धा हिंदी विश्वविद्यालय से जो उम्मीद जगी थी वह वीसी बदल जाने के बाद समाप्त प्राय हो गयी। अब केवल राम जी ने अच्छा बीड़ा उठाया है। हम सबको उनका सक्रिय सहयोग देना चाहिए। उनकी साइट पर जितने ही अधिक हिट्स पड़ेंगे उनकी सफलता और उत्साह का ग्राफ उतना ही ऊपर जाएगा। इसलिए आप सभी इतना जरूर करिए कि प्रतिदिन कम से कम एक बार ‘ब्लॉगसेतु’ पर जरूर जाएं और उसपर उपलब्ध लिंक्स पर जाकर एक दो टिप्पणियाँ जरूर डाल दें।

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  13. बहुत ही अच्छा प्रयास है.अवश्य ही बढ़ावा देना चाहिये लेकिन एक समस्या है > वहां रजिस्टर कराने के बाद अपना अकाउंट खोलने के लिए अपना फोन नंबर भी देना ज़रूरी है और फोन नंबर की प्रायवेसी के सम्बन्ध में कहीं नहीं लिखा की वह विसिबल नहीं होगा इसलिए अकाउंट नहीं खोलने की प्रक्रिया वहीँ अटक गयी.मेरी तरह शायद यह बात और भी कई लोगों को हुई होगी जो अपना फोन नंबर प्राईवेट रखना चाहते हैं .

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    उत्तर
    1. Blogsetu me samanya jaankari ke prishth par maangi gyi jaankaari udeshya pooran hai | Ho sakta hai kai bloggers ko asuvidha hui ho | Iss baat ka hame ehsaas hai lekin, security purpose, post confirmation or anya jaankaariyon ke liye humne mail ke saath saath phone number ka vikalp bhi rakha hai lekin agar aap apne phone number nahi dena chahte to aap vahaa koi bhi 10 anko waali sankhya bhar saktey hain. Lekin agar aap phone number de bhi dete hain to kisi bhi sthiti mein use saarvjanik yaa kisi or uddeshya ke liye paryog na karne ka vaada BLOGSETU TEAM aap sab se karti hai. Aap nishchint ho kar ke apna account bnaayie.

      Dhanyavaad Jai Hind

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    2. उत्तर देने हेतु एवं शंका निवारण के लिए बहुत बहुत धन्यवाद .
      वहां दिया हुआ फोन नंबर सार्वजनिक नहीं किया जाएगा ,आपका यह कहना ही काफी है.
      आभार ,अल्पना

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  14. यहाँ ब्लॉग सेतु के बारे यहाँ पढ़कर खुद के ब्लॉग को सम्मिलित कर लिया मैंने. निश्चय ही हिंदी ब्लॉगिंग के लिए अच्छी बात है.

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  15. सरहनीय प्रयास.. केवल जी शुभकामनाएं

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  16. हाँ और ये बिखराव बढ़ा ही है | वाकई यह एक गंभीर और सार्थक प्रयास था जिससे उम्मीदें भी थीं पर ....

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    1. "वाकई यह एक गंभीर और सार्थक प्रयास था जिससे उम्मीदें भी थीं पर ...." हम अभी भी अपने प्रयास को जारी रखे हुए हैं . आजकल अधिकतर ब्लॉगर निष्क्रिय हैं, लेकिन ब्लॉगसेतु निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है. स्मार्टफ़ोन के प्रयोग के कारण Apps का महत्व बढ़ा है और हम इसी प्रयास को जारी रखे हुए है. ब्लॉगसेतु टीम की अपनी कुछ आर्थिक सीमाएं हैं, इसलिए काम थोडा सा धीमी गति से हो रहा है. लेकिन फिर भी हम ब्लॉगसेतु को उच्च तकनीक से जोड़ते हुए निरंतर इसके विकास के लिए प्रयासरत हैं. आप सबका सहयोग हमें ऊर्जा देता है और हमारे प्रयास को महत्वपूर्ण बनाने में अपनी भूमिका अदा करता है. हिन्दी ब्लॉगगिंग को लेकर कई योजनायें बन रही हैं, संभवतः हम सितम्बर के बाद उस सब पर काम करना शुरू करेंगे.

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