दिनों के अवकाश के बाद आज ही कंप्यूटर खोला तो अब तरफ यही हाहा कार मचा देखा. ये क्या हो गया क्यूँ हो गया.....बेहद दुखद और अफसोसजनक ......कुछ भी समझ नहीं आ रहा, मगर ब्लोग्वानी की पोस्ट पढ़ कर कुछ राहत मिली है. ब्लोग्वानी यूँही सुचारू रूप से चलता रहे और हम सभी का हौसला बढाता रहे यही दुआ और शुभकामना के साथ.... regards
डम डमा डम डमा डम डम ....!
जवाब देंहटाएंदिनों के अवकाश के बाद आज ही कंप्यूटर खोला तो अब तरफ यही हाहा कार मचा देखा. ये क्या हो गया क्यूँ हो गया.....बेहद दुखद और अफसोसजनक ......कुछ भी समझ नहीं आ रहा, मगर ब्लोग्वानी की पोस्ट पढ़ कर कुछ राहत मिली है. ब्लोग्वानी यूँही सुचारू रूप से चलता रहे और हम सभी का हौसला बढाता रहे यही दुआ और शुभकामना के साथ....
जवाब देंहटाएंregards
जी बिलकुल सब को बहुत खुशी है फिर ढोल तो बजने ही चाहिये धन्यवाद्
जवाब देंहटाएंबधाई हम सबको ढेरों बधाई. अभी अभी ब्लॉगवाणी का बटन दबाया और मनचाहा इंटरफेस दिखा. जो खुशी हुई उसे शब्दों में नही बाँध पा रही हूँ.
जवाब देंहटाएंअच्छी खबर है।
जवाब देंहटाएंबधाई!
गम छोड़ के मनाओ रंगरेली ...
जवाब देंहटाएंदेर आयद दुरुस्त आयद।
धन्यवाद ब्लॉगवाणी!!!
विजयादशमी नहीं दीवाली कहें
जवाब देंहटाएंदीवाली जो मन की प्रसन्नता को
बखूबी स्वर देती है।
मुझे खुसी है की ब्लोग्वानी वापस आ गई..धन्यवाद टीम ब्लोग्वानी ..आपने हजारों प्रशंसकों के निवेदन का मान रखा.
जवाब देंहटाएंघर घर कलश सजाओ री,
जवाब देंहटाएंमंगल गाओ री,
दीप जलाओ री ,
चौक पुराओ री ,
कोयल कूके मधुर वाणी
झूमे गाएँ सकल नर नारी
मनाओ दीवाली कि घर आई ब्लॉगवाणी...
अभिनन्दन ब्लॉगवाणी
जय हो
जवाब देंहटाएंब्लागवाणी को चालू करने हेतु सक्रियता का परिचय दिया सराहनीय है .. आभारी हूँ
धिन धिन धिन धिन ढोल बाजे ढोल बाजे :)
जवाब देंहटाएंबहुत खुशी की बात है. बधाई और शुभकामनाएं सभी को.
जवाब देंहटाएंरामराम.
ताक धिना धिन।
जवाब देंहटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
स्वागतयोग्य कदम
जवाब देंहटाएंसोना आग में तप कर और खरा होगा
बी एस पाबला
बहुत खुशी हुई , ब्लोग्वानी के वापिस आने की ....
जवाब देंहटाएंअति शुभ समाचार है....
जवाब देंहटाएंखुशी का इजहार करना तो बनता ही है..
लेकिन आपके खील पतासे कहीं दिखाई नहीं दे रहे:))
जय हो ! अंत भला तो सब भला.
जवाब देंहटाएंअच्छी खबर है ........... आनंद आ गया पढ़ कर .....
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